बच्चों समेत प्रेमी संग भागी पत्नी को मनाने गया था पति, वापस लौटते समय हो गया हादसा, मौत
- दिल्ली-देहरादून हाईवे पर एटूजेड कॉलोनी के सामने शनिवार रात अज्ञात वाहन ने युवक को रौंद डाला। अस्पताल में उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई। युवक की पत्नी एक माह पूर्व बच्चों को साथ लेकर प्रेमी के साथ लखीमपुर खीरी फरार हो गई थी।

दिल्ली-देहरादून हाईवे पर एटूजेड कॉलोनी के सामने शनिवार रात अज्ञात वाहन ने युवक को रौंद डाला। अस्पताल में उपचार के दौरान युवक की मौत हो गई। युवक की पत्नी एक माह पूर्व बच्चों को साथ लेकर प्रेमी के साथ लखीमपुर खीरी फरार हो गई थी। युवक पत्नी को मनाने और वापस लाने के लिए ही लखीमपुर गया था और देर रात वापस लौट था। फिलहाल परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ तहरीर दी गई है।
भराला निवासी 30 वर्षीय प्रवीण मोदीपुरम स्थित एक दुकान पर शीशे के दरवाजे लगाने का काम करता था। हाईवे पर शनिवार रात एटूजेड कट के पास प्रवीण सड़क पार कर रहा था। इस दौरान मुजफ्फरनगर की ओर से आए अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी और रौंद डाला। कुछ लोगों ने प्रवीण को गंभीर हालत में मोदीपुरम स्थित सरदार वल्लभ भाई पटेल चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पर अस्पताल पहुंची पुलिस ने मृतक के परिजनों को जानकारी दी। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
वहीं प्रवीण के पिता नरेश कुमार ने पुलिस को बताया कि प्रवीण की पत्नी सिवाया मार्ग स्थित एक पोलीबैग खीरा फार्म हाऊस पर मजदूरी करती थी। इस दौरान उसका परिचय साथ ही मजदूरी करने वाले लखीमपुर खीरी के थाना भीरा क्षेत्र निवासी अशोक से हो गया। 16 मार्च को महिला तीनों बच्चों को लेकर अशोक संग फरार हो गई। प्रवीण शनिवार को पत्नी और बच्चों को तलाशने के लिए लखीमपुर खीरी गया था।
बताया कि प्रवीण ने वहां अपनी पत्नी को वापस लाने का प्रयास किया, लेकिन उसने साथ आने से इंकार कर दिया। इस बात की जानकारी प्रवीण ने शनिवार को ही फोन पर दी थी और बताया था कि वह वापस घर आ रहा है। देर रात वापस लौटते समय एटूजेड कट पर हादसा हो गया। इंस्पेक्टर दौराला सुमन कुमार सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी की थाने पर गुमशुदगी दर्ज है। लापता की तलाश की जा रही है। मृतक के लखीमपुर खीरी जाने का मामला संज्ञान में नहीं है। हादसे में मृतक युवक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द किया गया।
गुमशुदगी दर्ज तो पुलिस क्यों नहीं कर रही थी कार्रवाई
महिला और तीन बच्चों की गुमशुदगी थाने पर दर्ज थी। 16 मार्च को ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। इसके बावजूद अभी तक न तो दौराला पुलिस ने लखीमपुर खीरी पुलिस से संपर्क किया और न ही महिला की बरामदगी के लिए कोई काम किया। इतना ही नहीं, प्रवीण को खुद ही लखीमपुर जाना पड़ा और वापसी में हादसा हो गया। आखिर पुलिस एक महिला और उसके तीन बच्चों को बरामद करने के लिए कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही थी।