मॉक ड्रिल: मुकाबले के लिए तैयार है मेरठ
Meerut News - मेरठ में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, शहर के 10 बड़े विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। छात्रों को आपात स्थिति में सुरक्षा उपायों के लिए प्रशिक्षित किया गया।...

मेरठ। भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच बुधवार को शहरभर में मॉक ड्रिल का अभ्यास किया गया और दिखाया गया कि क्रांतिधरा मेरठ हर मुकाबले के लिए तैयार है। शहर के 10 बड़े विश्वविद्यालय-कालेजों में मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। हजारों छात्रों, युवाओं को आपदा की स्थिति से मुकाबले के लिए तैयार किया गया। बताया गया कि एयर रेड होते ही अलर्ट मोड में हो जाना है। चौ.चरण सिंह विश्वविद्यालय, सुभारती विश्वविद्यालय से लेकर आईटीआई साकेत और आठ कॉलेजों में यह मॉक ड्रिल हुआ। चौ.चरण सिंह विवि : सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें अफवाह पर ध्यान न दें। दूसरों को भी जागरूक करें।
हम सबकी जिम्मेदारी है कि एक रहें और साथ रहें। ऐसी स्थिति में दुश्मन अफवाह फैलाकर हालात बिगड़ने की कोशिश करेगा। हम सभी को सतर्क रहना है। सीसीएसयू कैंपस के बृहस्पति भवन में मॉक ड्रिल जागरूकता कार्यक्रम में यह बात सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी ने कही। उन्होंने कहा एक युद्ध सेना बॉर्डर पर लड़ रही होती है और एक युद्ध देश में सोशल मीडिया पर सूचनाओं का होता है। सीओ सिविल लाइन और एसीएम सिविल लाइन ने सायरन का सिग्नल मिलते ही जहां हैं वही रुकने की अपील की। सिविल डिफेंस प्रभागीय वार्डन फारुक चौधरी ने वार्डनों की जिम्मेदारी, व्यवस्था और प्रक्रियाओं को समझा। डॉ. सिद्धार्थ सिंह ने आपातकाल की स्थिति में प्राथमिक उपचार किट, बैंडेज, सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित द्वारा जरूरी इन्हेलर रखते हुए इमरजेंसी के नंबर पास रखने की सलाह दी। एसीएम पंकज राठौर ने कहा हमें किसी भी आपात स्थिति में अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। घबराहट नहीं फैलाएं और निर्देशों का पालन करें। थाना प्रभारी शीलेश कुमार ने कहा पैनिक बिल्कुल नहीं करना है। सुभारती: ब्लैक आउट में सायरन बजे तो घबराएं नहीं सुभारती विवि में आपदा प्रबंधन समिति द्वारा नागरिक सुरक्षा अभ्यास को लेकर ब्लैक आउट एवं मॉक ड्रिल पर बैठक हुई। एसडीएम सदर अंकित कुमार ने कहा ब्लैक आउट के समय सायरन बजने पर ना तो घबराएं और ना भगदड़ करनी है। सभी लाइटें बंद करनी है। इनवर्टर-जनरेटर भी बंद करने हैं, ताकि रोशनी बाहर न आ सके। सीओ संजय कुमार जायसवाल ने कहा जागरूकता ही आपात स्थिति में नागरिकों सुरक्षा में मददगार है। ब्लैक आउट में खिड़की, दरवाजे बंद करें ताकि रोशनी बाहर न आएं। कुलपति मेजर जनरल डॉ.जीके थपलियाल ने कहा कि सुभारती विवि की आपदा प्रबंधन समिति वर्तमान युद्धकालीन स्थितियों से निपटने के लिए नागरिक सुरक्षा के प्रति सजगता से कार्य कर रही है। विवि मॉक ड्रिल एवं प्रशिक्षण, आपातकालीन संपर्क प्रणाली, चिकित्सा एवं प्राथमिक उपचार, खाद्य एवं जलापूर्ति, अग्निशमन, मनोवैज्ञानिक सहायता एवं प्रशासनिक समन्वय के साथ हर स्थिति का सामना करने हेतु तैयार है। कुलपति ने कहा प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह विचलित न हो, संयम के साथ आपात स्थिति में एक-दूसरे की मदद करें। कुलसचिव ग्रुप कैप्टन एम याकूब, एसडीएम सदर अंकित कुमार, थाना जानी के एसएचओ महेश सिंह, नायब तहसीलदार सोनपाल सिंह, समिति चैयरमेन डॉ.