गंदे मैसेज भेजने वाले प्रोफेसर के खिलाफ बयान देने नहीं आई छात्रा, प्रिंसिपल ने चस्पा कराया नोटिस
पूर्व छात्रा ने कॉलेज सहायक प्राध्यापक द्वारा यौन उत्पीड़न, मानसिक शोषण और धमकी के संबंध में एसपी सिटी को गोपनीय पत्र दिया था। इसमें कहा था कि अंग्रेजी विभाग में सहायक प्रोफेसर ने अश्लील मैसेज भेजे। यही नहीं शारीरिक संबंध बनाने और उसका धर्म अपनाने के लिए उस पर दबाव भी बनाया।

अलीगढ़ के एक कॉलेज में अंग्रेजी के सहायक प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा तो दर्ज हो गया है, लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी पूर्व छात्रा बयान देने के लिए नहीं आई। इस बीच कॉलेज में प्राचार्य की ओर से एक नोटिस चस्पा किया गया है। बयान, खुद उपस्थित होकर आमने-सामने या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से दर्ज कराया जा सकता है।
पूर्व छात्रा ने सहायक प्राध्यापक द्वारा यौन उत्पीड़न, मानसिक शोषण और धमकी के संबंध में एसपी सिटी को गोपनीय पत्र दिया था। इसमें कहा था कि अंग्रेजी विभाग में सहायक प्रोफेसर ने अश्लील मैसेज भेजे। यही नहीं शारीरिक संबंध बनाने और उसका धर्म अपनाने के लिए उस पर दबाव भी बनाया। इस शिकायत पर पुलिस ने अपनी ओर से मुकदमा दर्ज किया। प्रोफेसर के लैपटॉप और मोबाइल फोन कि जांच में पता चला कि प्रोफेसर छात्रा से बात करता था।
पुलिस ने पूर्व छात्रा से बात की, मगर उसमें पहचान उजागर होने के हवाला देकर बयान देने से मना कर दिया। इसे लेकर चर्चा ये भी है कि छात्रा के ऑनलाइन बयान हो सकते हैं। पुलिस जल्द ही पूर्व छात्रा को नोटिस भेज सकती है। सीओ द्वितीय राजीव द्विवेदी ने बताया कि अभी पूर्व छात्रा के बयान नहीं हुए हैं। विधिक राय भी ली जा रही है।
नाम-पता और पहचान रखी जाएगी गोपनीय
कॉलेज में प्राचार्य की ओर से एक नोटिस भी चस्पा किया गया है। इसमें कहा है कि समस्त छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.शजर उद्दीन के खिलाफ दर्ज मुकदमे के संबंध में यदि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार की कोई शिकायत, सूचना, साक्ष्य आदि भौतिक या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उपलब्ध कराना चाहता है तो वह पुलिस अधिकारी वीरेंद्र सिंह राना, विवेचना अधिकारी थाना गांधी पार्क से संपर्क करें। नाम, पता, पहचान आदि पूर्ण रूप से गोपनीय रखी जाएगी।