ऑपरेशन सिंदूर : आतंकी हमले में मारे गए शुभम के पिता बोले-भारत की सेना ने पोंछ दिए हमारे आंसू
भारतीय वायुसेना की पाक पर स्ट्राइक ऑपरेशन सिंदूर पर आतंकी हमले मारे गए शुभम के पिता की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि भारत की सेना ने हमारे आंसू पोंछ दिए। उन्होंने कहा- हमारे कलेजों को ठंडक मिलने की शुरुआत हो गई है।
‘भारत के प्रधानमंत्री और भारत की सेना हम जैसे बेटा खोने वाले पिताओं के लिए पिछले 14 दिन से क्या सोच रहे थे? उनके दिल हमारे बच्चों की शहादत से छटपटा रहे थे। उनका गुस्सा और दुख दोनों यह इस देर रात के अंधेरे में चमक उठे हैं। पाकिस्तान पर हमारे जहाजों की भरपूर स्ट्राइक ने पूरी दुनिया को दिखा दिया है कि हमारे बच्चों के खून की एक-एक बूंद का बदला लिया जाएगा। हमारे कलेजों को ठंडक मिलने की शुरुआत हो गई है। भारत के जांबाजों ने पाकिस्तान और पीओके के नौ ठिकाने तबाह करके इंसाफ की राह पर कदम बढ़ा दिया है। हमारा परिवार ही नहीं पूरा देश उन्हें धन्यवाद कह रहा है।’ 22 मार्च को पहलगाम हमले में आतंकियों की गोली के शिकार हुए श्याम नगर के शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने देर रात 2:34 बजे ‘हिन्दुस्तान’ से यह कहा।
भारतीय वायुसेना की पाक पर स्ट्राइक की सूचना के साथ ही ‘हिन्दुस्तान’ ने प्रतिक्रिया जानने के लिए उन्हें कॉल की तो वह जाग रहे थे। वह टीवी के सामने थे और उनकी आंखों में आंसू थे। कंठ रुंधा हुआ था। कॉल अटेंड करते ही उन्होंने कहा- हमारे कलेजों को ठंडक मिलने की शुरुआत हो गई है। भारत की सेना अजेय है और हमें यकीन है कि पहलगाम के सारे गुनहगारों को सजा दिए बिना यह ऑपरेशन पूरा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि सुना था, जिस हमले में मेरा बेटा शहीद हुआ, उसकी योजना आतंकी मसूद अजहर ने बनाई थी। उसके बहावलपुर के ठिकाने पर हमले ने साबित किया है कि भारत के दुश्मन कहीं भी छिपे हों, अब बचेंगे नहीं। बेटे के जाने का दुख हमेशा रहेगा लेकिन आज यह संबल बंधा है कि उसके कातिलों को खौफनाक सजा मिल रही है।
पत्नी एशान्या बोलीं- थैंक्यू मेरे देश.. सिंदूर का बदला ले लिया
टीवी पर एकटक लगी भीगी हुई निगाहें और स्क्रीन पर फ्लैश होती पाक पर स्ट्राइक की खबरों के बीच एशान्या का पहला वाक्य.. ‘थैंक्यू मेरे देश। मेरी सेना और मेरे प्रधानमंत्री। आपने हमारे सिंदूर का बदला ले लिया।’ एशान्या का इशारा सेना के इस मिशन के नामकरण ‘आपरेशन सिंदूर’ की ओर था। ऐशान्या उन स्व. शुभम द्विवेदी की पत्नी हैं, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमले का पहला शिकार बने थे।
देर रात शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने पाक पर स्ट्राइक के बाद ‘हिन्दुस्तान’ से बात की और कहा कि अब हमारे कलेजे को ठंडक मिलने की शुरुआत हुई है। कुछ देर बाद ही उन्होंने ‘हिन्दुस्तान’ से एशान्या की बात कराई। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने अचानक हमारी जिंदगी में जो अंधेरा लपेट दिया था, उससे भी गहरा अंधेरा हमारी सेना ने उनकी जिंदगियों पर पोतना शुरू कर दिया है। हम तो अमन-चैन के साथ बैसरन घाटी में घूमने गए थे, क्या पता था कि वहां मेरा सिंदूर पोंछ दिया जाएगा। जिस क्रूरता से मेरी जैसी 28 भारतीय बेटियों का सिंदूर पोंछा गया, आतंकियों को मौत के घाट उतार कर सेना उसी भाषा में जवाब दे रही है। मैं आज भी प्रधानमंत्री जी से बस यही चाहती हूं कि शुभम को शहीद घोषित किया जाए और इस हमले में शामिल एक-एक आतंकी, उनके सरपरस्त और सहयोगियों को मौत के घाट उतारा जाए। यह स्ट्राइक तब तक रोकी जाए, जब तक एक भी आतंकी जिंदा है।