Hotel-restaurant operators buried under the burden of rent bank loan किराया, बैंक लोन के बोझ तले दबे होटल-रेस्टोरेंट संचालक, Bareily Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsBareily NewsHotel-restaurant operators buried under the burden of rent bank loan

किराया, बैंक लोन के बोझ तले दबे होटल-रेस्टोरेंट संचालक

Bareily News - किराया, बैंक लोन के बोझ तले दबे होटल-रेस्टोरेंट संचालक फोटो मनप्रीत सिंह हाल-ए-कारोबार ...

Newswrap हिन्दुस्तान, बरेलीWed, 19 May 2021 03:30 AM
share Share
Follow Us on

किराया, बैंक लोन के बोझ तले दबे होटल-रेस्टोरेंट संचालक

कोरोना की दूसरी लहर ने हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कमर तोड़ दी है। धार्मिक, सामाजिक और पारिवारिक आयोजन बंद होने के कारण यह सेक्टर पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। होटल-रेस्टोरेंट बिजली का बिल , निगम के टैक्स, बैंक ईएमआई, परिसर के किराए आदि के बोझ तले दबे जा रहे हैं। तीसरी लहर की आशंका से होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री और भी सहमी हुई है।

पिछले वर्ष मार्च में लॉक डाउन शुरू होते ही हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की मुसीबतें शुरू हो गई थी। लगभग तीन महीने की कड़ी तालाबंदी के बाद अनलॉक हुआ। उसके बाद भी हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को राहत नहीं मिली। इस वर्ष जनवरी-फरवरी से हालात में आंशिक सुधार होना शुरू हुआ था। कारोबार पटरी पर आ पाता उससे पहले ही कोरोना फिर फैल गया। इस समय होटल और रेस्टोरेंट पूरी तरह बन्द हैं। लोग न तो बाहर खाने जा रहे हैं और न ही बाहर का खाना मंगवा रहे हैं। होटल-रेस्टोरेंट वाले बिजली का बिल , निगम के टैक्स, बैंक ईएमआई, परिसर के किराए आदि से जूझ रहे हैं। आमदनी नहीं होने के कारण होटल वाले खर्च कम करने में जुटे हैं। अधिकतर स्टाफ की छुट्टी कर दी गई है। गिनती के स्टाफ को भी वेतन देने के लाले पड़ रहे हैं। तमाम कारोबारी अपने बिजली के कनेक्शन को सरेंडर करने तक की तैयारी कर चुके हैं।

बन्द होने की कगार पर कई रेस्टोरेंट

पिछले वर्ष कोरोना के चलते दर्जन भर से ज्यादा रेस्टोरेंट बन्द हो गए थे। इस बार भी तमाम रेस्टोरेंट बन्द होने की कगार पर है। इनमें कुछ नामी होटल के नाम भी शामिल हैं। होटल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों ने बताया कि स्टेशन रोड के दो बड़े होटल और सीबीगंज के एक होटल में तालाबंदी हो गई है। इनको पूर्ण रूप से भी बन्द किया जा सकता है।

कारोबारियों की बात

हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की टूटी कमर

होटल बरेली पैलेस के मालिक सतीश अग्रवाल ने कहा कि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कमर टूट गई है। पिछली बार की लहर से ही होटल कारोबारी तबाह हो गए थे। रही सही कसर अब पूरी हो गई। आमदनी है नहीं। खर्च के रूप में बिजली का बिल, निगम का टैक्स, कर्मचारियों का वेतन, बैंक की किस्त आदि जारी है।

बेपटरी हो गई होटल इंडस्ट्री

होटल ओबराय आनंद के स्वामी गिरीश ओबराय ने कहा, इस वर्ष होटल इंडस्ट्री पटरी पर आते-आते फिर बेपटरी हो गई। सभी बुकिंग कैंसिल हो गई। कोरोना कर्फ्यू में लोग घरों से निकल ही नहीं रहे। खुद होटल कारोबारी भी डरे हुए हैं। सरकार महामारी से ही निपट ले। हम लोगों की मदद तो बाद की बात है।

पिछले वर्ष से बंद चल रहा वेज रेस्टोरेंट

होटल रेडियन्स के स्वामी रौनक बग्गा ने कहा, पिछले वर्ष आइसोलेशन के नाम पर थोड़ा बिजनेस तब भी मिल गया था। इस बार तो हालात भयावह हैं। ट्रेनें भी गिनती की ही चल रही हैं। हमारी डॉरमेट्री बन्द पड़ी है। वेज रेस्टोरेंट पिछले वर्ष कोविड की शुरुआत से ही बन्द पड़ा है। अगर हालात नहीं सुधरे तो हजारों परिवार प्रभावित होंगे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।