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बोले मेरठ : लालकुर्ती बाजार की भीड़ में सुविधाएं गुम

Meerut News - मेरठ का लालकुर्ती पैठ बाजार, जो 50 साल से अधिक पुराना है, गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। यहां गंदगी, टूटी सड़कें, और शौचालयों की कमी व्यापारी और ग्राहकों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही हैं। व्यापारियों...

Newswrap हिन्दुस्तान, मेरठTue, 8 April 2025 09:09 PM
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बोले मेरठ : लालकुर्ती बाजार की भीड़ में सुविधाएं गुम

मेरठ शहर का लालकुर्ती पैठ बाजार। यहां हजारों लोग हर दिन खरीदारी करने आते हैं। हजारों लोगों की रोजी रोटी भी इस बाजार से चलती है। 50 साल से भी ज्यादा पुराने इस मार्केट में सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। बाजार में गंदगी, टूटी सड़क, चोक नाले, नदारद शौचालय और हादसों को दावत देता गहरा गड्ढा, व्यापारियों के लिए ही नहीं ग्राहकों के लिए भी समस्या का सबब बने हुए हैं। लालकुर्ती के श्री प्लाजा में व्यापारी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं। वह अब सुविधाओं का बाजार चाहते हैं। मेरठ शहर का लालकुर्ती पैठ बाजार न केवल इस क्षेत्र की आर्थिक धुरी है, बल्कि हजारों लोगों की आजीविका का साधन भी है। लगभग 3500 दुकानों वाले इस बाजार में प्रतिदिन हजारों लोग खरीदारी करने आते हैं। यह बाजार 50 साल से भी अधिक पुराना है, लेकिन यहां मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है। बाजार में फैली गंदगी और अव्यवस्थित यातायात, ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बन चुके हैं। बाजार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा श्री प्लाजा कॉम्पलेक्स भी है, जहां 100 से अधिक दुकानें हैं। 300 से अधिक लोगों की रोजी-रोटी यहां से चलती है, लेकिन यहां की स्थिति दयनीय है। बुनियादी सुविधाओं की कमी के चलते कॉम्पलेक्स बंद होने की कगार पर पहुंच गया है।

हिंदुस्तान बोले मेरठ की टीम ने लालकुर्ती पैठ बाजार के व्यापारियों से संवाद कर उनकी परेशानियों के बारे में बात की। व्यापारी कृष्णा सोनकर, नीरज खटीक, फैजान कुरैशी, पंकज खटीक, रंजीत चौहान और जगदीश कुमार का कहना है कि इस बाजार से करीब 15 हजार से अधिक लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। यहां लालकुर्ती पैठ बाजार के श्री प्लाजा कॉम्पलेक्स में व्यापारियों की तो रोजी-रोटी पर बन आई है। रैपिड का काम शुरू होने से पहले कॉम्पलेक्स के लोगों को मूलभूत सुविधाएं देने की बात हुई थी, जिसमें साफ-सफाई, शौचालय, लाइटिंग और आने-जाने के लिए रास्ता शामिल था। लेकिन हालात ये हैं, कि व्यापारियों को दुकान तोड़कर रास्ता बनाना पड़ा है। आसपास इतनी गंदगी रहती है कि ग्राहक आता भी नहीं है।

गंदगी से भरे हैं नाले, नहीं होती सफाई

लालकुर्ती पैठ बाजार के व्यापारी कालीचरण सोनकर, शुभम सैनी, सुरेंद्र ढींगरा, संजीव अरोड़ा, मुर्सलीम, मुसलमीन सिद्दीकी और गुरदीप सिंह का कहना है कि नाले की गंदगी ने पूरे बाजार का व्यापार प्रभावित कर रखा है। नाले के एक तरफ का बाजार कैंट बोर्ड में आता है और दूसरी तरफ का बाजार नगर निगम के अधीन है। नाला पूरी तरह चोक है, जिसमें गंदगी भरी है, साफ सफाई नाम को भी नहीं हुई। आसपास इतनी बदबू आती है कि व्यापारी तो छोड़ो ग्राहक मुंह पर कपड़ा रखकर निकलता है। रैपिड की ओर से पानी के पाइप बाजार की तरफ नाले में डाले गए हैं। जिनसे निकलने वाला गंदा पानी सड़क पर भर जाता है। ऐसे में ग्राहक और व्यापारियों का निकलना मुश्किल हो जाता है।

