गाजीपुर में बिजली हादसे पर मंत्री का ऐक्शन, दो कर्मचारी बर्खास्त, दो सस्पेंड और दो पर केस
- गाजीपुर में बिजली हादसे पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सख्त रुख अपनाया है। मंत्री के आदेश पर ट्रांसफॉर्मर लगाने और लगवाने की प्रक्रिया में शामिल लाइनमैन मंटू सिंह कुशवाहा व सब-स्टेशन ऑफिसर आजाद सिंह कुशवाहा को बर्खास्त कर दिया गया है।

यूपी के गाजीपुर में बिजली हादसे पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने सख्त रुख अपनाया है। मंत्री के आदेश पर ट्रांसफॉर्मर लगाने और लगवाने की प्रक्रिया में शामिल लाइनमैन मंटू सिंह कुशवाहा व सब-स्टेशन ऑफिसर आजाद सिंह कुशवाहा को बर्खास्त कर दिया गया है। जिम्मेदार जेई शशिकांत पटेल व एसडीओ कमलेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, अवैध रूप से इस काम को करवाने में शामिल खजूरी निवासी माफिया मंटू और उसिया निवासी सद्दाम खान के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवा दी गई है। ऊर्जा मंत्री ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
एके शर्मा ने बताया कि दिलदारनगर विद्युत उपखंड के भदौरा 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र के उसिया गांव में एक आइस फैक्ट्री पर 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर अवैध और अनधिकृत रूप से लगाया जा रहा था। उसी दौरान दुर्घटना घटी। जांच में पाया गया कि यह पूरा काम अवैध था। जिस आइस फैक्ट्री पर यह ट्रांसफॉर्मर लगाया जा रहा था, उसका कनेक्शन पूर्व में ही बिजली बिल न जमा होने के कारण काटा जा चुका है। ऊर्जा मंत्री ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि ऐसे अवैध कामों में संलिप्त और माफिया से साठ-गांठ करने वाले बिजली कर्मचारियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
राजनीतिक संरक्षण से इनकार नहीं
एके शर्मा ने कहा कि दुर्घटना की जांच में कुछ गंभीर बातें भी सामने आई हैं। गाजीपुर जिले में ट्रांसफॉर्मर सहित विद्युत तंत्र के अवैध कारोबार करने और उसमें माफिया का हाथ होने की संभावना है। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इन लोगों को राजनैतिक संरक्षण भी मिल रहा हो।