Farmers Meeting in Deoria Importance of Soil Testing and Modern Agricultural Techniques मिट्टी की जांच से घटेगी लागत, बढ़ेगी पैदावार, Deoria Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsDeoria NewsFarmers Meeting in Deoria Importance of Soil Testing and Modern Agricultural Techniques

मिट्टी की जांच से घटेगी लागत, बढ़ेगी पैदावार

Deoria News - देवरिया में किसान चौपाल का आयोजन किया गया, जिसमें मिट्टी परीक्षण के लाभ और खेती में तकनीकी बदलावों पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने मिट्टी की सेहत की जानकारी के महत्व को बताया और किसानों को आधुनिक...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाTue, 13 May 2025 09:02 AM
share Share
Follow Us on
मिट्टी की जांच से घटेगी लागत, बढ़ेगी पैदावार

देवरिया, निज संवाददाता। जागृति उद्यम केंद्र और सेनानी मिट्टी परीक्षण केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में भाटपाररानी ब्लॉक के केहुनिया गांव में सोमवार को किसान चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें मिट्टी परीक्षण के लाभों और खेती-किसानी में आए तकनीकी बदलावों पर चर्चा की गई। कृषि विशेषज्ञ जयप्रकाश पांडेय ने कहा कि सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है, जिनमें ‘स्वायल हेल्थ कार्ड योजना भी शामिल है। किसानों को अपनी मिट्टी की जांच अवश्य करानी चाहिए। इससे मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी मिलती है। बिना जांच के खाद का प्रयोग करना बिना बीमारी समझे दवा लेने जैसा है।

मिट्टी की स्थिति जानकर संतुलित मात्रा में खाद देने से लागत घटती है और पैदावार बढ़ती है। बार-बार एक ही फसल उगाने और अत्यधिक रासायनिक खादों के प्रयोग से मिट्टी की गुणवत्ता प्रभावित होती है। सेनानी मिट्टी परीक्षण केंद्र की शिखा पांडेय ने कहा कि अधिकतर किसान अपनी मिट्टी की सेहत से अनभिज्ञ हैं। कई किसानों की मिट्टी में पहले से पर्याप्त नाइट्रोजन मौजूद थी, फिर भी वे अनावश्यक रूप से यूरिया का प्रयोग कर रहे थे। हमें समय के साथ आधुनिक तकनीकों को अपनाना चाहिए। उन्होंने किसानों को मिट्टी जांच के लिए नमूना संग्रह करने के तरीकों के बारे में बताया। जागृति के उद्यम कोर सदस्य मृण्मय ने कहा कि पिछले तीन दशकों में खेती के तरीके काफी बदल चुके हैं। पहले हल-बैल और देसी बीजों पर निर्भरता थी, सिंचाई के लिए बारिश और नहरों का सहारा लिया जाता था। आज खेती में मशीनें, तकनीक, मोबाइल ऐप्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की मदद से किसानों को मौसम, बाजार भाव और फसल बिक्री में सहूलियत मिल रही है। एफपीओ और डिजिटल माध्यमों से किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य मिलने लगा है। अब पारंपरिक फसलों पर निर्भरता घट रही है और किसान अनुसंधान आधारित बीजों का उपयोग कर कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं। यूट्यूब और सोशल मीडिया के जरिए किसान नई तकनीकों को तेजी से अपना रहे हैं। युवा और शिक्षित किसान अब खेती को एक पेशेवर व्यवसाय के रूप में अपना रहे हैं। इस अवसर पर किसान आशीष द्विवेदी, विनय कुमार पांडेय, भानु प्रताप सिंह, मुरारी सिंह, हरिओम शरण पांडेय, ओमप्रकाश सिंह, अमित पांडेय, अविनाश पांडेय तथा जागृति टीम से सद्दाम अंसारी, नंदिता गिरी आदि उपस्थित रहे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।