व्हाट्सएप पर कमिश्नर का प्रोफाइल और खुद को बताया ED अधिकारी, पटना में डॉक्टर को धमकी
ईडी से मामला मैनेज कराने के लिए दो लाख की मांग की। इसके बाद डॉक्टर ने ईओयू में इसकी शिकायत की। शिकायत के आधार पर ईओयू में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने छापेमारी कर दो को गिरफ्तार किया। उनके पास से दो की-पैड मोबाइल व एक स्मार्टफोन बरामद हुए।

केंद्रीय एजेंसी ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) का खौफ दिखाकर वरिष्ठ डॉक्टर से ठगी की कोशिश करने वाले दो साइबर ठगों को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार दोनों युवक राजेश कुमार व रंजीत कुमार सगे भाई हैं। दोनों पटना से सटे दानापुर के रहने वाले हैं। ईओयू इनके आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है। शनिवार को ईओयू के डीआईजी (साइबर) संजय कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि आरोपितों ने सेवानिवृत्त कमिश्नर कारू राम के नाम से व्हाट्सएप पर फर्जी प्रोफाइल बना कर सगुना मोड़ स्थित एक वरिष्ठ डॉक्टर को कॉल किया और खुद को ईडी से जुड़ा बताते हुए केस में फंसा देने की धमकी दी।
ईडी से मामला मैनेज कराने के लिए दो लाख की मांग की। इसके बाद डॉक्टर ने ईओयू में इसकी शिकायत की। शिकायत के आधार पर ईओयू में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने छापेमारी कर दो को गिरफ्तार किया। उनके पास से दो की-पैड मोबाइल व एक स्मार्टफोन बरामद हुए। गिरफ्तार दोनों युवकों की पहचान राजेश कुमार और रंजीत कुमार के रूप में हुई है।
वे दानापुर थाना अंतर्गत सुल्तानपुर भट्ठा पर वार्ड नंबर 15 के निवासी हैं। उनके मोबाइल की जांच में फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट और कई चैट व कॉल रिकॉर्डिंग मिली, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वे पहले भी इसी शैली में कई लोगों को डराकर पैसे वसूल चुके हैं। ईओयूअब यह पता लगा रही है कि ठगों ने अब तक किन-किन लोगों को निशाना बनाया और किस बैंक खातों के जरिए रकम मंगाई।
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