सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु, हादसों का बन रहे सबब
Fatehpur News - -फसलों की बर्बादी से किसान परेशान, दर्द दे रहे अन्ना -फसलों की बर्बादी से किसान परेशान, दर्द दे रहे अन्ना-फसलों की बर्बादी से किसान परेशान, दर्द दे रह

फतेहपुर। छुट्टा पशुओं की संख्या में लगातार हो रहे इजाफा से विभागीय कार्यशैली पर सवाल उठ रहा है। सड़कों पर घूमने वाले पशुओं से हादसों का भय और ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ती है। हमलावर होने की दशा में लोग चोटहिल होते हैं। गौशालाओं में संरक्षण के बजाय कागजों को मेनटेन तक कार्रवाई सीमित है। यही कारण है समस्या जस की तस बनी हुई है। शहर से लेकर गांव गांव तक आवारा पशुओं के स्वछंद विचरण से ग्रामीण व शहरी परेशानियों से जूझ रहे है। लहलहा रही फसलों पर झूंड में पशुओं की तबाही का मंजर किसान निहारता रहता है। लाठी डंडा उठाने पर पशु हमलवार तक हो जाते है।
वहीं सड़कों गलियों प्रमुख चौराहों में पशुओं का जमावड़ा यातायात तो प्रभावित करता ही है हादसों का भी सबब बनते है। कभी कबार झुंडो के पशु आपस में भिड़ने से परेशानियां उत्पन्न होती है। ऐसा ही नजारा शहर के पटेल नगर चौराहा, आईटीआई रोड, वर्मा चौराहा में पशुओं के झुंड से यातायात बिगड़ने लगा और गाड़ियों की आवाजाही में समस्या खड़ी होने लगी। लोगो ने पशुओं को भगाने का प्रयास किया लेकिन टस से मस नहीं हुए। जबकि विभाग गौशालाओं में संरक्षित किए जाने का वादा किया जाता रहा है लेकिन हकीकत कुछ और ही सामने दिखाई पड़ती है।
जनपद में कुल 60 गौशालाओं में 15 से 16 हजार पशु है और आज तक तकरीबन 25 हजार पशुओं को संरक्षित किया जा चुका है। इन चार महीनों में दो सैकड़ा से अधिक पशुओं को संरक्षित किया जा चुका है। बावजूद इसके सड़कों पर आवारा घुम रहे पशु विभागीय कार्यशैली की हकीकत को उजागर कर रहा है।
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