उपभोक्ताओं को बिजली न देने वाले कार्मिकों पर होगा सख्त ऐक्शन, अफसरों संग मीटिंग में बोले ऊर्जा मंत्री
निजीकरण को लेकर कर्मचारियों के आंदोलन के बीच ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने शनिवार को सभी डिस्कॉम के एमडी, डायरेक्टर टेक्निकल के साथ समीक्षा बैठक की।

यूपी में निजीकरण को लेकर कर्मचारियों के आंदोलन के बीच ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने शनिवार को सभी डिस्कॉम के एमडी, डायरेक्टर टेक्निकल के साथ समीक्षा बैठक की। निर्देशित किया कि आंधी-तूफान, बारिश एवं पेड़ गिरने से जहां भी अभी विद्युत आपूर्ति दुरुस्त नहीं हुई, वहां युद्धस्तर पर कार्य कराएं। तत्काल विद्युत व्यवस्था को सुधार कर आपूर्ति बहाल करें। सभी एमडी और डायरेक्टर टेक्निकल विद्युत प्रभावित क्षेत्रों का तत्काल स्थलीय भ्रमण कर विद्युत व्यवधानों को दूर कराएं। उन्होंने लापरवाही पर झांसी के मुख्य अभियंता को तत्काल हटाने के आदेश दिए।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि विद्युत व्यवधानों और शिकायतों को अतिशीघ्र दूर करने के लिए सभी डिस्कॉम, जोन और जिले स्तर पर 24 घंटे संचालित होने वाले कंट्रोल रूम स्थापित कराए जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की 'उपभोक्ता देवो भवः' की मंशा के विपरीत कार्य करने वाले विद्युत कार्मिकों की मनमानी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रदेश सरकार ने विगत तीन वर्षों से उपभोक्ताओं के हितों को सर्वोपरि रखते हुए लगातार विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ करने का कार्य किया। अब प्रदेश में अनवरत विद्युत आपूर्ति के लिए उत्पन्न किए जा रहे व्यवधानों को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
झांसी के चीफ इंजीनियर को हटाने के आदेश
उन्होंने कहा कि शिकायतें आ रही हैं कि झांसी, जालौन, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, महोबा, मऊरानीपुर, कौशाम्बी, सीतापुर, हरदोई, खीरी, मेरठ, नोएडा, गौतमबुद्धनगर, कुशीनगर जिले के कुछ क्षेत्रों में अभी तक विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हुई है। बुंदेलखंड के ग्रामीण क्षेत्रों तथा अन्य जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में भी विद्युत कटौती और बार-बार ट्रिपिंग होने की शिकायतें आ रही हैं। विद्युत कार्यों के प्रति कार्मिकों की यह घोर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने झांसी के चीफ इंजीनियर को कार्यों के प्रति उदासीनता एवं घोर लापरवाही पर तत्काल हटाने के निर्देश दिए। ऐसे कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए जो सरकार की मंशा के अनुरूप उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति नहीं दे पा रहे हैं।
सीजी सिटी उपकेंद्र से बार-बार शटडाउन की होगी जांच
उन्होंने कहा कि किसी भी फीडर में एक से अधिक बार शटडाउन न लिया जाए। उन्होंने कहा कि सीजी सिटी, लखनऊ विद्युत उपकेंद्र के निरीक्षण में एक ही दिन में 10 से अधिक बार शटडाउन लिया गया मिला, इसकी जांच कराई जाए। एक शटडाउन टेंपरेरी कनेक्शन का पीडी करने के लिए दिया गया। उन्होंने निर्देश दिए की सभी क्षेत्रों को निर्धारित शेड्यूल के अनुरूप विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिन फ़ीडरों में लोड अधिक है उनका लोड परिवर्तित कर सुचारु विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें। बार-बार ट्रिपिंग एवं शटडाउन, लो वोल्टेज और अनावश्यक विद्युत कटौती अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।