बाउंड्रीवाल के अंदर से मिले दो भाइयों के शव, पास में रखा था तंत्रमंत्र का सामान, पुलिस ने बताई मौत की वजह
फिरोजाबाद के थाना मक्खनपुर क्षेत्र स्थित एक बाउंड्रीवाल के भीतर दो युवकों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। उनकी बाइक मौके पर खड़ी मिली। शवों के आसपास तंत्र क्रिया का सामान, लड्डू, पानी का ग्लास के अलावा एक गुड्डा लटका मिला है।

यूपी के फिरोजाबाद के थाना मक्खनपुर क्षेत्र स्थित एक बाउंड्रीवाल के भीतर दो युवकों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। उनकी बाइक मौके पर खड़ी मिली। शवों के आसपास तंत्र क्रिया का सामान, लड्डू, पानी का ग्लास के अलावा एक गुड्डा लटका मिला है। हालांकि पुलिस ने मौत की वजह कुछ और ही बताई है। एसपी देहात ने घटना की जानकारी की। प्रथम दृष्ट्या दोनों की मौत विषाक्त पदार्थ खाने से होने की आशंका जताई है। पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम कराया है।
मक्खनपुर में मजार के समीप बाउंड्रीवाल में दोपहर के समय दो युवकों के शव मिले। सूचना आग की तरह फैलने के बाद वहां काफी लोग इकट्ठा हो गए। वहीं एक मोटरसाइकिल खड़ी मिली। इस पर एक हैंडबैग भी लगा था। पुलिस मौके पर पहुंची। काफी समय बाद शवों की पहचान पूरन 40 वर्ष पुत्र मिजाजी लाल निवासी नई आबादी रहना तथा रामनाथ 50 वर्ष निवासी नगला गोकुल एका के रूप में हुई। शवों के पास दो पानी के गिलास, नींबू, लड्डू मिले। तंत्र क्रिया में इस्तेमाल होने वाला एक गुड्डा भी लटका मिला।
एसपी देहात अखिलेश भदौरिया ने पहुंचकर घटना के बारे में पूछताछ की। फॉरेंसिक टीम ने भी अपने तरीके से तहकीकात की। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। एसपी देहात ने बताया कि दोनों शवों के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं है। शवों के पास मिले सामान से लगता है कि वहां दोनों ने बैठकर कुछ खाया पिया है। अनुमान है उसमें विषाक्त होने से उनकी मौत हुई होगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सच्चाई सामने आएगी।
भगतई करता था पूरन, खेती करता था रामनाथ
रामनाथ के परिजनों ने बताया कि वह दो दिन पूर्व किसी शादी समारोह में आया था। वहां से गुरुवार को वह पूरन के घर आ गया। कुछ देर के बाद दोनों घर पर दाल रोटी बनाने की कहकर चले गए। उसके बाद शुक्रवार को उनके शव मिलने की सूचना आई। परिजनों ने बताया कि पूरन चिनाई का काम करता था। साथ ही साथ वह भगतई का काम करता था। रामनाथ खेती करता था। दोनों रिश्ते के भाई लगते थे। दोनों की मौत से परिवारों में कोहराम मच गया है।
आरटीओ एप से हो सकी पहचान
दो युवकों के शव मिलने के बाद इनकी पहचान को लेकर पुलिस परेशान थी। अचानक ध्यान आया कि शवों के पास खड़ी बाइक से मदद ली जाए। इसका नम्बर जैसे ही आरटीओ एप में डाला तो उस पर डिटेल आ गई। मोबाइल नम्बर से बात करने पर दोनों मृतकों की पहचान हो गई।