भाजपा सरकार के नाम बदलने के फैसलों पर भड़कीं मायावती, कहा- विफलताओं पर पर्दा डालने की कोशिश
बसपा सुप्रीमों मायावती ने नाम बदलने की राजनीति को लेकर भाजपा सरकारों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा की तरह ही उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड की भाजपा सरकारों द्वारा स्थानों के नाम बदलने की प्रवृत्ति कानून के शासन का हिस्सा नहीं बल्कि अपनी विफलताओं को छिपाने की राजनीति है।

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की मुखिया मायावती ने नाम बदलने की राजनीति को लेकर भाजपा सरकारों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सपा की तरह ही उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों की भाजपा सरकारों द्वारा जिलों, शहरों और संस्थानों के नाम बदलने की प्रवृत्ति कानून के शासन का हिस्सा नहीं, बल्कि अपनी विफलताओं को छिपाने की संकीर्ण राजनीति है।
बसपा सुप्रीमों ने नसीहत देते हुए कहा कि सरकार को इस मामले में यूपी में चार बार सरकार बना चुकी बसपा से सीख लेनी चाहिये जिसने गुड गवर्नेंस को ध्यान में रखा कर जिले तहसील और यूनिवर्सिटी नये नामों से बनाये। मायावती ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, “यूपी की रही सपा सरकार की तरह ही महाराष्ट्र, उत्तराखंड व यूपी में भाजपा सरकार द्वारा जिला, शहरों व संस्थानों समेत अन्य के नामों को बदलने की प्रवृति कानून के राज का गवर्नेंस नहीं बल्कि द्वेष व भेदभाव के आधार पर अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने की संकीर्ण राजनीति है।”
मायावती ने आगे लिखा, “ 1995 के अविभाजित उत्तर प्रदेश से लेकर 2012 तक बीएसपी की चार बार रही सरकारों में गुड गवर्नेंस को ध्यान में रखकर अनेकों नई कल्याणकारी योजनाएं व जिले, तहसील, अस्पताल, यूनिवर्सिटी आदि नए नामों से बनाए गए, किसी का नाम नहीं बदला गया। सरकारों को इससे ज़रूर सीख लेनी चाहिए।”
उत्तराखंड का नाम यूपी-2 कर देना चाहिए: अखिलेश यादव
उधर, अखिलेश यादव ने उतराखंड की पुष्कर धामी सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का नाम यूपी-2 कर देना चाहिए। दरअसल हाल ही में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने 15 स्थानों के नाम बदलने की घोषणा की थी। जिसके बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टी भाजपा को घेरने में जुटी है। कांग्रेस ने इस फैसले को भाजपा का एजेंडा बताया। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि भाजपा के पास असली काम दिखाने के लिए कुछ नहीं है।