आरएसएस भारत को हिन्दू राष्ट्र नहीं बना रहा, वह तो पहले से है: दत्तात्रेय होसबाले
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ हिन्दुओं को सेवाभावी हिन्दू बनाने एवं अकेले हिन्दू को शक्तिशाली कर रहा है। जातीय हिन्दू को राष्ट्रीय हिन्दू बना रहा है। हिन्दुओं को समरसता की धारा में लाने का काम संघ ने किया है।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने लखनऊ म में आयोजित शाखा में कहा कि संघ हिन्दू राष्ट्र नहीं बना रहा। हिन्दू राष्ट्र तो पहले से है। संघ हिन्दुओं को सेवाभावी हिन्दू बनाने एवं अकेले हिन्दू को शक्तिशाली कर रहा है। जातीय हिन्दू को राष्ट्रीय हिन्दू बना रहा है। हिन्दुओं को समरसता की धारा में लाने का काम संघ ने किया है। भले ही जन्म से वह हिन्दू है मगर उसके आचरण, स्वभाव और विचार से उसे सम्पूर्ण हिन्दू बनाने का कार्य संघ कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हम सबने देश के लिए संकल्प लिया है। भारतवर्ष में जन्म लेने के लिए देवता भी तरसते हैं। इसलिए यहां जन्म लेना हमारा सौभाग्य है। ऐसे में हमारा कर्तव्य भी बनता है कि हम समाज और देश के प्रति अपने संकल्पनिष्ठ कर्तव्यों का निर्वहन करें। भारत के साहित्यकारों, वैज्ञानिकों एवं समाजसेवकों आदि ने इसे संवार दिया है लेकिन इसे निरंतर उच्चता की ओर ले जाने के लिए हमें भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा।
हर शाखा, मंडल और टोली करेगी पांच कार्य
उन्होंने कहा कि आने वाले एक वर्ष में संघ के पंच परिवर्तन के कार्य हर मंडल, हर शाखा, हर टोली तक पहुंचाना होगा। स्वयंसेवक होने के नाते हम सबको समय देना होगा, हमें अनुशासन में रहना होगा। संघ का कार्य एक दृष्टि से साधना है। प्रत्येक कार्यकर्ता अपना मूल्यांकन करता रहे। वह जो भी गलती करता है, उससे सबक लेता है। उन्होंने कहा कि संघ के लोग आपदा के समय में प्रथम पंक्ति में खड़े रहते हैं। हमें कार्यकारिणी, अभ्यास वर्ग आदि की गुणवत्ता बढ़ानी चाहिए।
हमारी गुणवत्ता की हर दिन परीक्षा होती है। यह आसान काम नहीं है। प्रतिदिन की शाखा देखने में तो आसान होती है मगर नियमित शाखा चलाना आसान नहीं है। जिंदगी भर संघ का कार्य करते हुए समाज का कार्य करने का हमने संकल्प लिया है। पूजा करने के समान ही संघ का कार्य भी पवित्र भाव से किया जाने वाला कार्य है। जब तक हिन्दू समाज है, हमें यह कार्य करना है।
इससे पहले मैदान में ध्वजारोहण, प्रार्थना, प्रदक्षिणा, सामूहिक विषय प्रदर्शन, प्रदर्शन घोष, दंड योग, व्यायाम योग, आसन, गणगीत, सुभाषित, मंच परिचय, अमृत वचन व एकलगीत आदि कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दौरान संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वांत रंजन, क्षेत्र प्रचारक अनिल, प्रांत संघचालक सरदार स्वर्ण सिंह, सह प्रांत संघचालक सुनीत खरे, प्रांत प्रचारक कौशल, सह प्रांत प्रचारक संजय, इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री संजय, संयुक्त क्षेत्र के कुटुम्ब प्रबोधन प्रमुख ओमपाल सिंह आदि थे।