श्वेता भारद्वाज, संदीप चौधरी मौजूद रहे। डीएन कॉलेज: हवाई हमले में कैसे सुरक्षित रहें डीएन कालेज में हुई मॉक ड्रिल में एडीएम सिटी, एसपी सिटी, सीओ, थानाध्यक्ष दिल्ली गेट एवं प्राचार्या हवाई हमले की स्थिति में सायरन बजाने एवं उसकी फ्रिक्वेंसी कम या ज्यादा होने पर की जा जाने वाली प्रतिक्रिया को समझाया। कैडेट्स को कैसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचने, अग्निशमन यंत्र का उपयोग, घायलों को नर्सिंग होम पहुंचाने एवं उनका प्राथमिक उपचार को मॉक ड्रिल से बताया गया। प्राचार्य प्रो. बीएस यादव, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस, रोवर्स-रेंजर्स सभी शिक्षक-कर्मचारी मौजूद रहे। एनएएस कालेज : सिर को बचाना है सबसे जरूरी एनएएस कॉलेज में आयोजित मॉक ड्रिल में छात्रों को बताया गया हर व्यक्ति को सिर को बचाना जरूरी है। सिविल डिफेंस प्रभागीय वार्डन अनिल उपाध्याय, सचिन गुप्ता ने बताया कि घर का कोना या टेबल के नीचे छिपकर सिर बचाना है। घर में फर्स्ट एड व्यवस्था रखें। आपात स्थिति के लिए महत्वपूर्ण नंबरों को एक जगह नोट कर रखें। इस दौरान एसीएम पंकज सिंह राठौर, सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी, चिकित्सा अधिकारी डा.सिद्धार्थ, एनसीसी से एक अधिकारी मौजूद रहे। उधर, एनएएस इंटर कालेज ग्राउंड में छात्रों को अलग से एकत्र कर मॉक ड्रिल कराया गया। बीएवी कालेज: अफवाहों पर ध्यान नहीं दें, गाइड लाइन का पालन करें शहर कोतवाली बीएवी कॉलेज में मॉक ड्रिल में ब्लैकआउट और सुरक्षा उपाय का प्रशिक्षण बुधवार दोपहर दिया गया। पुलिस-प्रशासनिक और सिविल डिफेंस टीम ने विद्यार्थियों को गाइडलाइन बताई। बताया यदि कोई हवाई हमला संभावित है और सायरन की आवाज आती है तो सुरक्षित जगह पर छिप जाएं। ब्लैकआउट में सभी लाइट बंद कर लें। फायर ब्रिगेड टीम ने बच्चों को सिखाया छोटी आग को फायर एस्टींग्यूशर से कैसे काबू करना है। सिटी मजिस्ट्रेट नवीन कुमार श्रीवास्तव ने बताया सायरन पर खतरे की आवाज आए तो खुद को और साथ मौजूद लोगों के बचाव की जिम्मेदारी प्रशिक्षित बच्चों की भी है। सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार, एसओ कोतवाली योगेंद्र कुमार, डॉक्टर सोनू गोस्वामी मेडिकल ऑफिसर, सिविल डिफेंस से ऋषि और आदीप मौजूद रहे। आईटीआई साकेत : आईटीआई साकेत में सुबह मॉक ड्रिल हुई। हवाई हमले से बचाव के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। पुलिस और फायर कर्मचारी ने छात्र-छात्राओं को बचाव की जानकारी दी। चिकित्सक डॉ. रोहन ने हवाई हमले के दौरान घायल होने की अवस्था में उपचार से संबंधित जानकारी दी। मेरठ कॉलेज: सायरन बजते ही सुरक्षित स्थान तलाशें मेरठ कॉलेज में प्रशासनिक अफसरों की मौजूदगी में छात्र-छात्राओं को सुरक्षा टिप्स दिए। सिविल डिफेंस के प्रभागीय वार्डन सिविल लाइंस ओम प्रकाश शर्मा ने सायरन और उनके प्रकार की जानकारी दी। एनसीसी से रिसलदार गुलाब सिंह ने बताया सायरन बजते ही हमें सुरक्षित स्थान की तलाश करनी है। घर के अंदर है तो ऐसे स्थान पर खड़े हो जाना है ताकि छत गिरने की संभावना बन तो चपेट में ना आएं। उन्होंने पीला, लाल, हरा और सफेद सिग्नल के बारे में छात्र-छात्राओं को बताया। खाने के लिए घर में किन चीजों की व्यवस्था रखती है, यह भी बताया। आरजीपीजी : दांत के नीचे कपड़ा दबाकर लेट जाएं आरजी पीजी डिग्री कॉलेज में एनसीसी कैडेट्स व छात्राओं को मॉक ड्रिल में बताया गया। सायरन बजे तो किसी भवन में छिपे, भवन नहीं मिले तो पेट के बल सिर उठाते हुए मुंह में कपड़ा डालकर गर्दन उठाकर लेट जाएं। पेट्रोल, डीजल के वाहन से दूरी बनाएं। घर में गैस सिलेंडर बंद रखें। एनसीसी कैप्टन प्रो अंजुला राजवंशी ने बताया रात के समय घर में मोबाइल की लाइट का प्रयोग न करें। कैडेट्स व छात्राओं ने भारत माता की जय के नारे लगाए। अपर नगर मजिस्ट्रेट सदर रश्मि बरनवाल, हरेंद्र जादौन एसएचओ लालकुर्ती, ब्रजेश सैनी प्रभागी वार्डन, सिविल डिफेंस के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग, होम गार्ड, फायर सेवा विभाग द्वारा आपातकालीन