मोदी-शाह की एक चाल से कैसे गच्चा खा गया पाकिस्तान, हमले के वक्त सोता रह गया
पहलगाम हमले का बदला लेते हुए भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर बड़े हमले किए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया है।

पहलगाम हमले का बदला लेते हुए भारत ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी ठिकानों पर बड़े हमले किए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया है। भारत ने कहकर अपना बदला ले लिया और पाकिस्तान सोता रह गया। असल में पड़ोसी मुल्क मोदी-शाह की जोड़ी की एक गुगली से गच्चा खा गया।
22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की कायरतापूर्वक हत्या के बाद से यह तय माना जा रहा था कि भारत दहशतगर्दों को पालने वाले पाकिस्तान पर कड़ा ऐक्शन लेगा। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को बिहार के झंझारपुर में सार्वजनिक मंच से ऐलान कर दिया था कि आतंकवादियों को उनकी कल्पना से भी कठोर सजा दी जाएगी।
पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद से पाकिस्तान को पता था कि पीएम मोदी सीमा पार सैन्य कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं। पाकिस्तान लगातार तैयार रहने की बात भी कह रहा था। उसने अपने सैनिकों को अलर्ट पर रखा था। लेकिन उसकी सारी तैयारियां धरी रह गईं। असल में पाकिस्तान संभवत: भारत के एक ऐलान से सुस्त पड़ गया था।
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से 7 अप्रैल को देशभर में 244 जिलों में मॉक ड्रिल करने की एडवाइजरी जारी की थी। माना जा रहा है कि पाकिस्तान यहीं गज्जा खा गया। उसने समझा होगा कि भारत इस मॉक ड्रिल और अन्य तैयारियों को अंजाम देने के बाद ही कोई ऐक्शन लेगा। लेकिन मॉक ड्रिल से पहले ही भारत ने आतंकवादी ठिकानों पर असली बम बरसा दिए।
यही वजह है कि जब धमाकों से पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की नींद खुली तो उन्होंने हमलों की बात कबूल करते हुए भारत को 'चालाक दुश्मन' बताते हुए अपनी बात की शुरुआत की। यह बताता है कि किस तरह शहबाज मोदी-शाह की जोड़ी से गच्चा खा गए।