बोले बिजनौर : खेल मैदान और पार्क संवरे तो बन जाए लोगों की सेहत
Bijnor News - गोविंदा मॉर्निंग क्लब का लगातार विस्तार हो रहा है। सदस्यों की मांग है कि जिले में खेल के मैदान और पार्क की संख्या बढ़ाई जाए। इंदिरा पार्क में व्यायाम उपकरणों की मरम्मत की आवश्यकता है। सदस्यों का कहना...

गोविंदा मॉनिंग क्लब का लगातार विस्तार हो रहा है। क्लब के सदस्य रोज इंदिरा पार्क से लेकर नेहरू स्टेडियम में पहुंचकर एक्सरसाइज से लेकर योगा करते हैं। गोविंदा मॉर्निंग क्लब के सदस्य एक नहीं कई समस्याओं से पीड़ित हैं। सभी लोगों को हेल्थ को फिट रखने का गुरुमंत्र देने वाले सदस्य इस इंतजार में हैं कि कब वह दिन आएगा जब समस्याओं से छुटकारा मिलेगा और सुविधाओं की बयार बहेगी। कई समस्याओं से घिरे गोविंदा मॉर्निंग क्लब के सदस्यों का कहना है कि जिले में अधिक से अधिक खेल के मैदान होने चाहिए। साथ ही इंदिरा पार्क की तर्ज पर कई पार्क विकसित होने चाहिए। खेल के मैदान और पार्क डेवलेप होने से युवा ही नहीं बुजुर्ग भी इसका लाभ ले सकेंगे। फिलहाल कई समस्याओं के निस्तारण की गुहार अफसरों से लगा चुके हैं।
गोविंदा मॉर्निंग क्लब का गठन करीब 20 वर्ष पहले हुआ था। इसका विस्तार लगातार हो रहा है और सदस्यों की संख्या बढ़ रही है। गोविंदा मॉर्निंग क्लब में नौकरीपेशा, युवा, सेवानिवृत्त कर्मचारी, सीनियर सिटीजन आदि शामिल है। यह सदस्य नियमित रूप से खुद को फिट रखने के लिए नेहरू स्टेडियम और इंदिरा पार्क पहुंचकर व्यायाम करने के साथ साथ योगा भी करते हैं ताकि फिट रहा जा सके। खुद को फिट रखने के साथ दूसरों को भी फिट रहने के लिए मूलमंत्र तक दे रहे हैं। सुबह को युवाओं जैसे जोश में दिखने वाले गोविंदा मॉर्निंग क्लब के सदस्यों का कहना है कि समस्या एक नहीं कई हैं। राकेश शर्मा, चरन सिंह, कमलवीर सिंह, संजीव विश्नोई आदि ने कहा कि जिले में नेहरू स्टेडियम के अलावा कोई खेल का मैदान नहीं है। हर ब्लाक स्तर पर एक-एक स्टेडियम का निर्माण होना चाहिए, ताकि अच्छे खिलाड़ी निकलकर जिले का नाम देश में रोशन कर सके।
कहा कि बिजनौर के इकलौते पार्क इंदिरा पार्क में जो व्यायाम करने के लिए उपकरण लगाए गए हैं वह टूट गए हैं। इंदिरा पार्क में लगाए गए सभी उपकरणों की मरम्मत की आवश्यकता है जो तत्काल कराई जानी चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो बुजुर्गों के साथ व्यायाम करते समय कोई घटना घट सकती है। इंडोर गेम्स की बिल्डिंग और बढ़ाई जाए तथा खेल के मैदान को राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाए ताकि राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट कराए जा सके। नेहरू स्टेडियम की देखभाल के लिए केयर टेकर की भर्ती की जाए ताकि मैदान की देखभाल ठीक से हो सके।
जिला मुख्यालय पर घूमने के लिए इंदिरा पार्क के अलावा कोई पार्क नहीं है। अगर भीड़ हो जाए तो यहां पर्याप्त जगह नहीं है। इंदिरा पार्क की तर्ज पर जिला मुख्यालय पर पार्क डेवलेप किए जाए ताकि सुबह में लोग पार्क का लाभ ले सके। साथ ही पार्क में किसी से भी कोई शुल्क न लिया जाए। आशाराम सिंह, राजीव चौहान, दिनेश चौहान, गणेश ठाकुर ने कहा कि स्टेडियम बिजनौर में सिंथेटिक ट्रैक बनाया जाना आवश्यक है। मिट्टी में घूमने पर जमीन हार्ड हो जाती है और उससे घुटने खराब होने का डर रहता है यदि उसमें पानी ठीक से दे दिया जाए तो उसमें कीचड़ हो जाती है और घूमते हुए या तेज चलते हुए फिसलने का डर बना रहता है।
