आगरा में दुकान पर नारकोटिक्स दवाओं का मिला अंबार, एक करोड़ की नशीली दवाएं पकड़ीं
यूपी के आगरा में नशीली दवाओं के अवैध धंधे पर गुरुवार को तगड़ी चोट मारी गई। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने ताजगंज क्षेत्र के नगला मेवाती इलाके में दबिश दी। एक मकान में बनी दुकान को खंगाला। दुकान में दवाओं के 40 कार्टून बरामद हुए, जिसमें नशीली दवाएं रखी मिलीं।

यूपी के आगरा में नशीली दवाओं के अवैध धंधे पर गुरुवार को तगड़ी चोट मारी गई। एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) ने ताजगंज क्षेत्र के नगला मेवाती इलाके में दबिश दी। एक मकान में बनी दुकान को खंगाला। दुकान में दवाओं के 40 कार्टून बरामद हुए, जिसमें नशीली दवाएं रखी मिलीं। बरामद दवाओं की कीमत एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है। पुलिस ने दुकान मालिक को हिरासत में लिया है। दो अन्य की तलाश की जा रही है।
एएनटीएफ के इंस्पेक्टर हरवेंद्र मिश्रा ने बताया कि एएनटीएफ को सूचना मिली थी कि पक्की सराय, ताजगंज निवासी पप्पू और उसका बेटा बिलाल नशीली दवाओं का अवैध धंधा करते हैं। उनका रिश्तेदार ईदरीश नगला मेवाती में रहता है। इंदरीश के मकान में उन्होंने किराए पर एक दुकान ले रखी है। दुकान का इस्तेमाल नशीली दवाओं को रखने के लिए किया जाता है। ऑर्डर मिलने पर वे इधर दवाएं लेने आते हैं। सूचना पर दबिश दी गई।
ईदरीश के मकान में बनी दुकान को खंगाला गया तो वहां 40 कार्टून दवाएं मिलीं। पूछताछ में पता चला कि दो मई को पप्पू यह माल दुकान में रखकर गया था। एएनटीएफ के इंस्पेक्टर ने बताया कि मौके पर मिली दवाएं नारकोटिक्स श्रेणी की दवाएं हैं। अवैध रूप से इनका भंडारण किया गया था। मौके पर ईदरीश कोई लाइसेंस नहीं दिखा सका। माल को जब्त किया गया है। दवाएं नकली तो नहीं इसकी जांच के लिए औषधि निरीक्षक ने सैंपल लिए हैं। ताजगंज थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा लिखाया जा रहा है।
कई बार पकड़ी जा चुकी हैं दवाएं
ताजनगरी में नशीली दवाएं पकड़े जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी कई बार दवाएं पकड़ी जा चुकी हैं। कई प्रदेशों की पुलिस आगरा में दबिश दे चुकी है। आगरा में नशीली दवाएं बनाने की अवैध फैक्ट्री तक पकड़ी गई हैं। दवा माफिया वियज गोयल की फैक्ट्री पर छापा मारकर करोड़ों की नकली दवाएं पकड़ी गई थीं। इससे पहले कमला नगर और विजय नगर में भी छापेमारी कर अवैध और नकली दवाएं पकड़ी गई थीं।
चार प्रकार की दवाओं के 10 सैंपल लिए
एंटी नारकोटिक्स की सूचना पर औषधि निरीक्षक मौके पर पहुंच गए। यहां उन्होंने दुकान में भरी दवाओं की कीमत का अनुमान एक करोड़ से अधिक बताया है। उन्होंने बताया कि ये दवाएं रेवांटिस हेल्थ केयर बद्दी, जिला सोलन हिमाचल प्रदेश द्वारा निर्मित हैं। इनका विपणन पीबी लाइफ साइंसेज बद्दी ने किया है। उन्होंने बताया कि पकड़ी गई चार प्रकार की दवाओं के 10 सैंपल लिए हैं। इन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।