पीआईसीयू की स्टाफ नर्स से करा रहे इमरजेंसी ड्यूटी
Basti News - जिला अस्पताल में स्टाफ नर्स ड्यूटी को लेकर तनाव में हैं। पीआईसीयू की प्रशिक्षित नर्सों को इमरजेंसी में तैनात किया जा रहा है, जबकि नियमों का उल्लंघन हो रहा है। इससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़...

बस्ती, निज संवाददाता। जिला अस्पताल में जिम्मेदारों की मनमानी से स्टाफ नर्स ड्यूटी को लेकर तनाव में हैं। बताया गया कि पीआईसीयू की प्रशिक्षित स्टाफ नर्स से इमरजेंसी ड्यूटी करा रहे हैं, जबकि शासनादेश के अनुसार स्टाफ नर्स की तैनाती पीआईसीयू के लिए हुई है। लेकिन, यहां नियमों को ताक पर रखकर एक वार्ड से दूसरे वार्ड में कर्मियों को दौड़ाया जा रहा है। जेई-एईएस पर काबू पाने के लिए जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में पीडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट (पीआईसीयू) बनाया गया। यहां हाईग्रेड फीवर और संदिग्ध जेई और एईएस बच्चों को भर्ती कर उपचार किया जाता है। एक बेड पर दो-दो स्टाफ नर्स की तैनाती है। इन स्टाफ नर्स को जेई-एईएस और संक्रमण वाले बच्चों के ट्रीटमेंट कैसे करना है, इसके लिए प्रशिक्षित किया गया। लेकिन, अब इस वार्ड में सिर्फ एक या दो स्टाफ ही काम पर हैं, शेष स्टाफ नर्स को इमरजेंसी, आईसीयू, ट्रामा, मेडिकल, बर्न वार्ड, चिल्ड्रेन वार्ड समेत सर्जिकल और महिला वार्ड में ड्यूटी लगा दी गई है। इससे पीआईसीयू में आने वाले मरीजों के सामने संकट है। स्टाफ नर्स नहीं होने से परेशानी बढ़ जाती है। एक ही स्टाफ पर पूरा वार्ड संचालित हो रहा है, जबकि सरकार ने इसके लिए 20 प्रशिक्षित स्टाफ नर्स दिए हैं। बाद में पांच बेड का मिनी पीआईसीयू बना, जिसके लिए अलग से स्टाफ नर्स की तैनाती हुई।
स्टाफ नर्स की संख्या कम है। मरीजों की संख्या और वार्ड अधिक हैं, विकल्प के रूप में पीआईसीयू के स्टाफ नर्स की ड्यूटी अन्य वार्ड में लगा दी जाती है, ताकि दिक्कत न हो। संख्या बढ़ने पर सभी स्टाफ नर्स को पीआईसीयू में भेज दिया जाएगा। मैट्रन ही ड्यूटी लगाती हैं। नियम के तहत ड्यूटी लगे इस बारे में निर्देश दिए जाएंगे।
- डॉ. वीके सोनकर, एसआईसी, जिला अस्पताल, बस्ती।
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