Kushinagar Farmers Advised on Pyrilla Pest Management for Sugarcane कृषि विभाग ने बताए गन्ने को पायरिला कीट से बचाने के उपाय, Kushinagar Hindi News - Hindustan
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कृषि विभाग ने बताए गन्ने को पायरिला कीट से बचाने के उपाय

Kushinagar News - कुशीनगर में, कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. मेनका सिंह ने किसानों को पायरिला कीट से गन्ने की रक्षा के उपायों की जानकारी दी। यह कीट गन्ने की पत्तियों के नीचे अंडे देता है और रस चूसकर फसल की गुणवत्ता कम करता...

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरFri, 9 May 2025 11:54 AM
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कृषि विभाग ने बताए गन्ने को पायरिला कीट से बचाने के उपाय

कुशीनगर। जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉक्टर मेनका सिंह ने किसानों को पायरिला कीट की जानकारी देते हुए गन्ने को इससे बचाने के उपायों की जानकारी दी है। बताया है कि अप्रैल से अक्तूबर तक गन्ने के चूसक कीट पायरिला (लीफ हापर) कर प्रकोप रहता है। यह एक प्रकार का पंख वाला कीट है। इसके अण्डे हल्के पीले रंग के होते हैं जो गन्ने की पत्ती की निचली सतह पर लगभग 20 अण्डे के समूह में पाये जाते हैं। प्रारम्भ में हल्के हरे एवं वयस्क बाद में हल्के भूरे रंग के 7 से 8 मिमी लम्बे हो जाते हैं। मुख छेदने एवं चूसने वाले हो जाते हैं।

इस कीट के निम्फ एवं वयस्क पत्ती की निचली सतह से रस चूसकर हनीड्यू का निष्कासन करते हैं, जिससे पत्तियों पर फफूंद का प्रकोप हो जाने से प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया बहुत कम हो जाती है। प्रभावित गन्ने की गुणवत्ता कम एवं शर्करा की मात्रा लगभग 35 प्रतिशत तक कम हो जाती है। •इससे बचाने के लिए किसान भाई रोपण से पहले गन्ने के बीज को क्लोरपायरीफास 20 प्रति ईसी का 2 मिली प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर उपचारित करें।• कीटों की निगरानी एवं उनके संख्या के आकलन हेतु 1 लाईट ट्रैप प्रति 5 एकड़ की दर से लगाएं।• पायरिला के तेजी से गुणन एवं प्रसार को रोकने के लिए नाईट्रोजनयुक्त उर्वरकों का विवेकपूर्ण प्रयोग करना चाहिए। •मेटारिजियम एनिसोप्लिया 107 स्पोर प्रति मिली की दर से पर्णीय छिड़काव करना चाहिए। •परजीवी एपिरिक्रेनिया मेलानोल्यूका को 8 से 10 लाख अण्डे प्रति हेक्टेयर की दर से गन्ने के खेत में छोड़ें। 3 से 5 कीट प्रति पत्ती या एक अण्डा दिखाई देने पर क्लोरपायरीफास 20 प्रति ईसी 600 मिली मात्रा को 300 से 350 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करें। अथवा क्यूनालफास 25 प्रति ईसी की 480 मिली मात्रा को 250 से 300 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ के दर से छिड़काव करें। फसलों में लगने वाले कीट व रोग एवं खरपतवार की समस्या के निवारण हेतु किसान साथी वाट्सएप नंबर 9452247111 अथवा 9452257111 पर प्रभावित पौधों की फोटो सहित अपनी समस्या और पूरा पता लिखकर प्रेषित करें। समस्या का निराकरण 48 घंटे में किसान के मोबाइल पर कर दिया जायेगा।

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