बुढ़वल से चोरी हुए रेलवे स्लीपर कानपुर से बरामद
Lucknow News - पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल से चोरी हुए 255 रेल स्लीपर कानपुर के एफसीआई गोदाम के पास से बरामद किए गए। चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने स्लीपरों को कानपुर भेजने के लिए फर्जी चालान तैयार...

पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल से चोरी हुए स्लीपर कानपुर में एफसीआई गोदाम के पास से बरामद किए गए। इनका इस्तेमाल एफसीआई गोदाम के लिए नया रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए होना था। इसे एनई रेलवे के पैतीपुर स्टेशन के पास से चोरी किए गए थे। आरपीएफ की क्राइम ब्रांच ने छापेमारी कर 255 स्लीपर बरामद किए हैं। चोरी के आरोपी चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरपीएफ कमांडेंट चंद्रमोहन मिश्र ने बताया कि 10 अप्रैल को पैतीपुर स्टेशन के पास से 255 रेल स्लीपर चोरी हुए थे। रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने बुढ़वल में चोरी का मुकदमा दर्ज करायाथा। जांच पोस्ट कमांडर बुढ़वल अजमेर सिंह यादव को सौंपी गई थी। पड़ताल में पता चला कि कानपुर में एफसीआई गोदाम की लाइन बनाने के लिए स्लीपर का इस्तेमाल किया जा रहा है। लखनऊ जंक्शन स्थित आरपीएफ क्राइम ब्रांच ने छापेमारी कर कानपुर में चंदारी स्टेशन के पास स्थित एफसीआई गोदाम के पास से चोरी के स्लीपर बरामद किए। इनकी अनुमानित कीमत 8,16,000 रुपये है। इसके अलावा चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
फर्जी चालान के जरिए कानपुर भेजे गए स्लीपर
आरपीएफ क्राइम ब्रांच ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान दो ट्रकों में लदे हुए स्लीपर बरामद किए गए। एक ट्रक में 105 और दूसरे में 150 रेलवे स्लीपर जब्त किए गए। चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए लोगों ने पूछताछ में बताया कि चोरी किए गए स्लीपरों को कानपुर ले जाने के लिए फर्जी चालान तैयार किया गया। फर्जी चालान पाटिल रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड, बुढ़वल के नाम से तैयार किया गया था।
एफसीआई गोदाम के ट्रैक में होने थे इस्तेमाल
आरपीएफ से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पैतीपुर स्टेशन के पास से जिन स्लीपरों को चोरी किया गया, उनका इस्तेमाल एफसीआई गोदाम के लिए नया ट्रैक बिछाने में होना था। इससे नया ट्रैक बनता ताकि एफसीआई गोदाम तक लदान व उतरान हो सके। सूत्र बताते हैं कि 500 मीटर प्राइवेट लाइन बिछानी थी, जिसमें 2500 स्लीपरों का इस्तेमाल होना था।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।