अतीक-अशरफ की हत्या के बाद 2 साल बाद भी गैंग एक्टिव, सीधा अपराध थमा; धमकी-वसूली जारी
- माफिया भाइयों अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भी उनका गैंग खात्म नहीं हुआ है। पुलिस के मुताबिक, नैनी जेल में बंद अतीक का बेटा अली अहमद गैंग का संचालन कर रहा है। अली के जरिए ही गैंग के सदस्य लगातार जमीनों पर कब्जा, अवैध वसूली और धमकी देने में संलिप्त हैं।

अतीक-अशरफ हत्याकांड के दो साल बाद उसके गैंग के लोग सक्रिय हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो गैंग की सीधी आपराधिक गतिविधियां थमी हैं, लेकिन आर्थिक अपराध लगातार जारी हैं। पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी के आदेश पर इसकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए चार विभागों की संयुक्त जांच टीम भी गठित की गई है।
माफिया भाइयों की मौत के बाद पुलिस को उम्मीद थी कि गैंग का खात्मा हो जाएगा लेकिन, ऐसा होता नहीं दिख रहा है। पुलिस के मुताबिक, नैनी जेल में बंद अतीक का बेटा अली अहमद गैंग का संचालन कर रहा है। अली के माध्यम से ही गैंग के सदस्य लगातार जमीनों पर कब्जा, अवैध वसूली और धमकी देने में संलिप्त हैं। पिछले साल सितंबर में पुलिस ने अली को गैंग का लीडर घोषित किया था। वहीं, अली के साथ ही कुल 11 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई तक की गई थी।
प्रयागराज के विभिन्न थानों में पिछले दो साल के अंदर दर्जनों मामले दर्ज हुए हैं, जिसमें पीड़ितों की ओर से अतीक के नाम पर वसूली, जमीन पर कब्जा करना व जान से मारने की धमकी तक दी जा रही है। अतीक गैंग के आर्थिक अपराधों में शामिल होने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आयुक्त व डीएम के निर्देश पर पुलिस, नगर निगम, पीडीए व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम गठित की गई है। टीम को गैंग की गतिविधियों व शिकायतों की जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।
इन पर लगा था गैंगस्टर
पुलिस ने अक्तूबर 2024 को गैंग लीडर अली अहमद के अलावा सोरांव के अमन, चकिया खुल्दाबाद के आरिफ उर्फ कछोली उर्फ कचौली, मो. असद उर्फ असाद, मालवीय नगर मुट्ठीगंज के इमरान उर्फ गुड्डू, कसारी-मसारी धूमनगंज के आवेज उर्फ गोलू व कुल्लू उर्फ फुल्लू उर्फ नबी अनवर, जीटीबी नगर करेली के मो. सैफ उर्फ माया, कोखराज कौशांबी के फहद उर्फ वशीउर्रहमान, राजरूपपुर धूमनगंज के संजय सिंह और खुल्दाबाद के तालिब सदस्य मना था। इन सभी को गैंगस्टर के तहत निरुद्ध किया गया है।