Awareness Programs on Alcohol Prohibition Day Highlight Health Risks मद्यपान से गंभीर रोग की चपेट में आ रहे युवा, दूर रहने में भलाई, Maharajganj Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsMaharajganj NewsAwareness Programs on Alcohol Prohibition Day Highlight Health Risks

मद्यपान से गंभीर रोग की चपेट में आ रहे युवा, दूर रहने में भलाई

Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। मद्य निषेध दिवस के अवसर पर जिले में विभिन्न जागरूकता

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजSat, 31 May 2025 10:04 AM
share Share
Follow Us on
मद्यपान से गंभीर रोग की चपेट में आ रहे युवा, दूर रहने में भलाई

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। मद्य निषेध दिवस के अवसर पर जिले में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिला संयुक्त अस्पताल में चिकित्सकों नशे के खिलाफ एकजुट होकर समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का आह्वान किया। विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मद्यपान से होने वाले गंभीर दुष्परिणामों की जानकारी देते हुए इससे दूर रहने की अपील की। बताया कि मद्यपान से फैटी लिवर, अल्कोहलिक हेपेटाइटिस, सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बना रहता है। जिला अस्पताल में आए दिन इससे जुड़े मरीज आ रहे हैं। जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. पवन कुमार सिंह ने बताया कि मद्यपान लीवर, मस्तिष्क और हृदय को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाता है।

लगातार शराब के सेवन से लिवर सिरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा यह अग्नाशय, गैस्ट्राइटिस, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप का भी एक प्रमुख कारण है। लंबे समय तक मद्यपान करने से कैंसर का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है, खासकर मुंह, गले, ग्रासनली और लिवर का कैंसर। ओपीडी में आए दिन इसके मरीज आ रहे हैं। डॉ. वैभव श्रीवास्तव ने मद्यपान से जुड़ी सामाजिक और मानसिक समस्याओं पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि मद्यपान से मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। डिप्रेशन, चिंता और अन्य मानसिक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। व्यक्ति की निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर करता है और धीरे-धीरे व्यक्ति सामाजिक व पारिवारिक संबंधों से कटने लगता है। कई बार यह हिंसा की ओर भी ले जाता है। उन्होंने कहा कि शराब की लत एक बीमारी है, जिसे इलाज और परामर्श से दूर किया जा सकता है। इसके लिए जिला अस्पताल में नशा मुक्ति परामर्श केंद्र भी संचालित है, जहां पीड़ितों को निशुल्क चिकित्सा और मनोवैज्ञानिक सहायता दी जाती है। उन्होंने बताया कि शराब केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली धीमी हो जाती है। यह याददाश्त, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर करती है। दुर्घटनाओं का एक बड़ा कारण भी मद्यपान ही है, क्योंकि यह प्रतिक्रिया समय को कम कर देता है और समन्वय को बिगाड़ देता है। डॉ. श्रीवास्तव ने सलाह दी कि मद्यपान से बचने के लिए सबसे पहले हमें इसकी लत लगने से रोकना होगा। उन्होंने कहा कि अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो उसे तुरंत बंद कर दें। यदि आप लत से जूझ रहे हैं, तो पेशेवर मदद लेने में संकोच न करें। जिला अस्पताल में भी ऐसे मामलों में परामर्श और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं, स्वस्थ शौक अपनाएं और तनाव को कम करने के लिए योग और ध्यान का सहारा लें। याद रखें, एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए मद्यपान से दूरी ही एकमात्र विकल्प है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।