बोले हाथरस: गंदगी और जलभराव का सामना कर रहे अहियापुर के निवासी
- शहर के आगरा रोड स्थित 6000 की आबादी वाले अहियापुर के लोग खस्ताहाल सड़क, गंदगी, जलभराव और पेयजल संकट की समस्या का सामना कर रही है। पोखर पर कब्जा होने की वजह से क्षेत्र में जलभराव की समस्या इस कदर बढ़ गई है कि बिना बारिश के गली-मोहल्लों में जलभराव बना रहता है।
गंदा पानी लोगों के घरों तक में दाखिल हो रहा है। जगह-जगह से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त होने की वजह से इलाके में पेयजल संकट की समस्या गहराती जा रही है। मजबूर गंदा पानी पीने के लिए लोग मजबूर हैं। समस्याओं को लेकर स्थानीय लोग लगातार नगर पालिका के अधिकारियों से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने के चलते इलाके में समस्या जस की तस बनी हुई है।
नगर पालिका परिषद के वार्ड नंबर 10 में आने वाले आगरा रोड स्थित अहियापुर की 6000 हजार से अधिक की आबादी है। इलाके में लगभग 2000 मकान बने हैं। यह रहने वाले ज्यादातर लोग मेहनत-मजदूरी कर अपना और अपने परिवार भरण-पोषण करते हैं, लेकिन यहां की जनता गंदगी, जलभराव, खस्ताहाल सड़क और पेयजल समस्या से इन दिनों जूझ रही है। बुधवार को हिन्दुस्तान टीम से बात करते हुए स्थानीय लोगों को दर्द झलक उठा।
अहियापुर निवासी पंचम सिंह और मुकेश कुमार बताते हैं कि क्षेत्र में जलनिकासी की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। घरों से निकलने वाला पानी एक पोखर में जाया करता था, लेकिन अब यह पानी गली-मोहल्ले में ही रह जाता है। बिना बारिश के ही जलभराव की समस्या बनी रहती है। अगर कुछ देर के लिए बारिश हो जाए तो स्थिति काफी ज्यादा बिगड़ जाती है। नालियों का गंदा पानी लोगों के घरों तक में दाखिल हो जाता है। जिसके चलते लोगों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। सबसे ज्यादा छोटे बच्चे और बुजुर्गों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
अहियापुर निवासी महेंद्र सिंह और हुकुम सिंह बताते हैं कि लोगों के घरों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए अमृत योजना की कुछ साल पहले पेयजल लाइन डाली गई थी। लेकिन आज जगह-जगह से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। प्रतिदिन हजारों लीटर पानी सड़कों पर बर्बाद हो रहा है। लोगों के घरों तक शुद्ध पानी नहीं पहुंच रहा है। घरों तक जो पानी पहुंच रहा वह काफी गंदा पानी है। पानी इस कदर गंदा है कि उसे पीना तो दूर रहा। गंदे पानी को घर के किसी काम में भी प्रयोग में नहीं लिया जा सकता है। अधिकांश हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। जिसके चलते लोगों को गंभीर पेयजल संकट की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। दूर-दराज लगे हैंडपंप से लोगों को मजबूर पानी लेकर आना पड़ रहा है। गर्मियों के दिनों में यह समस्या और ज्यादा बढ़ जाती है। अहियापुर निवासी राकेश कुमार बताते हैं कि सड़क से लेकर नालियां और पुलिया क्षतिगस्त पड़ी हुई हैं। जिसके चलते आने-जाने में लोगों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार लोग हादसे का शिकार हो चुके हैं। नालियां क्षतिग्रस्त होने की वजह से नाली का गंदा पानी उफन-उफन कर सड़क पर आ रहा है। इससे क्षेत्र में गंदगी की समस्या तो बनी हुई है। साथ ही गर्मियों के दिनों में मच्छर पनप रहे हैं और बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है। समस्याओं के निदान के लिए कई बार नगर पालिा के अधिकारियों से पत्र के माध्यम से शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन आजतक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
