बोले हरदोई: सड़क, नाली और पानी ने खड़ी की परेशानी
Hardoi News - हरदोई के नई बस्ती में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। टूटी सड़कें और नालियां लोगों के लिए समस्या बनी हुई हैं। बारिश में जलभराव से लोग परेशान हैं, जिससे घरों में पानी घुसने का डर रहता है। स्थानीय निवासी...

हरदोई। जिला मुख्यालय से करीब दो किमी दूर बसी नई बस्ती आज भी मूलभूत सुविधाओं की बांट जोह रही है। टूटे हुए खड़ंजे अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैं। नालियां भी जगह-जगह टूटी पड़ी हैं। उखड़ी हुई सीमेंट की सड़क भी अब पुरानी हो चुकी है। फिर भी नाम है नई बस्ती, जो सुनने में बड़ा है पर मौके पर मुश्किलों का अंबार लोगों के लिए चुनौती है। लोग यह सोचकर परेशान हैं कि नाली ठीक करें या घर की देहरी को ऊंचा उठाया जाए। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान अपनी पीड़ा को यहां के लोगों ने साझा किया। साथ ही उसके निराकरण के सुझाव भी दिए। लोगों ने बताया कि कैसे बारिश में यहां जीवन नारकीय हो जाता है। जलभराव के चलते घरों से निकलने तक में दिक्कत होती है। साफ-सफाई की व्यवस्था न होने से रोज गलियों में कूड़ा-कचरा पड़ा रहता है। उठने वाली दुर्गंध काफी परेशान करती है। जिम्मेदार इससे निजात दिलाएं।
जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट और विकास भवन से करीब दो किमी दूर सर्कुलर रोड किनारे बसे नई बस्ती मोहल्ले की हालत बहुत दयनीय है। बेहद संकरी गलियों में जर्जर और टूटे खड़ंजे लोगों को डगमग चाल से जैसे-तैसे घर तक पहुंचा देते हैं। टूटी नालियों
की मरम्मत न होेने से बारिश के दिनों में गंदा पानी घरों में घुस जाता है। इसके चलते छोटे बच्चों में संक्रमण फैलने का डर रहता है। हैरानी की बात है कि आज तक जिम्मेदारों ने इस समस्या के निस्तारण के बारे में ही नहीं सोचा। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से बातचीत के दौरान यहां के विनीत ने कहा कि सड़क, नाली और पानी की समस्याओं से निजात काफी समय से नहीं मिल रही है। बारिश आते ही हर दिन घरों में घुसने वाले पानी से ताल ठोक कर मुकाबला करना पड़ता है। ड्रेनेज सिस्टम में खामी होने की वजह से सड़क पर घुटनों तक गंदा पानी भर जाता है, जिसके बीच से निकलना मजबूरी बन जाता है। नालियां गहरी न होने से बारिश में गंदा पानी सड़कों के साथ-साथ हमारे घरों में भर जाता है।
बारिश में कई दिनों तक रहता जलभराव : मूसलाधार बारिश होने पर कई दिन तक घर में जलभराव बना रहता है। मोहल्ले के उमेश का कहना है कि यहां की गलियां कई मोहल्लों से इंटरकनेक्ट हैं। इजकी वजह से लोग तेज रफ्तार में मोटरसाइकिलों को भगाते हैं, जिससे कई बार गलियों में खेलते बच्चों और राह में गुजर रहे बुजुर्गों को चोट भी लग चुकी है। इसके लिए जरूरी है कि गलियों में स्पीड ब्रेकर भी बनवा जाएं ताकि गति पर ब्रेक लग सके।
मोहल्ले में घुसते ही बड़ा नाला: मोहल्ले के रामस्वरूप ने कहा कि सर्कुलर रोड से घुसते ही बड़ा नाला है। इसे पाटकर इसके ऊपर सड़क बनी है। जगह-जगह नाले में लगे ढक्कन से दुर्गंध निकल रही है। यहां से निकलने वालों को इससे काफी दिक्कत होती है। सड़क के एक किनारे गुरुद्वारा बना हुआ है। यहां पर निकले हुए नाले के ऊपर सीमेंट के बने कई ढक्कन लगे हैं। इनमें से दो ढक्कन टूट चुके हैं। जिनसे निकलना खतरे से खाली नहीं है। ढक्कन टूटने परें कोई संकेतक भी नहीं लगाया गया। रात के वक्त पैदल निकलने वाले भी क्षतिग्रस्त ढक्कन के कारण गिरकर चुटहिल हो जाते हैं। यही हाल बाइक सवारों का भी होता है।