स्टेडियम के आसपास होनी चाहिए कैंटीन की व्यवस्था
राकेश शर्मा, चरन सिंह आदि ने कहा कि स्टेडियम के आसपास कैंटीन की सुविधा होनी चाहिए। इस पहल पर काम होना चाहिए। इस तरह की कोई सुविधा न होने से लोगों को परेशानी से दो चार होना पड़ता है। प्राथमिकता के आधार पर इस पहल पर काम जरूरी है।
इंदिरा पार्क के अलावा होने चाहिए और दो पार्क
जिला मुख्यालय पर इकलौता इंदिरा पार्क है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए जिला मुख्यालय पर इंदिरा पार्क के अलावा दो और पार्क बनाए जाए ताकि लोग पार्क में जाकर व्यायाम और योगा कर स्वस्थ रह सकें। पार्क बनने के बाद पार्क में साफ सफाई की व्यवस्था दुरूस्त होनी चाहिए।
स्टेडियम के बाद नाश्ता और जूस की होनी चाहिए दुकान
गोविंदा मॉर्निंग क्लब के पदाधिकारियों ने कहा कि नेहरू स्टेडियम के बाद जूस और खाने पीने यानि नाश्ता करने के लिए कुछ दुकानें होनी चाहिए। इससे क्लब के सदस्यों के साथ साथ खिलाड़ियों और सीनियर सिटीजन को भी लाभ मिलेगा। अफसर इस पहल पर काम करें।
कोच से लेकर योगा कराने वाला ट्रेंड हो प्रशिक्षक
गोविंदा मॉर्निंग क्लब के सदस्यों ने कहा कि नेहरू स्टेडियम में हर खेल का कोच होना चाहिए और साथ ही योगा सिखाने वाला एक ट्रेंच प्रशिक्षक होना चाहिए, ताकि योग के माध्यम से आसानी से स्वस्थ रहा जा सके। इंदिरा पार्क से लेकर खेल के मैदान में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति न आए। इस तरह के लोगों पर रोक लगनी चाहिए।
बोले बिजनौर के कोट
बिजनौर की जनसंख्या के हिसाब से स्टेडियम का निर्माण ब्लॉक स्तर पर भी होना चाहिए। आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी प्रतिदिन स्टेडियम आते हैं। ऐसा होने से खिलाड़ियों का पैसा बचेगा। - डॉ. प्रमोद कुमार।
स्टेडियम में दौड़ने एवं घूमने के लिए सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण होना चाहिए, जिससे खिलाड़ियों को सुविधा रहे। इस पहल पर काम होना चाहिए। - प्रकाश वीर रस्तोगी।
स्टेडियम के आसपास कैंटीन की सुविधा होनी चाहिए। जिससे प्रात:काल घूमने के बाद हल्का नाश्ता और चाय की व्यवस्था हो सके। इससे राहत मिलेगी। - कमल वीर सिंह।
स्टेडियम में प्रत्येक खेल के लिए कोच की व्यवस्था होना आवश्यक है। जिससे जनपद से अच्छे खिलाड़ी निकल सके। कई खेलों के कोच नहीं है। - संजीव बिश्नोई
स्टेडियम में मैदान के रखरखाव की व्यवस्था में कुछ और सुधार होना चाहिए। स्टेडियम में कुछ कूड़ेदान की व्यवस्था भी होनी चाहिए। जिससे निश्चित कूड़ा वहीं पर फेंका जा सके तथा स्टेडियम साफ सुथरा रह सके। - सोरन सिंह परिहार
जिले की जनसंख्या को देखते हुए अधिक से अधिक खेल के मैदान और पार्क बनने चाहिए। बिजनौर में पार्क के नाम पर अकेला इंदिरा पार्क है। इस तरह के पार्क डेवलेप होने चाहिए ताकि बुजुर्गों और सेवानिवृत्त लोगों को एक्सरसाइज और घूमने के लिए पार्क मिल सके। वरिष्ठ नागरिकों के लिए इंदिरा पार्क में निशुल्क प्रवेश की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। जिससे वे दिन में किसी भी समय इंदिरा पार्क में पहुंच सकें। - राकेश कुमार शर्मा