6000 से अधिक की आबादी गंदगी और जलभराव का दंश झेल रही
अहियापुर और उसके आस-पास की आधा दर्जन गली-मोहल्ले में लगभग 2000 मकान बने हुए हैं। यहां 6000 से अधिक की आबादी रहती है। लेकिन सालों से यहां जलनिकासी का कोई समुचित इंतजाम नहीं है। घरों से निकलने वाला पानी कुछ साल पहले तक एक पोखर में जाया करता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कुछ लोगों द्वारा पोखर पर कब्ज कर लिया। जिसके चलते अब घरों से निकलने वाला पानी वापस घरों में लौट रहा है। जिसके चलते गली-मोहल्ले में जलभराव बना रहता है।
पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त, गंदा पानी पीने को मजबूर लोग
शहर के आगरा रोड स्थित अहियापुर में लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति मुहैया कराने के लिए अमृत योजना के तहत पेयजल लाइन डाली गई थी, लेकिन इसके बाद भी लोग गंदा पानी पीने के लिए मजबूर हैं। जगह-जगह से पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। कई जगह लाइन में लीकेज की समस्या बनी हुई है। जिसके चलते प्रतिदिन सुबह-शाम हजारों लीटर पानी सड़कों पर बर्बाद हो रहा है। जो पानी लोगों के घरों तक पहुंच रहा है। वह काफी ज्यादा गंदा पानी है। इस पानी को पीना तो दूर की बात इस पानी को घर के काम में भी नहीं लिया जा सकता है। अधिकांश हैंडपंप भी खराब होने की वजह से लोगों की परेशानी और बढ़ी गई है। लोगों को पेयजल के लिए आस-पास लगे इंडिया मार्क टू नलों तक सुबह-शाम दौड़ना पड़ता है। तब कहीं जाकर पानी की व्यवस्था हो पाती है।
नाली-पुलिया क्षतिग्रस्त, आए दिन हो रहे हादसे
अहियापुर के अधिकांश-गली-मोहल्ले में रहने वाले लोग खस्ताहाल सड़क की समस्या का सामना कर रहे हैं, लेकिन अधिकांश पुलिया और नालियों की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। पुलिया और नाली क्षतिग्रस्त होने की वजह से बाइक सवार लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। सबसे ज्यादा लोगों को रात में आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। पुलिया क्षतिग्रस्त होने की वजह से बुजुर्ग और बच्चे चोटिल हो जाते हैं। नालियों का गंदा पानी उफन-उफन कर सड़कों पर आ रहा है। अधिकांश समय इलाके में गंदगी बनी रहती है।
प्रतिदिन नहीं होती सफाई, नालियां पड़ी गंदगी से अटी
अहियापुर व उसके आस-पास के आधा दर्जन गली-मोहल्ले में रहने वाले लोगों का आरोप हैं। क्षेत्र में प्रतिदिन साफ-सफाई नहीं होती है। जिसके चलते नालियां गंदगी से अटी पड़ी हुई है। जगह-जगह कूड़े कचरे का ढेर लगा हुआ है। जिसके चलते नालियों का पानी गली-मोहल्ले में हर समय बना रहता है। गंदगी की वजह से इलाके में मच्छर पनप रहे हैं। बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है। लोगों ने मांग करते हुए प्रतिदिन साफ-सफाई होनी चाहिए और हर दिन कूड़ा-कचरा उठना चाहिए।
कई बार अधिकारियों से की शिकायत, लेकिन नहीं हुआ समाधान
अहियापुर के लोगों का कहना है कि पेयजल संकट, खस्ताहाल सड़क, पुलिया, नालियां, गंदगी और जलभराव की समस्या कई सालों से बनी हुई। कुछ देर की बारिश में गली-मोहल्ले में जलभराव हो जाता है। गंदा पानी लोगों के घरों तक में पहुंच जाता है। इन्हीं सभी समस्याओं के समाधान के लिए कई बार नगर पालिका के अधिकारियों से पत्र के माध्यम से शिकायत भी की जा चुकी है,लेकिन उसके बाद भी आजतक किसी के द्वारा कोई सुनवाई नहीं की गई। जिसके चलते आज भी सभी समस्याएं जस की तस बनी हुई है। लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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