Old Buildings in Firozabad s Bapu Gali Pose Serious Danger to Residents and Businesses बोले फिरोजाबाद: हर वक्त ‘खौफ की दुकान में बैठते हैं दुकानदार, Firozabad Hindi News - Hindustan
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बोले फिरोजाबाद: हर वक्त ‘खौफ की दुकान में बैठते हैं दुकानदार

Firozabad News - फिरोजाबाद की पुरानी मंडी और बापू गली में जर्जर भवनों की स्थिति खतरनाक है। यहां के दुकानदारों का कहना है कि रोजाना जान को जोखिम में डालकर कारोबार करना पड़ता है। नगर निगम ने सर्वे किया, लेकिन समस्या का...

Newswrap हिन्दुस्तान, फिरोजाबादWed, 9 April 2025 06:21 PM
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बोले फिरोजाबाद: हर वक्त ‘खौफ की दुकान में बैठते हैं दुकानदार

पुरानी मंडी और बापू वाली गली। यहां से गुजरने वाले भी खौफजदा रहते हैं। अब सोचिए यहां रहकर कारोबार करने वालों की हालत कैसी होती होगी? यहां के जीर्ण-शीर्ण खड़े भवन किसी डर से कम नहीं हैं। इन्हीं भवनों में कई दुकानें भी संचालित हो रही हैं। गलियां इतनी संकरी है कि एक साथ दो वाहनों का निकलना मुश्किल है। आलम ये है कि यहां आए दिन इन पुराने भवनों से ईंटें गिरती रहती हैं। हाल ही में यहां हादसा भी हो चुका है। हिन्दुस्तान के बोले फिरोजाबाद अभियान के तहत स्थानीय दुकानदारों ने समस्याओं को उठाया। कहा कि भईया यहां तो जान को जोखिम में डालकर कारोबार करना पड़ रहा है।

सुहागनगरी में यूं तो कई भवन ऐसे हैं जिनकी हालत बेहद खस्ता है तो उस पर भी इनमें से अधिकांश भवन घनी बस्तियों में हैं। पुराना फिरोजाबाद कहा जाने वाला यह क्षेत्र संकरी गलियों के रूप में जाना जाता है। इनमें से कई भवनों में रहने वालों ने अपने मकान पॉश कॉलोनी में बनवा लिए हैं तो कुछ बेटे-बेटियों के नौकरी पर पहुंचने पर अब उनके साथ बाहर रहते हैं तो कई भवनों के मालिक अब यहां नहीं रहते। निगम द्वारा सर्वे तो कराया जाता है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर खानापूरी होती है। निगम के सर्वे के ही अनुसार कई भवन इतने पुराने हो गए हैं, बगैर बरसात जानलेवा साबित हो सकते हैं तो बीते वर्ष हुए आधे-अधूरे सर्वे में ही 55 जर्जर भवन चिन्हित किए गए थे, जबकि हकीकत में शहर में ऐसे भवनों की संख्या 200 से अधिक है। बापू गली में ही 150 वर्ष पुराने भवन हैं।

हिन्दुस्तान ने बोले फिरोजाबाद के तहत जब बापू गली एवं पुरानी मंडी के दुकानदारों से संवाद किया तो इन जर्जर भवनों की दहशत उनके चेहरों पर भी साफ नजर आई। भवनों के आसपास रहने वाले खौफजदां हैं तो इस मार्ग से निकलने वाले भी। दुकानदार कहते हैं कि सुबह दुकान खोलते हैं तो पहली प्रार्थना में यही होता है कि आज का दिन सुरक्षित गुजरे। रात में दुकान बंद करते वक्त भी प्रभु से दया-दृष्टि दिखाने की मांग करते हैं। पुरानी मंडी में एक दर्जन दुकान हैं तो बापू गली में आधा दर्जन चूड़ी के गोदाम। इन गोदाम में काफी संख्या में लोग काम करने आते हैं।

जर्जर भवनों के खतरे का अहसास छोटे चौराहे से पुरानी मंडी की ओर जाने वाली गली में प्रवेश करने से ही हो जाता है। गली में घुसते ही दाहिने हाथ पर स्थित मकान की हालत इतनी जर्जर है कि लोगों को उसके देखते ही मन में भय उत्पन्न हो जाता है। हालत देख मालिक काफी वक्त पहले इसे छोड़ गए हैं। कुछ यही हालात बापू गली में है। कई साल से खाली पड़ा मकान कभी भी हादसे का सबब बन सकता है। यह भी काफी वक्त से खाली पड़ा है। दुकानदारों का कहना है कि एक वर्ष पूर्व निगम की टीम ने मकानों का सर्वे किया था, लेकिन कार्रवाई नहीं की।

