जनसंख्या नियंत्रण समय की मांग : डॉ. ताहिर
Mau News - मऊ में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य परिवार नियोजन कार्यक्रम को सुदृढ़ करना था। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ताहिर अली ने नवदंपतियों को सलाह दी कि वे शादी के बाद कम से कम दो साल...
मऊ। जिला महिला चिकित्सालय के सभागार में परिवार नियोजन कार्यक्रम को और अधिक सुदृढ़ करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला की अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.ताहिर अली ने करते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों से परिचित कराया। कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और जनसंख्या नियंत्रण आज के समय की मांग है। डा.ताहिर अली ने कहा कि नवदंपतियों को सलाह दी कि वे शादी के कम से कम दो साल बाद ही बच्चे की योजना बनाएं, ताकि वे एक-दूसरे को समझ सकें, आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें और बेहतर भविष्य की नींव रख सकें। पीएसआई इंडिया ने बताया पीपीएफपी का महत्व पीएसआई इंडिया के प्रतिनिधि केवल सिंह सिसोदिया ने प्रसव के बाद परिवार नियोजन के महत्व पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि पीपीएफपी के तहत कंडोम, गोली, आईयूडी, इंजेक्शन, पुरुष व महिला नसबंदी जैसे आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी दी जाती है। जिससे अनचाहे गर्भ से बचाव होता है और स्तनपान को भी बढ़ावा मिलता है। कार्यशाला का संचालन कर रही प्रियंका तिवारी ने बताया कि जिला महिला चिकित्सालय में ये सभी सेवाएं पूरी तरह नि:शुल्क हैं और प्रशिक्षित डॉक्टरों एवं स्टाफ द्वारा प्रदान की जाती हैं। उन्होंने महिलाओं से अपील कि कि वे परिवार नियोजन के लिए आगे आएं और समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाएं। कार्यशाला में जिला महिला चिकित्सालय से डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स, एएनएम, ओटी स्टाफ और काउंसलर्स ने सहभागिता की।
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