बाजार में शौचालय की बड़ी समस्या

व्यापारी आशकीन, अजय कुमार, शबाना सिद्दीकी, दीपा सबरवाल और कल्लो सिद्दीकी का कहना है कि पूरे बाजार में कहीं भी शौचालय नहीं है। लोगों ने नाले के किनारे को ही शौचालय बना दिया है। सबसे बड़ी समस्या महिलाओं के लिए होती है, जिन्हें शौचालय की कमी के कारण बेगमपुल या आबूलेन तक जाना पड़ता है। शाम होते ही बाजार में अंधेरा पसरने लगता है। श्री प्लाजा कॉम्पलेक्स की हालत तो बहुत ही दयनीय हो गई है। यहां ना व्यापार बचा है ना ही साफ सफाई की व्यवस्था है। ऐसे में व्यापारी करें भी तो क्या, शिकायत देते हैं तो समाधान नहीं होता।

पैठ बाजार का सबसे बड़ा खतरा

पैठ बाजार के व्यापारी अनीस, दीपक सेठी, सलमान मलिक और विनोद त्यागी का कहना है कि यहां नाले की हालत बहुत खराब है। कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रास्ता बंद कर दिया है और मुख्य सड़क से जाने वाले नाले के ऊपर रखा हुआ लोहे का जाल टूट चुका है। यहां गहरा गड्ढा बन चुका है, जिसमें गिरकर पहले ही दो लोगों की मौत हो चुकी है। रात होते ही बाजार से होकर जाने वाली इस सड़क पर बड़े वाहन निकलने लगते हैं, जिससे बड़ा हादसा होने का डर बना हुआ है। किसी दिन वाहन का पहिया इस गड्ढे में गिर गया तो दुकानें भी चपेट में आ जाएंगी। साथ ही बड़ा हादसा हो सकता है।

नाला बन गया कूड़ादान

व्यापारियों का कहना है कि यहां से गुजरने वाला नाला कूड़ादान बन गया है। साफ-सफाई करने कोई आता नहीं है, ऐसे में व्यापारी ही नहीं बल्कि रैपिड कर्मचारी भी कूड़ा-करकट नाले में डाल देते हैं। रास्ते के किनारे कूड़ों का ढेर लगा रहता है, जो लंबे समय तक उठता ही नहीं है। ऐसे में लोग इस कूड़े के ढेर को शौचालय की तरह इस्तेमाल करते हैं, दुकानें होने के बावजूद कोई सुनने को तैयार नहीं है। बाजार में मौजूद नाला हादसों का सबब बनता जा रहा है। उसकी ओर नगर निगम और संबंधित विभाग को ध्यान देना होगा।

पीने के पानी में आती है बदबू

बाजार के व्यापारियों का कहना है कि यहां सप्लाई के पानी में बदबू आती है। जो पीने लायक नहीं है, इसलिए अधिकतर लोग कैंपर या बिसलरी का पानी प्रयोग करते हैं। कुछ व्यापारी अपने घरों से पानी लेकर आते हैं। व्यापारियों का कहना है कि सप्लाई वाला पाइप नाले से होकर गुजरता है, जिससे गंदा पानी भी उसमें मिल जाता है। हालात ये हैं कि व्यापारियों के लिए पीने के पानी की सुविधा भी बाजार में नहीं है।

