बोले मथुरा-ब्रजवासियों की एक ही पुकार निर्मल करो कालिंदी की धार
Mathura News - बोले मथुरा-भगवान श्रीकृष्ण की पटरानी यमुना महारानी से मथुरा-वृंदावन की पहचान संपूर्ण विश्व में है। वर्षों

भगवान श्रीकृष्ण की पटरानी यमुना महारानी से मथुरा-वृंदावन की पहचान संपूर्ण विश्व में है। वर्षों से हर बार यमुना शुद्धिकरण का मुद्दा आम चुनाव का अहम हिस्सा भी बनता है। यमुना महारानी की अहमियत इस कदर है कि चुनाव मैदान में उतरने वाले बड़े-बड़े राजनैतिक दलों के जाने-माने प्रत्याशी भी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत यमुना पूजन से करते हैं और हर बार अपने वोटरों से यमुना शुद्धिकरण के लंबे-चौड़े वादे करते हैं। बावजूद इसके यमुना की वर्तमान स्थिति प्रदूषण के चलते इतनी भयावक हो चुकी है कि लोग स्नान करना तो दूर यमुना जल आचमन करने से भी डरने लगे हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के जीतने के बाद दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद यमुना शुद्धिकरण के सपने के साकार होने की उम्मीद ब्रजवासी कर रहे हैं। एक बार फिर से यमुना भक्तों को उम्मीद जगी है कि यमुना शुद्धिकरण की आस पूरी होगी। यमुना भक्तों ने अपनी पीड़ा बयान करते हुए एक स्वर से कहा कि यमुना आम चुनाव में कितना महत्व रखती है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जब भी ब्रजभूमि में प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री सहित सरकार के बड़े-बड़े नुमाइंदों का आगमन होता है, तो वह अपने कार्यक्रमों के साथ-साथ चुनावी रैलियां में यमुना शुद्धिकरण की बात मंच से करके वोटरों को भरोसा दिलाते हैं कि यमुना निर्मल होगी।
लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं व आस्था के अनुसार शुद्ध यमुना जल मिलेगा, लेकिन यमुना अब भी प्रदूषण का दंश झेल रही है। यमुना भक्तों का कहना है कि अभी तक भाजपा नेतृत्व वाली सरकारों के मंत्री दिल्ली में हमारी सरकार होने पर पूर्ण यमुना शुद्धिकरण की बात कहते थे। अब तो दिल्ली में भी भाजपा की सरकार बन गई है। ऐसे में यमुना शुद्धिकरण का सपना साकार रूप लेना चाहिए। यमुना भक्तों ने कहा कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के साथ-साथ केंद्र में भी भाजपा की सरकार है। यदि अब भी यमुना शुद्धिकरण नहीं हो पता है तो फिर भगवान ही मालिक है। यमुना शुद्धिकरण को लेकर अब तक करोड़ों रुपये खर्च किये जा चुके हैं लेकिन इसका असर आज तक नहीं दिखा है। यमुना में नाले गिर रहे हैं और यमुना जल की जगह यमुना में गंदे नाले का प्रवाह दिखता है। आये दिन हजारों मछलियों की मौत यमुना के मैली होने पर मुहर लगा देती हैं। अब तो ब्रजवासियों का कहना है कि सरकार की मंशा अगर यमुना शुद्धिकरण की है तो अब कोई बहाना न बनाकर यमुना को निर्मल करना चाहिए।
बृज भूमि की पहचान होने के साथ-साथ यमुना महारानी आध्यात्मिक, धार्मिक और भक्ति की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान संपूर्ण विश्व में रखती है, इसके बावजूद यमुना शुद्धिकरण का सपना वर्षों से साकार रूप इसलिए नहीं ले पा रहा है।
-विवेक गौतम
गंगोत्री से निकलने वाली यमुना उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में होकर बहती है। प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है। अभी तक भाजपा इन सभी राज्यों में अपनी सरकार चाहती थी, जो अब वर्तमान में है। ऐसे में यमुना शुद्ध होनी चाहिए।
-सत्यभान
यमुना में लगातार बढ़ते प्रदूषण को लेकर आज स्थानीय बृजवासी ही
नहीं बल्कि ब्रजभूमि में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालु भी प्रदूषित होती यमुना की वर्तमान भयावक स्थिति को लेकर चिंतित नजर आते है। उनकी आस्था को ठेस पहुंचती है।
-विवेक भारद्वाजशर्मा
यदि सरकारों ने ईमानदारी के साथ अपना काम किया होता तो आज यमुना इतनी प्रदूषित नहीं होती। राजनीतिक रूप से छले जाने वाले वोटर हर बार चुनावों में शुद्ध यमुना जल की आस लगाते हैं। हर बार हम सभी यमुना शुद्धिकरण की आस में वोट करते हैं। -सुरेशचंद्र शर्मा
दिल्ली चुनाव जीतने के बाद भाजपा का शीर्ष नेतृत्व यमुना शुद्धिकरण के लिए कोई ठोस कार्य करेगा, यह देखने वाली बात है । हमें वर्तमान में जिस प्रकार से यमुना लगातार प्रदूषित होती चली जा रही है, उससे यमुना का अस्तित्व पूरी तरह से अब मिटने के कगार पर पहुंच चुका है। -नीरज गौड़
यदि दिल्ली में भाजपा नेतृत्व की सरकार बनने की बाद भी भाजपा ने यमुना शुद्धिकरण के लिए कार्य नहीं किया तो यह वास्तव में ब्रजभूमि के लिए दुर्भाग्य की बात होगी। यमुना शुद्धिकरण की मांग को अनदेखा करके अब अधिक दिनों तक राजनीतिक रोटियां नहीं सेक पाएंगे। -गिर्राज प्रसाद शर्मा
यमुना की स्थिति से आज कौन वाकिफ नहीं है। सरकार की उदासीनता के चलते ही यमुना में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। सरकारें यदि जागरूक हो जाएं तो यमुना को प्रदूषण से मुक्ति मिल सकती है। यमुना प्रदूषण को रोकने के लिए कारगर रणनीति की जरूरत है। नाले टेप होने चाहिए।
-रामनारायण ब्रजवासी
यमुना शुद्धिकरण के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं लेकिन धरातल पर तो यमुना शुद्धिकरण नाममात्र का भी देखने को नहीं मिलता। यमुना में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। यमुना में नाले आज भी गिर रहे हैं। प्रदूषण रोकने के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा है।
-लक्ष्मीकांत कौशिक
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