तीन हफ्ते होगी संक्रमित के निकट संपर्कियों की निगरानी
Gorakhpur News - गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती मंकीपॉक्स के मरीज की हालत में सुधार हो रहा है। मरीज दुबई में संक्रमित हुआ था और अब उसके फफोले सूख रहे हैं। डॉक्टरों का मानना है कि अगले चार से पांच दिन में वह...

गोरखपुर, वरिष्ठ संवाददाता। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती मंकीपॉक्स के मरीज की हालत में सुधार हो रहा है। मरीज देवरिया के बनकटा का रहने वाला है। वह दुबई में मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित हुआ था। संक्रमण के कारण उसके शरीर पर बने फफोले अब सूख रहे हैं। उसमें पापड़ी बन रही है। यह रिकवरी के स्पष्ट संकेत हैं। इलाज कर रहे डॉक्टरों का मानना है कि अगले चार से पांच दिन में पूरी रिकवरी हो जाएगी। इलाज कर रहे हैं बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. राज किशोर सिंह ने कहा कि मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
तीन डॉक्टरों की टीम उसकी सेहत पर 24 घंटे नजर रखे हुए है। बीआरडी में मिले इलाज से मरीज की सेहत में तेजी से सुधार हुआ है। घाव सूखने लगे हैं। संक्रमण का प्रभाव कम हो गया है। वायरल रिपोर्ट नेगेटिव होने पर मरीज को डिस्चार्ज किया जा सकेगा। संक्रमित युवक के ट्रैवल रूट को ट्रैक कर रही टीम बताया जा रहा है कि संक्रमित युवक 26 अप्रैल को फ्लाइट से दुबई से लखनऊ पहुंचा है। एयरपोर्ट से मेट्रो का उपयोग कर आलमबाग बस अड्डे पहुंचा। आलमबाग बस अड्डे से रोडवेज की बस से वह देवरिया के सलेमपुर पहुंचा। जहां से वह ऑटो से गांव पहुंचा। आरएमआरसी के वायरोलॉजिस्ट डॉ. अशोक पांडेय ने बताया कि संक्रमित के ट्रैवल रूट को ट्रैक किया जा रहा है। इस मामले में राज्य सरकार की टीम भी लगी है। संक्रमित तीन दिन तक गांव में रहा। इस दौरान उसके संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। वह फ्लाइट और बस में सबसे अधिक क्लोज कॉन्टैक्ट में रहा होगा। 7 से 21 दिन का है इनक्यूबेशन पीरियड वायरोलॉजिस्ट डॉ. अशोक पांडेय ने बताया कि यह संक्रमण एमपॉक्स वायरस से होता है। मरीज में मंकीपॉक्स की तस्दीक हो चुकी है। यह जांच दुबई के वायरोलॉजी लैब में हुई थी। मरीज के संपर्क में आए निकट संपर्कियों पर अगले 21 दिनों तक निगरानी रखी जाएगी। इसकी वजह है वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड जो कि सात से 21 दिन तक होता है। संक्रमित के संपर्क में आने पर वायरस से नए व्यक्ति के शरीर में बीमारी के प्रसार में 7 से 21 दिन लगते हैं। इसी को इनक्यूबेशन या विंडो पीरियड कहते हैं। यही वजह है कि ट्रैक रूट की पहचान कर क्लोज कॉन्टैक्ट वालों की पहचान की जा रही है। उन पर अगले 21 दिनों तक निगरानी की जाएगी। एक हफ्ते में मिलेगी रिपोर्ट शनिवार को संक्रमित का नमूना फ्लाइट से एनआईवी पुणे भेजा गया है। इस नमूने को माइनस 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में रखकर भेजा गया है। माना जा रहा है कि सोमवार को एनआईवी को सैंपल रिसीव होगा। मंगलवार से टेस्टिंग शुरू होगी। अगले शनिवार तक रिपोर्ट मिल सकती है।
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