अंदर से मजबूत बनो, दुख से मत घबराओ : बौद्ध गुरु
Meerut News - मेरठ। दीवान पब्लिक स्कूल में स्पिक मैके द्वारा आयोजित विशेष सत्र में बौद्ध दार्शनिक गेशे दोरजी दमदुल ने आत्मविश्वास, समस्याओं का सामना और आंतरिक खुशी पर छात्रों से संवाद किया। उन्होंने जीवन के गूढ़...

मेरठ। दीवान पब्लिक स्कूल में मंगलवार को स्पिक मैके की ओर से विशेष सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें आत्मविश्वास, समस्याओं से निपटना और आंतरिक खुशी को लेकर विख्यात बौद्ध दार्शनिक एवं आध्यात्मिक गुरु गेशे दोरजी दमदुल ने छात्रों से संवाद किया। विद्यालय निदेशक एचएम राउत व प्रधानाचार्य एके दुबे ने माल्यार्पण कर उनका अभिनंदन किया। इसके बाद गेशे दोरजी दमदुल ने छात्रों से संवाद करते हुए जीवन के गूढ़ प्रश्नों पर विचार साझा किए। उन्होंने छात्रों से प्रश्न पूछे कि ‘जीवन का उद्देश्य क्या है, हमें दूसरों की सेवा क्यों करनी चाहिए, सच्चा आत्मविश्वास कैसे आता है, क्या बाहरी मुस्कान के पीछे दुख छुपा है।
इन सब प्रश्नों का उत्तर छात्रों से ही प्राप्त कर उन्होंने उन्हें नई दृष्टि से जोड़ते हुए गहराई दी। उन्होंने बताया कि दुख और खुशी दोनों जीवन के आवश्यक पहलु हैं। दुख को समझकर ही हम भीतर से सशक्त बन सकते हैं। आत्मिक ज्ञान, सेवा का भाव, और अपने भीतर की कमजोरियों को पहचानकर सुधारना, यही वास्तविक सफलता की कुंजी है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मोबाइल का प्रयोग संयमित न हो तो यह आंतरिक शांति में बाधा बन सकता है। गणित की राह से पकड़ी दर्शन शास्त्र की राह गेशे ने अपनी व्यक्तिगत यात्रा भी साझा की, बताया कि कैसे गणित और भौतिकी में रुचि होते हुए भी उनका रुझान अंततः दर्शनशास्त्र की ओर मुड़ गया। आज वे दलाई लामा के अनुवादक, तिब्बत हाउस नई दिल्ली के निदेशक और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के मार्गदर्शक हैं। कार्यक्रम के अंत में निदेशक एचएम राउत ने आभार जताया। प्रधानाचार्य एके दुबे ने छात्रों से उनके विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया।
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