खसरा-रूबैला टीकाकरण प्रगति कम रहने पर छह एमओआईसी को दी गई चेतावनी
Etah News - शासन ने एक से पांच वर्ष तक के बच्चों के लिए खसरा-रूबैला टीकाकरण का लक्ष्य 95 प्रतिशत रखा है। सीएमओ डा. उमेश कुमार त्रिपाठी ने चेतावनी दी है कि जिन ब्लॉकों में प्रगति कम रही, वहां के स्वास्थ्यकर्मियों...

एक से पांच वर्ष तक के बच्चों को दो बार खसरा-रूबैला टीकाकरण कराने का लक्ष्य शासन की ओर से 95 प्रतिशत से अधिक निर्धारित है। छह ब्लॉक क्षेत्र में टीकाकरण प्रगति कम रहने पर सीएमओ डा. उमेश कुमार त्रिपाठी ने चेतावनी दी है। सीएमओ ने बताया कि एटा अर्बन, मारहरा, निधौलीकलां, अलीगंज, जलेसर, शीतलपुर में खसरा-रूबैला टीकाकरण की प्रगति 95 प्रतिशत से कम रहने पर एमओआईसी, एएनएम को वेतन रोकने की चेतावनी दी गई है। राज्य स्तर के एचएमआईएस पोर्टल से जारी सूचना के अनुसार एमआर-1 में एटा अर्बन क्षेत्र के लक्ष्य 7181 के सापेक्ष 4731, मारहरा ब्लॉक में 5296 के सापेक्ष 4740 बच्चों का टीकाकरण हुआ है।
इसी प्रकार एमआर-2 में एटा शहर में लक्ष्य 6765 के सापेक्ष 3736, मारहरा में 5012 के सापेक्ष 3774, निधौलीकलां में 6038 के सापेक्ष 4944, अलीगंज में 8330 के सापेक्ष 7180, जलेसर 5646 सापेक्ष में 4870 और शीतलपुर में 6755 के सापेक्ष 6095 बच्चों को खसरा-रूबैला का टीका लगाया जा सका है। सीएमओ ने बताया कि शासन से खसरा-रूबैला में 95 प्रतिशत से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित है। जन्म से पांच वर्ष तक बच्चों को दो बार लगाया जाना खसरा-रूबैला टीका जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. रामसिंह ने बताया कि खसरा-रूबैला का टीका बच्चों को जन्म से लेकर एक वर्ष तक पहला, दूसरा टीका 16 से 25 माह में लगाया जाता है। उन्होंने बताया कि शासन से निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष जनपद में छह ब्लॉकों में प्रगति संतोषजनक नहीं रही है। इसलिए उनको कार्य प्रगति बढ़ाने जाने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
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