हादसे से बचाव के साधन नहीं

व्यापारियों की मानें तो यह बाजार लगातार बढ़ता जा रहा है। छोटी-छोटी गलियों में सैकड़ों दुकानें मौजूद हैं। लेकिन यहां आग लगने जैसी कोई बड़ी घटना हो जाए तो उसे आसानी से बुझाया नहीं जा सकता। उसके लिए आसपास कोई हाईडेंट भी मौजूद नहीं है। पानी की व्यवस्था के लिए फायर ब्रिगेड केवल मुख्य सड़क तक ही आ सकती है, ऐसे में आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को लंबे पाइप की जरूरत होगी।

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हादसों को दावत दे रहा बिजली का बॉक्स

व्यापारियों का कहना है कि पूरे बाजार में सफाई की व्यवस्था बेहतर की जानी चाहिए, साथ ही नालों की सफाई हो। बाजार में सफाई नहीं होने से गंदगी का अंबार लगा रहता है। बरसात के दौरान तो हालात बदतर हो जाते हैं। गंदगी के कारण चोक नालों का पानी दुकानों में भर जाता है, जिसके चलते ग्राहक और व्यापारी दोनों को परेशानी होती है। उधर श्री कॉम्पलेक्स के साइड से छोटा सा रास्ता आने जाने के लिए बना है, जिस पर बिजली का बॉक्स रखा हुआ है। इसमें हाईटेंशन लाइन अटैच है, जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। व्यापारी इसको हटाने की लगातार मांग कर रहे हैं।

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उपेक्षा का शिकार है बाजार

व्यापारियों का कहना है कि अगर प्रशासन ने जल्द ही आवश्यक कदम नहीं उठाए, तो सैकड़ों परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो सकता है। व्यापारी लंबे समय से प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई ठोस समाधान अब तक नहीं निकला है। लोगों की मांग है कि सड़कें दुरुस्त की जाएं, सफाई व्यवस्था की जाए, जल निकासी की समुचित व्यवस्था हो और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जाए।

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पैठ बाजार में समस्याओं का अंबार

आजादी के बाद अस्तित्व में आया मेरठ का लालकुर्ती पैंठ बाजार। पैंठ बाजार के बीचो-बीच से होकर गुजर रहे रास्ते को बाउंड्री रोड कहते हैं, जिसके एक ओर बनी दुकानें मेरठ शहर में तो दूसरी ओर बनी दुकानें मेरठ कैंट क्षेत्र में आती हैं। पैंठ बाजार में समस्याओं का अंबार हैं, जैसे सड़क में गड्ढे, नाले पर टूटा जाल, फायर सिस्टम की व्यवस्था ना होना, कूड़ा उठाने व साफ-सफाई की व्यवस्था ना होना, महिलाओं के लिए शौचालय की कमी।

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डेवलपमेंट के साथ पैंठ बाजार की अनदेखी

मेरठ के विकास को रफ्तार देने के लिए मेरठ से दिल्ली रैपिड ट्रेन के संचालन को लेकर बेगमपुल पर रैपिड प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। व्यापारियों का कहना है कि करीब ढाई वर्ष पहले पैंठ बाजार की दुकानों के सामने बैरिकेडिंग लगाई गई थी, जो अब वहां के दुकानदारों के लिए समस्या बनती जा रही है। बैरिकेडिंग किनारे कूड़ा एकत्र हो रहा है, यहीं नहीं आसपास के लोग भी यहां कूड़ा डाल रहे हैं, जिससे दुकानों के आगे गंदगी एकत्र होती जा रही है। साथ ही आरआरटीएस के कर्मचारी पाइप के जरिए गंदा पानी छोड़ देते हैं, जोकि पैंठ बाजार और श्री कॉम्प्लेक्स में फैल जाता है। पाइप जगह से फटा है, जिस कारण गंदा पानी निकलता रहता है।

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नाले पर डाला टूटा जाल, ले सकता है जान

