इटावा में ईसाई समुदाय ने परंपरागत ढंग से मनाया गुड फ्राइडे
Etawah-auraiya News - रोमन कैथोलिक और सीएनआई ईसाई समुदाय ने गुड फ्राइडे पर विशेष प्रार्थनाएं एवं धार्मिक आयोजन किए। मौंडी थर्सडे पर प्रभु यीशु के अंतिम भोज की स्मृति में पैर धोने की पूजा की गई। गुड फ्राइडे को क्रूस पर...

रोमन कैथोलिक व सीएनआई ईसाई समुदाय ने परंपरागत ढंग से व्रत रखकर गुड फ्राइडे मनाया। क्राइस्ट द किंग चर्च में मौंडी थर्सडे और गुड फ्राइडे के पावन अवसर पर श्रद्धा, भक्ति और आस्था के साथ विशेष प्रार्थनाएं एवं धार्मिक आयोजन संपन्न हुए। इस मौके पर क्रूस के रास्ते का जुलूस भी निकाला गया।
मौंडी थर्सडे को प्रभु यीशु मसीह के अंतिम भोज की स्मृति में मनाया जाता है जहां उन्होंने अपने शिष्यों के पैर धोकर सेवा और विनम्रता का आदर्श प्रस्तुत किया था। इस अवसर पर चर्च में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन हुआ जिसमें मुख्य धर्माध्यक्ष मार थॉमस पडियाथ द्वारा प्रतीकात्मक रूप से शिष्यों के पैर धोए गए, जो प्रेम, सेवा और भाईचारे का प्रतीक है।
गुड फ्राइडे प्रभु यीशु मसीह के क्रूस पर बलिदान की स्मृति में मनाया जाता है। इस दिन को ईसाई धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है क्योंकि इसी दिन प्रभु यीशु ने मानव जाति के पापों के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। चर्च में विशेष क्रूसी पूजा का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और प्रभु के बलिदान को स्मरण कर प्रार्थना में लीन हुए।
इन दोनों आयोजनों में स्थानीय समुदाय ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और शांति, क्षमा और प्रेम का संदेश समाज में फैलाने का संकल्प लिया। रोमन कैथोलिक समुदाय के लोगों ने प्रार्थना सभा की और सेंटमैरी कॉलेज परिसर में परिसर में क्रूस के रास्ते का जुलूस भी शांतिपूर्वक निकाला । जिन 14 रास्तों से होकर यीशु को क्रूस तक ले जाया गया था उन्हें 14 रास्तों पर जुलूस ने प्रतीकात्मक रूप में भ्रमण किया। जुलूस में फादर विंशन, फादर सीजू, फादर बिबिन मौजूद रहे ।
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