स्टेडियम में प्रतिदिन प्रात: राष्ट्रगान होता है इससे लोगों में देशभक्ति की भावना जागृत होती है। इसको शक्ति से लागू किया जाए। कुछ लोग उस समय रुकते नहीं है। ऐसा नियम बनाया जाए के प्रतिदिन सब लोग राष्ट्र गान में सम्मिलित हो। - एडवोकेट राजीव चौहान
स्टेडियम में ड्रेस कोड मजबूती के साथ लागू किया जाए। कुछ लोग नाइट ड्रेस में ही स्टेडियम आ जाते हैं जो उचित नहीं है। - अशोक कुमार यादव
जनपद मुख्यालय में स्टेडियम एवं पार्क कम है। कुछ और पार्क एवं स्टेडियम भी बनाए जाने चाहिए। इससे जिले के लोगों को राहत मिलेगी।- राम मूर्ति गौतम।
स्टेडियम में चारों तरफ खिलाड़ियों एवं घूमने वालों को बैठने के लिए कुछ सीमेंटेड बेंच इत्यादि की व्यवस्था और होनी चाहिए। जिससे खिलाड़ी थमने के बाद कुछ देर आराम से बैठ सके। - चरन सिंह
स्टेडियम में पानी के छिड़काव इत्यादि की व्यवस्था प्रतिदिन होनी चाहिए। जिससे जमीन सॉफ्ट रहे तथा घूमने और दौड़ने में सुविधा रहे। - दिनेश चौहान
जनपद मुख्यालय पर कम से कम दो पार्क और बने, जिससे सीनियर सिटीजन आराम से घूम सके। लोगों की अधिक संख्या होने पर इंदिरा पार्क में घूमने की व्यवस्था नहीं है। - एडवोकेट संजीव कुमार अग्रवाल
बड़े शहरों की तर्ज पर स्टेडियम के आसपास एक मार्केट विकसित होना चाहिए। जहां खेल से संबंधित सामग्री खिलाड़ियों को उपलब्ध हो सके। खेल सामग्री लेने मेरठ और दिल्ली न जाना पड़े। - गणेश ठाकुर
नेहरू स्टेडियम बिजनौर को कुछ और आकर्षक बनाया जाए तथा कुछ इस तरह की खेलों की व्यवस्था होनी चाहिए, जिससे स्टेडियम का नाम राष्ट्रीय स्तर पर हो सके। मैदान में इस तरह की व्यवस्था होनी चाहिए के राष्ट्रीय स्तर के खेल भी यहां हो सके। - राकेश कुमार रस्तोगी
वरिष्ठ नागरिकों के लिए जनपद मुख्यालय पर कम से कम दो पार्क की व्यवस्था और होनी चाहिए। दो पार्क होने से सीनियर सिटीजन को राहत मिलेगी। - अशोक कुमार अग्रवाल।
स्टेडियम के बाहर कुछ इस तरह की दुकानें होनी चाहिए, जहां पर प्रातकाल स्वास्थ्यवर्धक जूस और नाश्ते की व्यवस्था हो सके। - आशाराम सिंह।
छात्र-छात्राएं स्कूलों में अवकाश के दिनों में स्टेडियम जाते हैं। स्टेडियम में प्रत्येक गेम का कोच होना चाहिए। जो इन छात्र-छात्राओं में खेल की भावना जागृत कर सकें और जनपद से अच्छे खिलाड़ी निकाल सकें। - संजय कुमार।
सुझाव
1. जिला मुख्यालय पर अधिक से अधिक पार्क होने चाहिए।
2. खिलाड़ियों के लिए खेल सामग्री की व्यवस्था नेहरू स्टेडियम के पास होनी चाहिए।
3. इंदिरा पार्क में बिना शुल्क के प्रवेश की अनुमति दी जाए।
4. स्टेडियम में सभी खेलों के कोच होने चाहिए।
5. हर ब्लाक में खेल के मैदान होने चाहिए।
शिकायतें
1. जिला मुख्यालय पर एक इंदिरा पार्क के अलावा नहीं हैं कोई दूसरा पार्क।
2. जिले में नेहरू स्टेडियम के अलावा नहीं है खेल का मैदान।
3. स्टेडियम में दौड़ने एवं घूमने के लिए सिंथेटिक ट्रैक नहीं है।
4. स्टेडियम के आसपास कैंटीन की सुविधा नहीं है।
5. प्रत्येक खेल के लिए मौजूद नहीं है कोच।
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