उद्योग व्याार मंडल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य विनोद त्यागी का कहना है कि बाजार में मुख्य सड़क पर अंडरग्राउंड नाले के ऊपर जाल लगा हुआ है। रात के समय किसी भारी वाहन की आवाजाही की वजह से जाल क्षतिग्रस्त हो गया है। यह टूटा जाल अब मुसीबत बनता जा रहा है, जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। यह जाल छह महीने से इसी तरह से पड़ा हुआ है। कैंट बोर्ड हो, या नगर निगम इस बात से अनजान बने हैं। दिनभर में पैंठ बाजार में हजारों लोगों की आवाजाही रहती है। दोपहिया वाहन चालक हो या ई-रिक्शा चालक सवारी लेकर यहां से निकलते रहते हैं। कई बार दोपहिया वाहन चालक चोटिल भी हुए हैं।

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लालकुर्ती का पैठ बाजार पचास साल से भी ज्यादा पुराना है, बेगमपुल पर रैपिड ट्रेन का काम चल रहा है, इसके चलते बाजार के आसपास गंदगी का अंबार लगा रहता है। - कृष्ण सोनकर

लालकुर्ती पैठ बाजार में लगभग तीन हजार से अधिक दुकानें हैं और यहां पर करीब 15 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं, फिर भी यह बाजार उपेक्षाओं का शिकार हो रहा है। - नीरज खटीक

बाजार में गंदगी के कारण रोजेदारों को बहुत दिक्कतें हुई थीं, मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जाते समय रास्ते में कूड़ा पड़ा रहता था। जिसकी आज भी सफाई नहीं होती। - फैजान कुरैशी

आरआरटीएस कर्मचारियों द्वारा बीच रास्ते से पाइप नाले में डाले गए हैं, जो बीच-बीच से फट गए हैं, रैपिड कर्मचारियों द्वारा छोड़े जाने वाले गंदे पानी से कीचड़ हो जाती है।-पंकज खटीक

लालकुर्ती पैठ बाजार की मुख्य सड़क या कहो बाउंड्री रोड पर नाले के ऊपर लगा जाल क्षतिग्रस्त हो गया है। जिसके चलते यहां किसी भी समय काई बड़ा हादसा हो सकता है। - मंजीत सिंह कोछड़

आरआरटीएस वालों ने काम शुरू होने से पहले व्यापारियों से कई वादे किए थे, सफाई, लाइटिंग और पानी व्यवस्था दुरुस्त करने की बात थी, लेकिन अब कुछ भी नहीं है। - रंजीत चौहान

बाजार में श्री कॉम्पलेक्स के पास आरआरटीएस द्वारा एक बिजली का बॉक्स लगाया गया है, जहां से लोगों की आवाजाही है, इससे बड़ा हादसा होने का डर रहता है। - जगदीश कुमार

बाजार में दुकानों के आसपास रैपिड कर्मचारियों के साथ अन्य लोग भी कूड़ा फेंक देते हैं, जिससे दुकानों के आगे गंदगी इकट्ठा हो जाती है और मच्छर पनप रहे हैं। - कालीचरण सोनकर

लगभग ढाई वर्ष से लगी बैरिकेडिंग समस्या बनती जा रही है, व्यापारियों और ग्राहकों को आने-जाने में दिक्कत होती है, जिससे व्यापार पर असर पड़ रहा है। - शुभम सैनी

पैठ बाजार से ई-रिक्शा का संचालन बंद किया जाए, इनकी वजह से सड़क पर जाम की स्थिति बन जाती है, साथ ही व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। - सुरेंद्र डींगरा

पैठ बाजार से गुजरने वाली मुख्य सड़क पर रात के समय भारी वाहन गुजरते हैं। शॉर्टकट के चक्कर में भारी वाहनों से सड़क पर गड्ढे हो गए हैं, जो हादसों का कारण बन सकते हैं। - संजीव अरोड़ा

लालकुर्ती पैठ बाजार में श्री कॉम्प्लेक्स के अंदर 100 दुकानें हैं, यहां महिला दुकानदार भी हैं, लेकिन यहां के रास्ते पर लाइटों की भी व्यवस्था नहीं की गई है। - मुर्सलीम

