फर्जी डिग्री में डॉक्टर के साथी की पश्चिम यूपी में तलाश
Gorakhpur News - गोरखपुर पुलिस ने डी-फार्मा की फर्जी डिग्री देने वाले डॉ. राजेश कुमार के तीसरे साथी की तलाश शुरू की है। आरोपितों के पकड़े जाने से फर्जी डिग्री के नेटवर्क का खुलासा होगा। पहले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर...

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। डी-फार्मा की फर्जी डिग्री देने वाले डॉ. राजेश कुमार के तीसरे साथी की तलाश में गोरखपुर पुलिस ने पश्चिम यूपी में डेरा डाला है। आरोपित के पकड़े जाने के बाद न सिर्फ यह पता चलेगा कि वह फर्जी डिग्री कहां छपवाता था बल्कि पूरे नेटवर्क के बारे में पुलिस को जानकारी होगी। डॉक्टर का फरार साथी ही डिमांड के आधार पर फर्जी डिग्री छपवा कर भेजता था। पकड़ा गया आरोपित डॉ. राजेश कुमार एम्स इलाके के कूड़ाघाट का निवासी है, जबकि उसका साथी सुशील कुमार चौधरी संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद थाना क्षेत्र के पठान टोला का रहने वाला है। दोनों आरोपितों के खिलाफ सितंबर 2024 में केस दर्ज किया गया था। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत उरुवा बाजार थाना क्षेत्र के लोहरा निवासी सूर्य प्रताप सिंह ने तहरीर में पुलिस को बताया था कि 20 नवंबर 2022 को उसकी मुलाकात डॉ. राजेश से हुई थी। उसने बताया कि परिचित के विद्यालय सिकोहाबाद में डी-फार्मा में एडमिशन करवा देंगे। प्रथम वर्ष की फीस 80 हजार रूपये लगेगी। रुपये और कागजात देने के बाद जनवरी 2023 में कॉलेज का आईडी कार्ड दिया और कहा एडमिशन हो गया है और जब पेपर होगा तो बताएंगे।
फिर 13 मार्च 2023 को एडमिड कार्ड और रिजल्ट देकर बोला कि पास हो गए। संदेह हुआ तो रिजल्ट लेकर 08 सितंबर 2023 को जेएस विश्वविद्यालय पहुंचे और वहां के बाबू को दिखाया तो उसने फर्जी रिजल्ट बोलकर फेंक दिया। वही से डॉ. राजेश को फोन किया तो वह सही जवाब नहीं दे पाए। फिर वह अगले सेमेस्टर में एडमिशन के लिए रुपये मांगने लगे। केस दर्ज कर पुलिस ने जांच की और फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार साथी की तलाश में पुलिस टीमें लगी है।
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