मत्स्य उत्पादकता बढ़ाने के लिए मंडलायुक्त ने की तीन परियोजनाओं की समीक्षा
Lucknow News - प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के अंतर्गत पंगेशियस और कार्प मछली पालन को मिलेगा बढ़ावा लखनऊ,

मत्स्य उत्पादन में वृद्धि और जल संसाधनों के बेहतर उपयोग की दिशा में लखनऊ मंडलायुक्त ने गुरुवार को तीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उनके साथ मंडलीय उपनिदेशक मत्स्य भी उपस्थित रहे। लखनऊ मंडल में वर्तमान में 25,530 हेक्टेयर ग्रामसभा तालाब, 1042 किलोमीटर लंबी नदियां और 60 विभागीय जलाशय उपलब्ध हैं। इन जलस्रोतों के उपयोग से मत्स्य उत्पादकता बढ़ाने का लक्ष्य तय किया गया है। निरीक्षण के दौरान पहले मलिहाबाद के ग्राम दुलारमऊ में सर्वदा चंद तिवारी द्वारा स्थापित दो परियोजनाएं, मध्यम आकार की आर.ए.एस. और मत्स्य बीज हैचरी देखी गईं। इनकी इकाई लागत 25-25 लाख रुपये निर्धारित है। जिन पर विभाग द्वारा 40% अनुदान दिया जा रहा है। अब तक कुल अनुदान में से तीन लाख की अंतिम किस्त शेष है। इन इकाइयों में सीमेंटेड टैंक के माध्यम से पंगेशियस मछली का पालन व हैचरी के माध्यम से कार्प मछली के बीज का उत्पादन होगा।
दूसरी परियोजना ग्राम सस्पन के कुलदीप कुमार चौधरी द्वारा संचालित है, जिसमें उन्होंने अपने खेत में मध्यम आकार के आर.ए.एस., सीमेंटेड टैंक और मिट्टी के तालाब विकसित किए हैं। वे पंगेशियस व कार्प मछली का पालन कर रहे। साथ ही एक बकरी पालन यूनिट भी स्थापित की है, जिससे स्थानीय लोगों को पशुपालन के लिए प्रेरणा मिल रही है। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन सफल मॉडलों का प्रशिक्षण अन्य मत्स्य पालकों को भी दिया जाए। साथ ही योजनाओं का प्रचार-प्रसार गोष्ठियों और तालाब भ्रमण के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए। जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।
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