बाजार में पीने के पानी की बड़ी समस्या है, दुकानदार और काम करने वाले लोग अपने घरों से पीने का पानी लाते हैं। क्योंकि यहां सप्लाई का पानी गंदा और बदबूदार आता है। - मुसलमीन सिद्दीकी

पूरे बाजार में सफाई की व्यवस्था बेहतर की जानी चाहिए, साथ ही नालों की लगातार सफाई हो। बाजार में सफाई नहीं होने से गंदगी का अंबार लगा रहता है। - गुरदीप सिंह

बाजार में कूड़ा उठाने के लिए कोई नहीं आता है, ना कैंट बोर्ड की ओर से कर्मचारी आते हैं और ना ही नगर निगम की ओर से ही कोई व्यवस्था की गई है। - आशकीन

आरआरटीएस के अधिकारियों ने व्यापारियों से जो वादे किए थे, वो पूरे ही नहीं किए, रात में सड़क पर चारों ओर अंधेरा रहता है, लाइट की व्यवस्था नहीं की गई है। - अजय कुमार

लालकुर्ती पैठ बाजार स्थित श्री कॉम्प्लेक्स में महिलाओं के लिए बनाए गए शौचालयों को तोड़ दिया गया है, अब महिलाओं को पेट्रोल पंप या बेगमपुल पर जाना पड़ रहा है। - शबाना सिद्दीकी

गंदगी का आलम ये है कि बाजार और कॉम्पलेक्स में बनी दुकानों के आगे आने-जाने वाले लोग खुलेआम टॉयलेट कर देते हैं, जिससे दुकानदारों को दिक्कत होती है। - दीपा सबरवाल

बैरिकेडिंग के किनारे इकट्ठा हुई गंदगी में सांप, नेवले और बिच्छू तक पैदा हो रहे हैं, जो दुकानों में घुस जाते हैं, जिससे दुकानदान परेशान रहते हैं। - कल्लो सिद्दीकी

बाजार में मुख्य सड़क पर अंडरग्राउंड नाले के ऊपर जाल लगा हुआ है, जिसके ऊपर से रात के समय भारी वाहन गुजरते हैं, जिसके कारण जाल क्षतिग्रस्त हो गया है। - अनीस

पैठ बाजार में मुख्य सड़क से जाने वाले नाले के ऊपर रखा हुआ लोहे का जाल टूट चुका है। उसे सही कराया जाना चाहिए, जिसमें गिरकर पहले ही दो लोगों की मौत हो चुकी है। - दीपक सेठी

बाजार से होकर जाने वाला नाला पूरी तरह चोक हुआ पड़ा है, जिसमें गंदगी भरी पड़ी है, साफ सफाई नाम को भी नहीं हुई। साफ-सफाई हो तो बाजार में कुछ बात बने। - सलमान मलिक

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समस्या

- आरआरटीएस कर्मचारी गंदा पानी पैंठ बाजार में छोड़ देते हैं

- महिलाओं के लिए बाजार में कोई शौचालय नहीं है

- बाजार की मुख्य सड़क पर नाले के ऊपर जाल टूट चुका है

- बाजार से कूड़ा उठाने की व्यवस्था खराब है

- ई-रिक्शा के आवागमन के कारण बाजार में जाम लगता है

- पीने के पानी सप्लाई वाली पाइप में गंदा पानी आता है

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सुझाव

- ई-रिक्शा को पैंठ बाजार में प्रतिबंधित किया जाए

- हादसे से बचाव के लिए फायर सिस्टम लगाया जाए

- महिलाओं के लिए शौचालय का निर्माण कराया जाए

- बाजार से कूड़े की साफ-सफाई नियमित होनी चाहिए

- पीने के पानी की व्यवस्था का समाधान होना चाहिए

- मुख्य सड़क पर बने गड्ढे को ठीक कराया जाना चाहिए

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