एनआईवी की जांच में मिला युवक मंकीपॉक्स से संक्रमित
Gorakhpur News - गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती 35 वर्षीय मंकीपॉक्स मरीज में फिर से संक्रमण की पुष्टि हुई है। मरीज को दुबई से भारत लौटने के बाद 30 अप्रैल को भर्ती किया गया था। एनआईवी पुणे द्वारा भेजे गए...

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज में मंकीपॉक्स संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। सउदी अरब के दुबई स्थित संस्थान ने बीते 26 अप्रैल को उसके संक्रमण की रिपोर्ट जारी की थी। अब नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे की जांच में एक बार फिर वह मंकीपॉक्स से संक्रमित मिला है। बीते दो मई को उसका नमूना जांच के लिए एनआईवी भेजा गया था। बताया जा रहा है कि एनआईवी भेजे गए छह में से पांच नमूने मंकीपॉक्स से पॉजिटिव मिले हैं। देवरिया के बनकटा निवासी 35 वर्षीय मरीज 14 मई 2024 को रोजगार के सिलसिले में सउदी अरब के दुबई गए थे।
पिछले सप्ताह आबूधाबी में उन्हें तेज बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते होने लगे। उन्होंने स्थानीय अस्पताल में जांच कराई, जहां मंकीपॉक्स की आशंका जताई गई। इसके बाद लतीफा अस्पताल के जेनेटिक्स विभाग में जांच कराई गई, जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए आबूधाबी के डॉक्टरों ने उन्हें भारत लौटने की सलाह दी। स्थानीय प्रशासन ने उन्हें तत्काल फ्लाइट से भारत भेजा और इसकी सूचना भारत सरकार को भी दी। 26 अप्रैल को अपने गांव पचरुखिया पहुंचने के बाद उसने स्वास्थ्य विभाग को उनकी कोई सूचना नहीं थी। 30 अप्रैल को जब शासन को इस बारे में जानकारी मिली तो देवरिया में स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। एंबुलेंस भेजकर मरीज को लाने की व्यवस्था की गई और तत्काल आइसोलेशन वार्ड तैयार करने के निर्देश दे दिए गए। हालत गंभीर होने पर उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया। आइसोलेशन वार्ड में चल रहा इलाज बीते 30 अप्रैल की रात में मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। मरीज के लिए 100 बेड इंसेफेलाइटिस वार्ड में आइसोलेशन कक्ष बनाया गया। वहां मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. राजकिशोर सिंह की निगरानी में भर्ती किया गया। तीन डॉक्टरों की टीम उनके सेहत पर नजर रखे हुए है। दो मई को उनके ब्लड, यूरीन, लार (थ्रोट स्वॉब), पसीना और फफोले का सैम्पल को पुणे की वायरोलॉजी लैब भेजा गया। जहां से अब जाकर रिपोर्ट मिली है। बताया जा रहा है कि खून को छोड़कर पांच नमूनों में मंकीपॉक्स वायरस की मौजूदगी मिली है। मरीज में मंकीपॉक्स के हाईग्रेड संक्रमण की तस्दीक हुई है। मरीज का इलाज मेडिकल कॉलेज में संक्रमण नियंत्रण प्रोटोकॉल के तहत किया जा रहा है। 10 दिन बाद फिर भेजा जाएगा नमूना आरएमआरसी के मीडिया प्रभारी डॉ. अशोक पाण्डेय ने बताया कि मंकीपॉक्स के मरीज को 24 दिन आइसोलेशन में भर्ती रखने का प्रोटोकाल है। मरीज में उच्च स्तर का संक्रमण मिला है। आठ से 10 दिन बाद एक बार फिर से नमूना जांच के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव होने के बाद ही मरीज को डिस्चार्ज किया जाएगा।
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