ग्राम पंचायतों में निर्मित कूड़ाघर का नहीं हो रहा उपयोग
Gangapar News - ग्राम पंचायतों में निर्मित कूड़ाघरों का नहीं हो सका उपयोगमेजा। तहसील क्षेत्र के विकास खण्ड मेजा सहित अन्य ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत नि

तहसील क्षेत्र के विकास खण्ड मेजा सहित अन्य ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित एसआरसी सेंटरों में अब तक कूड़ा नहीं रखा जा सका। वर्मी कम्पोस्ट खाद के लिए निर्मित गड्ढे भी जैसे के तैसे पड़े हुए हैं। शहर की तरह गॉव को स्वच्छ रखने के लिए शासन की ओर से ग्राम पंचायतों को एक मुश्त धनराशि दी गई। इस धन से गॉवों की गलियों में गीले व सूखे कचड़े को रखने के लिए कूड़ा घर तो बना दिए गए, लेकिन गॉव की सफाई नहीं हो सकी। कूड़ा घर स्वच्छ हालत में गॉव से बाहर कूड़े का इंतजार कर रहे हैं। विकास खण्ड मेजा के 75 ग्राम पंचायतों में शायद ही ऐसा कोई एसआरसी सेंटर होगा, जहॉ पर गॉव का कचरा रखा गया हो। गांव का कचरा कूड़ा घर तक ले जाने के लिए सभी ग्राम पंचायतों को कूड़ा वाहन तो मिला है, लेकिन इसका प्रयोग सफाई कर्मी नहीं करते। सलैयाकला गॉव के प्रधान ने गॉव से आधे किलो मीटर दूर सूनसान स्थान में लाखों रूपये से निर्मित कूड़ा घर बनवा दिया, लेकिन इस कूड़ा घर में कचड़ा नहीं भरा जा सका। जिससे सरकार की मंशा पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। सलैयाकला गांव में इसी कूड़ा घर के पास महिला व बाल सामुदायिक शौचालय भी बनाया गया है। गांव से काफी दूर होने की वजह से इसका प्रयोग नहीं हो पा रहा है। अधिकांश गांवो के प्रधान सरकार से मिले कूड़ा वाहन का प्रयोग निजी कार्यो में कर रहे हैं। खण्ड विकास अधिकारी मेजा अमित कुमार सिंह ने बताया कि वह जल्द ही क्षेत्र के विभिन्न गॉवों में निर्मित कूड़ा घरों का निरीक्षण कर जानकारी लेंगे। यदि कूड़ा घर का उपयोग नहीं हो रहा है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ नोटिस भेजकर जानकारी लेंगे।
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