ओवरलोड वाहनों से टूट गए ढक्कन: मोहल्ले के संजय गुप्ता ने बताया कि ओवरलोड ट्रैक्टरों के निकलने की वजह से यह ढक्कन टूट गए हैं, जिनको बनवाया जाना जनहित में काफी जरूरी है। कई बार मांग की जा चुकी है पर सुनवाई नहीं हुई। कई स्ट्रीट लाइटों में स्विच खराब हो गए हैं। इन्हें ठीक नहीं कराया गया है। इस कारण दिन के वक्त भी लाइट जलती रहती है। जानकारी देने पर भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
शिकायतें
1. मोहल्ले की टूटी नालियां पिछले दस साल से जैसे की तैसी है। गंदगी घरों में घुस जाती है।
2. ड्रेनेज सिस्टम की खामियां होने से बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है।
3. पप्पू चक्की वाली गली में मंदिर के पास गंदगी फैली हुई है। इससे लोग परेशान हैं।
4. गर्मी शुरू हो चुकी है। इसके बाद भी इंडिया मार्का हैंडपंपों को ठीक नहीं किया जा रहा है।
5. मात्र एक पंपिंग स्टेशन के सारे आस-पास के कई मोहल्ले का पानी यहां इकट्ठा होने से बाहर निकाला जाता है। इस कारण घंटों नाली ओवरफ्लो होती हैं।
समाधान
1. नई नालियों का निर्माण हो जाए जिससे जलभराव से नहीं जूझना पड़े।
2. कुछ नालियों के रूट डायवर्ट कर दिए जाएं। पुरानी जमा हुई सिल्ट को मशीन से साफ कराया जाए।
3. हफ्ते में एक बार मोहल्ले में सफाई अभियान चलाया जाए और नालियों के किनारे चूना डलवाया जाए
4. हैंडपंप को रीबोर कर करवाने के साथ निशुल्क पेयजल की योजना भी शुरू की जाए
5. पंपिंग स्टेशन की क्षमता बढ़ाकर नए नाले का निर्माण कराया जाए जिससे जलभराव से राहत मिले।
बोले बाशिंदे
संकरी गलियां हैं। यहां नालियां भी टूटी हैं, जिससे गलियों में बराबर गंदगी भरी रहती है। रोजाना सफाई करवाई जाए। -देवेंद्र कुमार गुप्ता
नालियों में पानी के बहाव की दिशा ठीक करने की जरूरत है। गलियों का चौड़ीकरण भी किया जाना चाहिए। -गुड्डू दीक्षित
नाले के ऊपर ऊबड़ खाबड़ सीमेंट के ढक्कन रखे हुए हैं। कुछ दिनों पहले यह टूट गए थे। इन्हें ठीक करवाया जाए। -संजय गुप्ता
बिजली के तारों और खंभों को ठीक किया जाना चाहिए। घर के ऊपर से निकले हुए तारों को शिफ्ट किया जाए। -विशाल
शहर में कई जगह पर आरओ प्लांट लग रहे हैं। मोहल्ले में पेयजल की व्यवस्था के लिए प्लांट लगाया जाए। -लकी
थोड़ी सी बारिश होते ही मोहल्ले में हर गली में पानी भर जाता है, जिसको निकलने में बहुत समय लगता है। इससे राहत मिले। -ऋषभ
आवारा जानवरों की धड़ पकड़ समय-समय पर होती रहनी चाहिए। कई बार पशु हमला कर लोगों को घायल कर चुके हैं। -चंदन
शाम होते ही मच्छरों के झुंड हवा में घूमने लगते हैं। इनसे निजात के लिए हफ्ते में एक बार फॉगिंग मोहल्ले में जरूर की जाए। -राहुल गुप्ता
मोहल्ले में कहीं भी कूड़ादान नहीं रखा है, हर गली में कूड़ादान रखा जाए जिससे सफाई बनी रहे। दुर्गंध से परेशानी न हो।-बृजमोहन
शहर की जर्जर सड़कों पर गड्ढा भरने का अभियान चलता है। मोहल्ले में भी गड्ढे भरवाने की कार्रवाई की जाए। -शंकर
बंदरों के लिए वन विभाग की ओर से समय-समय पर अभियान चलाया जाना चाहिए। अक्सर बच्चों को काट लेते हैं। -घसीटेलाल
कई मकानों के ऊपर से 11 हजार वोल्ट की लाइन निकली है, इनको ऊंचा करवा कर शिफ्ट की जाए। कई बार हादसे हो चुके हैं। -ओम शंकर
बोले जिम्मेदार
नई बस्ती की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराया जाएगा। नालियों से सिल्ट निकलवाई जाएगी। क्षतिग्रस्त ढक्कनों के बारे में जानकारी कराकर उनकी मरम्मत कराने के लिए प्रयास करेंगे। जलनिकासी की व्यवस्था बेहतर कराएंगे। -सुखसागर मिश्रा, नगर पालिकाध्यक्ष
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।