कन्नौज में पिता ने बेटे संग मिल बेटी की हत्या कर फूंक दिया था शव
Kannauj News - कन्नौज में नाबालिग लड़की के अपहरण की रिपोर्ट के तीन माह बाद उसकी हत्या कर दी गई। पिता और भाई ने प्रेम-प्रसंग से नाराज होकर उसे गला घोंटकर मार डाला और शव को जंगल में फूंक दिया। मामले में तीन आरोपी...
कन्नौज, संवाददाता। तीन माह पहले जिस नाबालिग लड़की के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुई थी, उसकी हत्या कर दी गई है। इस वारदात को अंजाम उसके ही पिता और भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर पांच फरवरी को दिया था। प्रेम-प्रसंग से नाराज होकर बेटी का गला घोंटकर हत्या कर दी। पुलिस से बचने के लिए शव को बाइक से जंगल में ले जाकर फूंक दिया था। इतना ही नहीं प्रेमी को फंसाने के लिए उसके खिलाफ अगले दिन अपहरण की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी थी। पुलिस ने पिता-पुत्र सहित तीन को गिरफ्तार कर नाबालिग की हड्डियां व हेयर क्लिप भी बरामद की है।
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि ठठिया थाना क्षेत्र के गांव औसेर निवासी महेंद्र पुत्र विजयी जाटव ने 17 वर्षीय पुत्री अंजली के अपहरण के मामले में छह फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना प्रभारी जेपी शर्मा सहित उनकी टीम जांच पड़ताल में जुटी थी। कुछ तथ्यों के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को औसेर निवासी महेंद्र जाटव, अर्पित और अरविंद गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को पूछताछ के दौरान महेंद्र ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उसकी 17 साल की बेटी का गांव के ही एक लड़के से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसके चलते उसने व उसके बेटे संदीप ने पांच फरवरी को अर्पित, अरविंद गौतम व मोनू के साथ मिलकर बेटी की हत्या की साजिश रची। शाम को बेटी का मुंह बंद कर गला घोंट दिया और हत्या को आत्महत्या दर्शाने के लिए उसे पंखे से फंदा डालकर फांसी पर लटका दिया। इसके बाद उसी रात बेटी के शव को लेकर बाइक से करसाह के जंगल पहुंचे और शव को आग लगा दी। एसपी ने बताया कि शातिरों ने प्रेमी को फंसाने के लिए अगले दिन उसके खिलाफ बेटी के अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया है। वहीं किशोरी के भाई संदीप और मोनू की तलाश जारी है। एक दिन पहले बेटी को देखा था प्रेमी के साथ इंस्पेक्टर जेपी शर्मा ने बताया कि चार फरवरी को नाबालिग लड़की को उसके भाई और बड़ी मां ने प्रेमी के साथ देख लिया था। इस पर परिजन उसे मारते-मारते घर लाए थे। इसके बाद घर लाकर समझाया लेकिन वह प्रेमी के साथ रही रहने के लिए अड़ी रही। इसी के चलते उसकी अगले दिन हत्या कर दी। ऐसे हत्थे चढ़े आरोपी इंस्पेक्टर जेपी शर्मा ने बताया कि जब भी परिवार के लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जाता था, अरविंद गौतम भी पहुंच जाता था और अपनी पहुंच का हवाला देकर दबाव बनाने लगता था। इस वजह से इन लोगों पर ही हत्या का शक गहराया। इसके बाद लड़की के पिता महेंद्र जाटव और अरविंद की सीडीआर निकलवाई गई तो पता चला कि दोनों में दिन में कई-कई बार होती थी। इसी आधार पर महेंद्र को गिरफ्तार किया तो उसने वारदात कबूल कर ली। इंस्पेक्टर के मुताबिक मामला रफादफा कराने के लिए अरविंद ने महेंद्र से 80 हजार रुपये भी लिए थे, जो महेंद्र ने खेत गिरवी रखकर दिए थे। आरोपी अरविंद भीम आर्मी का जिला सहसंयोजक रह चुका आरोपी अरिवंद भीम आर्मी का जिला सह संयोजक था। जिला संयोजक ने 20 अप्रैल को ही उसे पद से विमुक्त किया है। जारी पत्र में उन्होंने कहा है कि पार्टी में सक्रिय न होने के कारण उसे निकाला गया है।
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