सीज फायर सरकार का फैसला, क्यों गालियां खा रहे विक्रम मिसरी, अखिलेश यादव का भाजपा से सवाल
विदेश सचिव विक्रम मिसरी को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की टिप्पणी हो रही हैं। इसको लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव उनके बचाव में उतर आए। साथ ही सरकार से भी सवाल जवाब किए।

पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई भी की। लेकिन तीन दिन बाद ही सीजफायर की घोषणा हो गई। इसको लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने आधिकारिक बयान जारी किया तो सोशल मीडिया पर उनके और परिवार के खिलाफ तरह-तरह की अभद्र टिप्पणी होने लगीं। एक ओर विपक्ष ने सरकार से सवाल-जवाब शुरू कर दिए हैं तो वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव विक्रम मिसरी के बचाव में उतर आए। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, निर्णय तो सरकार का होता है; किसी अधिकारी का नहीं।
ये बेहद संवेदनशील, निंदनीय, शर्मनाक, आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि देश के एक बहुत बड़े अधिकारी और उसके परिवार के ख़िलाफ़ कुछ असामाजिक-आपराधिक तत्व सरेआम अपशब्दों की सारी सीमाएं तोड़ रहे हैं लेकिन उनके मान-सम्मान की रक्षा के लिए न तो भाजपा सरकार, न ही उनका कोई मंत्री सामने आकर ऐसी अवांछित पोस्ट करनेवालों के ख़िलाफ़ किसी कार्रवाई की बात कर रहा है। ऐसी पोस्ट और बयानों से, दिन-रात एक करके देश के लिए समर्पित रहनेवाले सत्यनिष्ठ अधिकारियों का मनोबल टूटता है।
अखिलेश ने आगे लिखा, कहीं ऐसा तो नहीं कि भाजपा सरकार अपनी नाकामी और नाकामयाबी के लिए किसी और की ओर ध्यान भटकाकर ख़ुद बचना चाह रही हो। भाजपा सरकार से हमारी खुली माँग है कि इन सबकी तुरंत गहरी जाँच हो और इनके सोशल मीडिया एकाउंट्स और बैंक खाते से लेकर ई-पेमेंट के सभी एकाउंट्स का पूरा ब्यौरा निकाला जाए। आज ही, तुरंत, तत्काल अभी ही ईडी, सीबीआई, साइबर सिक्योरिटी व अन्य जाँच एजेंसियों को असली काम पर लगाया जाए और पता किया जाए कि इनके पीछे कौन सी ताक़तें काम कर रही हैं और ये राष्ट्र विरोधी लोग किस विदेशी ताक़तों से पैसा लेकर देश में अमन-चैन-शांति को भंग करना चाहते हैं।
अखिलेश आगे लिखते हैं, जो भाजपा सरकार बात-बात पर देश की सुरक्षा की आशंका के नाम पर प्रतिष्ठित यू ट्यूब चैनल्स को बंद कर देती है, वो ऐसे लोगों के बारे में चुप क्यों है? अगर ये सब भाजपा की रज़ामंदी से नहीं हो रहा है तो ये और भी गंभीर मसला है और देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए अत्यंत ख़तरनाक बात भी है क्योंकि ऐसे तत्व देश के अंदर बैठे हैं और भाजपा सरकार उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ पा रही है। ये वही लोग हैं जो किसी के भी ख़िलाफ़ सरेआम ज़हरीली बातें लिखते हैं लेकिन उनका बाल भी बाँका नहीं होता। चंद पैसों के लिए बिक जानेवाले ये लोग किसी के भी सगे नहीं हो सकते हैं। ऐसे लोगों को रोकने के लिए भाजपा सरकार ने अगर 24 घंटे में कोई क़दम नहीं उठाया तो देश की जनता को ये समझते देर नहीं लगेगी कि ये किसके लोग हैं, किसके लिए काम करते हैं, कौन उन्हें बचा रहा है और क्यों। भाजपा की चुप्पी उसकी संलिप्तता मानी जाएगी।