यह कैसा इश्क है और कैसा प्यार है...
Barabanki News - सिरौलीगौसपुर में जंगी शहीद रह. अलै. के आस्ताने पर सालाना उर्स के अवसर पर मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवियों ने अपनी रचनाओं से दर्शकों का मनोरंजन किया। विशेष रूप से कवि नर कंकाल और...

सिरौलीगौसपुर। जंगी शहीद रह. अलै. के आस्ताने मेला रायगंज के सालाना उर्स में मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसने कवियों तथा शायरों ने अपनी अपनी रचना सुनाकर खूब तालियां बटोरी। रायबरेली से आए कवि नर कंकाल ने मेरठ की घटना को लेकर पढ़ा महिला हेल्पलाइन तो जारी कर दिया, पुरुष हेल्पलाइन कब देगी यह सरकार है। यह कैसा इश्क है और कैसा प्यार है...। इस हास्य व्यंग पर लोग ठहाके लगाते नजर आए। इसके बाद कवियत्री डॉ शशी श्रेया ने मोहब्बत के कलाम पेश करते हुए पढ़ा रंग खुशबू नजारे नहीं चाहिए, ख्वाब भी प्यारे-प्यारे नहीं चाहिए...। मां का मयूर इलू इलू गाता है, पापा की परि को लल्लू भाता है...।
इसके साथ ही शादाब आज़मी, खुर्शीद हैदर, हाशमी फिरोजाबादी, उस्मान मीनाई आदि शायर व कवियों अपनी रचनाएं पेश कर मौजूदा स्रोताओ को देर तक बांधे रखा। इससे पहले स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. रफी अहमद किदवई की यादगार में आयोजित मुशायरा कवि सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे पूर्व मंत्री क्षेत्रीय विधायक फरीद महफूज किदवई ने सांसद तनुज पुनिया के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि अरविंद सिंह गोप को अंग वस्त्र के साथ प्रतीक चिन्ह देकर कार्यक्रम की शुरूआत किया। इस मौके पर कार्यक्रम के आयोजक शिब्ली मियां, नसीम इसरार, फजल इमाम मदनी, जुबेर अंसारी, इरशाद कमर, रेहान कामिल, विजय यादव व शहंशाह अहमद आदि मौजूद रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।