नगर निगम पर नहीं जर्जर भवनों की सूची

हकीकत तो यह है नगर निगम अभी तक शहर के ऐसे भवनों की सूची नहीं बन सका है जो काफी जर्जर है तथा कभी भी गंभीर हादसे का कारण बन सकते हैं। जब भी इस संदर्भ में नगर निगम के निर्माण विभाग द्वारा जानकारी ली जाती है तो उनका कहना होता है कि अभी तक 55 भवन क्षतिग्रस्त के रूप में सूचीबद्ध किए गए हैं जबकि शहर में ऐसे भवनों की संख्या 200 से अधिक है।

दुकानदारों का दर्द

अधिकारी तो केवल आश्वासन देते हैं कार्रवाई नहीं करते। अगर अधिकारी अपने कार्य को अंजाम दें तो इस समस्या का तत्काल समाधान हो सकता है। जर्जर भवन पूरी तरह खाली पड़े हैं तथा उनके स्वामी पूरी तरह बेफिक्र हैं। उन्हें दूसरों के जान की चिंता नहीं है। अगर हम लोग इसी तरह हाथ पैर हाथ रखे बैठे रहे तो किसी भी दिन यहां बड़ा हादसा होने से कोई नहीं रोक सकता।

-अमन गुप्ता

हम सभी लोगों को इसके लिए आसपास के लोगों को जागरूक करना होगा, ताकि नींद में सोए हुए दोनों विभागों के अधिकारियों को जगाया जा सके। इस कार्य के लिए किसी न किसी व्यक्ति को तो आगे आना ही होगा। नहीं तो मंडराता हुआ मौत का खतरा दूर नहीं होगा। अब सब कुछ भगवान के भरोसे है जो होगा सब कुछ अच्छा ही होगा।

-आगाज

गली के लोगों ने फैसला लिया है कि जल्द से जल्द बरसात से पहले कोई ठोस कदम उठाने पड़ेंगे, ताकि दिन में यहां लेकर अपना सुरक्षित जीवन जी सके। हम लोगों को सबसे अधिक भय बारिश के दिनों में बना रहता है। क्षेत्रीय निवासियों को इस संबंध में अधिकारियों को ज्ञापन देकर अपनी समस्या से अवगत कराना चाहिए ताकि दोनों मकान की समस्या का समाधान बरसात से पहले निकल सके।

-सौरभ

हम लोग जल्द ही इस संबंध में एक कमेटी गठित करेंगे। कमेटी का गठन पूर्ण होने के बाद वह नगर निगम के अलावा तहसील प्रशासन को क्षतिग्रस्त भवन को गिराने के लिए उन्हें ज्ञापन देंगे। इसके लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा। क्षेत्रीय पार्षद को हम लोगों को साथ देने के लिए आगे आना चाहिए। वह यहां के जनप्रतिनिधि हैं, लिहाजा इस पर ध्यान दें।

-सुरेंद्र गुप्ता

जब तक हम क्षेत्रीय निवासियों को इसके खिलाफ एकजुट नही होंगे तब तक आधिकारी सक्रिय नहीं होंगे। हम लोग ही खौफजदां नहीं हैं, बल्कि उक्त मार्ग से भी गुजरने वालों को भी खतरा रहता है। सुरक्षित जीवन के लिए तत्काल प्रभाव से दोनों गिरासू भवनों को तत्काल गिराया जाना चाहिए। अगर कभी यह मकान दिन में गिरता है तो बहुत बड़ी जनहानि हो सकती है।

-अरुण गोयल

पुरानी मंडी के अलावा बापू गली के लगभग 100 से अधिक छोटे-छोटे बच्चे ऐसे हैं जो रोजाना स्कूल से घर और घर से स्कूल जाते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को इन बच्चों की सुरक्षा की तरफ भी देखना चाहिए। तत्काल प्रभाव से भवन स्वामियों को नोटिस जारी करने चाहिए। इसके बाद भी भवन स्वामी सक्रिय कदम नहीं उठाते तो प्रशासन को इनके गिराने के लिए आगे आना चाहिए।

-अशोक

वह तो खुदा का शुक्र है कि आज तक उसकी मेहरबानी हम पर बरस रही है। जिस तरह बापू गली के अलावा पुरानी मंडी वाली गली में दोनों मकानों की हालत बनी हुई है उसे देखकर लोग बुरी तरह सहम जाते हैं। क्षतिग्रस्त मकानों को लेकर हर वक्त जो खौफ रहता है, उसे यह अधिकारी नहीं समझेंगे। पिछले वर्ष वापू गली में एक मकान का हल्का सा हिस्सा गिरने से अफरा-तफरी मच गई थी।

-ईशा

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