पोर्कलेन कर्मचारी की मौत के मामले में समझौता
Meerut News - मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में एक कर्मचारी ने वेतन न मिलने के कारण पोर्कलेन मशीन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक मिथलेश उपाध्याय को पिछले पांच महीने से वेतन नहीं मिला था। ठेकेदार ने मृतक के...

मेरठ। परतापुर थाना क्षेत्र में वेतन ना मिलने के कारण पोर्कलेन मशीन के आगे कूदकर जान देने वाले कर्मचारी के मामले का शनिवार को पटाक्षेप हो गया। ठेकेदार ने मृतक के परिजनों से बात की, जिसके बाद वह समझौते के लिए तैयार हो गए। बिहार के सिवान जिले के नेहरवा गांव निवासी 36 वर्षीय मिथलेश उपाध्याय चार साल से डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर प्रोजेक्ट में मिट्टी की लेयर समतल करने का कार्य कर रहा था। शुक्रवार को पोर्कलेन मशीन को ऑटो मोड में लगाकर मिथलेश ने उसके आगे कूदकर जान दे दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन की। पता चला कि ठेकेदार ने पिछले पांच माह का मिथिलेश को वेतन नहीं दिया था, जिस कारण वह परेशान चल रहा था।
पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर मोर्चरी भिजवा दिया। शनिवार सुबह तक मिथलेश के परिजन आ गए और सीधे थाने पहुंचकर ठेकेदार पर कार्रवाई की मांग की। काफी देर थाने में गहमागहमी होती रही। ठेकेदार को भी मौके पर बुला लिया गया। मृतक के परिवार व ठेकेदार के बीच काफी नोकझोंक हुई। ठेकेदार ने परिजनों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और उनसे बात की। चर्चा है कि कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद ठेकेदार ने मिथलेश के परिवार को पांच लाख रुपये और पांच महीने का रुका वेतन उपलब्ध करा दिया। इसके बाद परिजन बिना कोई कार्रवाई किए लौट गए। पुलिस ने मिथलेश के शव का पोस्टमार्टम कराकर शव उनको सौंप दिया। एसएचओ दिलीप सिंह बिष्ट ने समझौते की पुष्टि की है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।