स्थिति में छात्राओं को बचाव एवं सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम को रासेयो प्रभारी प्रो. रजनी श्रीवास्तव, निर्लेप कौर, एनसीसी प्रभारी प्रो. अंजुला एवं मेजर पूनम लखनपाल, अंजू रस्तोगी, चिंकी उपाध्याय, स्वाति मिश्रा के सहयोग से आयोजित किया गया। इस्माईल नेशनल कालेज: सुरक्षा कैसे करनी है इसे समझें इस्माईल नेशनल पीजी गर्ल्स कालेज में छात्राओं व आसपास के लोगों को कालेज में बुलाकर समझाया गया पैनिक नहीं होना है। बताया जब सायरन बजे तो अगर कमरे में हैं तो कोने में छिपें। पेट के बल लेट जाएं सिर को कवर करें, किताब, तकिया रख लें। कानों को अंगुली से दबाएं। प्रधानाचार्या प्रो. अनीता राठी, प्रभारी वार्डन, नगर मजिस्ट्रेट नवीन कुमार, सीओ आशुतोष कोतवाली ने महतवपूर्ण बिंदुओं को समझाया। कहीं हुआ अभ्यास तो कहीं दिखाई वीडियो बुधवार को वेद इंटरनेशनल स्कूल, आर्मी पब्लिक स्कूल, डीपीएस स्कूल और सेंट फ्रांसिस स्कूल में अपने स्तर पर मॉक ड्रिल हुई। इस दौरान बच्चों को छिपना, कैसे बैठना, लेटना चाहिए, सभी कुछ बताया गया। वहीं आर्मी स्कूल में वीडियो दिखाकर मॉक ड्रिल समझाई गई। बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल, गार्गी गर्ल्स स्कूल में भी मॉक ड्रिल हुई। दीवान पब्लिक स्कूल : सायरन की आवाज को पहचान करना सिखाया वेस्ट एंड रोड स्थित दीवान पब्लिक स्कूल में एनसीसी कैडेट्स ने लेफ्टिनेंट शालिनी शर्मा के नेतृत्व और कमांडिंग ऑफिसर कर्नल पंकज मागो के निर्देशानुसार मॉक ड्रिल किया गया। इस दौरान हवाई हमले से बचने, सायरन की आवाज की पहचान करना सिखाया। वहीं बच्चों को भी सुरक्षित स्थान पर छिपने और बाहर निकलने की जानकारी दी गई। मॉकड्रिल निदेशक एचएम राउत और प्रधानाचार्य असीम दुबे की उपस्थिति में संपन्न हुई। नोबल पब्लिक स्कूल : गढ़ रोड स्थित नोबल पब्लिक स्कूल में मॉक ड्रिल कराया गया। विद्यालय के सभी विंग्स के छात्र-छात्राओं व 71 बटालियन विद्यालय एनसीसी इकाई के कैडेट्स ने प्रतिभागिता की। प्रधानाचार्य डॉ. मनोज त्यागी व एनसीसी इकाई की सीटीओ आयुषी त्यागी मौजूद रहे। स्कूल एमडी अमित कुमार ने अहम जानकारी दी। .............................................. मुख्य आयोजन: सेंट जोजफ इंटर कालेज : ...हो गया हमला, बचाव कार्य शुरू बुधवार शाम करीब चार बजे धमाके के साथ बहुमंजिला इमारत में आग लग गई। चेतावनी सायरन बज उठा। सायरन का संकेत था इमरजेंसी है और हवाई हमला हो गया है। लोग जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। बहुमंजिला इमारत में आग के बीच फंसे लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। अचानक दमकल गाड़ियां, एंबुलेंस और सिविल डिफेंस का अमला जुटने लगा। दो मिनट के भीतर बचाव कार्य शुरू हो गया। सिविल डिफेंस और दमकल टीमों ने आग पर काबू पाते हुए वहां फंसे लोगों को स्ट्रेचर की मदद से रेस्क्यू कर निकालना शुरू कर दिया। चिकित्सा विभाग की टीमों ने घायलों व आग में झुलसे लोगों को एंबुलेंस से तत्काल अस्पताल भिजवाया। करीब 20 मिनट का यह मॉक ड्रिल जोशो खरोश से भरपूर दिखा। सिविल डिफेंस के कार्यकर्ता रहे या फिर पुलिस व दमकल के जवान, सभी अपनी जिम्मेदारी निभाते दिखाई दिए। डीएम डा. वीके सिंह और एसएसपी डा. विपिन ताडा भी मौजूद रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी अशोक कटारिया, एडीएम सिटी बृजेश कुमार सिंह, एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह, एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्र, सीओ एलआईयू प्रीति सिंह, सीओ कैंट संतोष सिंह, एफएसओ आरके सिंह के अलावा सिविल डिफेंस की ओर से नरेंद्र मलिक, विजय कुमार, डा. गलेन्द्र शर्मा, मोहम्मद फारूख चौधरी, अजय भटनागर, ऋषि शर्मा, संत वर्मा, नीरज कुमार रहे।
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