इंडो-नेपाल सीमा पर पुलिस का कड़ा पहरा, पहुंचे एसपी
Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। इसी क्रम में महराजगंज जनपद में भी भारत-नेपाल की खुली सीमा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। एसपी सोमेन्द्र मीना के नेतृत्व में जिले की सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है। बुधवार को एसपी ने थाना नौतनवा और सोनौली क्षेत्र अंतर्गत भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों में पुलिस एवं सशस्त्र सीमा बल के साथ फ्लैग मार्च कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। क्षेत्राधिकारी नौतनवा, क्षेत्राधिकारी निचलौल व अन्य उच्चाधिकारियों द्वारा विभिन्न थाना क्षेत्रों जैसे सोनौली, बरगदवा, ठूठीबारी, परसामलिक, नौतनवा आदि में लगातार भ्रमण कर स्थिति का जायजा लिया जा रहा है।
एसएसबी की 22वीं व 66वीं वाहिनी के अधिकारियों, असिस्टेंट कमांडेंट सुबीर घोष समेत पुलिस बल के साथ मिलकर सीमावर्ती गांवों में फ्लैग मार्च किया जा रहा है। ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है कि वे अपने आस-पास हो रही गतिविधियों पर विशेष ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सुरक्षा बल को दें। प्रवेश व निकास बिन्दुओं पर चौकसी तेज खुली सीमा की संवेदनशीलता को देखते हुए सभी प्रवेश एवं निकास बिन्दुओं पर चेकिंग अभियान तेज कर दिया गया है। थाना बरगदवा, सोनौली, ठूठीबारी, परसामलिक आदि के अंतर्गत आने वाले बॉर्डर पोस्ट पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है। नेपाल से आने-जाने वाले यात्रियों की पहचान पत्रों की जांच की जा रही है, ताकि अवैध आवागमन या किसी प्रकार की आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। इसके साथ ही ड्रोन कैमरों के माध्यम से भी बॉर्डर पर निगरानी रखी जा रही है, जिससे किसी भी संदिग्ध हरकत पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही हैं बैठकें ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा बलों द्वारा बैठकें आयोजित की जा रही हैं, जिनमें ग्राम प्रधान, चौकीदार एवं सम्मानित नागरिकों से सहयोग लिया जा रहा है। पुलिस आमजन से यह अपील कर रही है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षा एजेंसियों को हर संभव सहयोग प्रदान करें। सीमावर्ती इलाकों में तस्करी, मानव तस्करी और अवैध हथियारों की आवाजाही जैसी गतिविधियों पर पहले से ही पुलिस की पैनी नजर थी, लेकिन अब जम्मू की घटना के बाद इसमें और अधिक तीव्रता लाई गई है। भारत-नेपाल सीमा की 84 किलोमीटर लंबी खुली सीमा को सुरक्षित रखने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे देश की आंतरिक सुरक्षा को किसी प्रकार की चुनौती न मिल सके। पहलगांम में आतंकी हमले के बाद सीमा पर अलर्ट है। पुलिस व एसएसबी के साथ सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं। हर आने-जाने वाले की सघन तलाशी व पहचान पत्र देखा जा रहा है। सोमेन्द्र मीना, एसपी
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