बैरियाखास पुल निर्माण के लिए 1075.38 लाख रुपये जारी
Gorakhpur News - बड़हलगंज के बैरियाखास में राप्ती नदी पर पुल निर्माण की स्वीकृति मिल गई है, जिससे देवरिया की दूरी 15 किमी कम होगी। पुल का निर्माण डेढ़ साल में पूरा होगा और इससे दर्जनों गांवों का संबंध सीधा देवरिया...

बड़हलगंज, हिन्दुस्तान संवाद। बड़हलगंज के कछरांचल स्थित बैरियाखास में राप्ती नदी पर पुल निर्माण की स्वीकृति के बाद बजट भी प्राप्त हो गया है। इस पुल के निर्माण होने के बाद गोरखपुर के बड़हलगंज क्षेत्र से देवरिया की दूरी करीब 15 किमी कम हो जाएगी, जबकि सड़़क भी अच्छी हो जाएगी। यह कार्य डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा, उसके बाद बरसात के सीजन में पीपा पुल खुलने के बाद लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। बैरियाखास गांव के प्रधान सुरेन्द्र यादव ने बताया कि बैरियाखास पुल निर्माण के बाद देवरिया जनपद के मुख्यालय की दूरी लगभग 15 किमी कम हो जायेगी। बड़हलगंज से बरहज, कपरवार होकर देवरिया जाने में करीब 51 किमी दूरी है, जबकि बैरियाखास पुल से देवरिया जाने पर 36 किमी ही दूरी होगी।
गोरखपुर एवं देवरिया जनपद को जोड़ने वाले बड़हलगंज क्षेत्र के बैरियाखास और देवरिया के बराव स्थित राप्ती नदी पर 365 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। 71 करोड़ 69 लाख 20 हजार रुपये स्वीकृत हुआ है, जिसमें शासन ने पहली किश्त 10 करोड़ 75 लाख 38 हजार निर्माण के लिए जारी कर दी है। पुल का शिलान्यास होते ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
बड़हलगंज ब्लाक के बैरियाखास गांव से देवरिया जनपद के बरांव गांव तक पुल बन जाने से कछारांचल के दर्जनों गांव का सीधा संबंध देवरिया जनपद से हो जाएगा। बैरियाखास का पुल कछारांचल की डेढ़ लाख की आबादी के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा। सिर्फ बैरियाखास गांव की ही आबादी 10 हजार के आसपास है।
पिड़हनी से बैरियाखास तक बनेगी सड़क
चिल्लूपार विधायक राजेश त्रिपाठी के लगातार प्रयास के चलते शासन ने बैरियाखास पुल के निर्माण की स्वीकृति दी है। इस पुल के निर्माण के बाद कछार के दर्जनों गांवों की राह आसान तो होगी ही साथ ही रामजानकी मार्ग से बरांव, पकड़ी होते हुए देवरिया मुख्यालय को अतिरिक्त मार्ग मिल जाएगा। साथ ही पिड़हनी से बैरियाखास तक 7 करोड़ की लागत से प्रधानमंत्री सड़क का निमार्ण भी होगा।
खुल जाता है पीपा पुल तो होती है दिक्कत
बैरियाखास से देवरिया के आवागमन के लिए अक्तूबर में पीपा पुल लगाया जाता है तो लोगों को बड़ी राहत मिलती है। पीपा पुल खुल जाता है तो छोटी नांव से वाहनों का आना-जाना मुश्किल हो जाता है। बाढ़ आने से ठीक पहले मई, जून में पीपा खोल दिया जाता है। इस कारण चार-पांच माह तक लोगों को अधिक दूरी तय करनी पड़ती है।
कोट
बड़हलगंज क्षेत्र के बैरियाखास में सेतु निर्माण की स्वीकृति मिल गई है, जल्द ही कार्य शुरू कराया जाएगा। डेढ़ साल में कार्य पूरा करना है। राप्ती नदी के तट पर कार्य शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
-मिथिलेश कुमार, जीएम, सेतु निगम
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