व्यवहार में बदलाव भांप लेते तो टल सकता था हत्याकांड
Moradabad News - आजाद नगर में हुए डबल मर्डर की जांच चल रही है। मनोरोग विशेषज्ञों का मानना है कि आरोपी मानसिक बीमारी, विशेष रूप से शिजोफ्रेनिया से ग्रसित हो सकता है। डॉक्टर नीरज गुप्ता ने बताया कि ऐसे रोगी अक्सर खुद को...

आजाद नगर में हुए डबल मर्डर की पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है लेकिन मनोरोग विशेषज्ञ इसे आरोपी की मानसिक बीमारी से जोड़कर देख रहे हैं। मूल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नीरज गुप्ता ने बताया कि अपनी दादी और बुआ की जान लेने वाला युवक निश्चित रूप से मानसिक बीमारी से पीड़ित रहा होगा। मानसिक बीमारी शिजोफ्रेनिया से पीड़ित लोग कई बार इस तरह की वारदात को अंजाम दे देते हैं। पीड़ित व्यक्ति किसी व्यक्ति की तरफ से खुद को खतरा महसूस करता है, उसे इससे जुड़ी कुछ ना कुछ आवाज सुनाई देती है। उसके व्यवहार में परिवर्तन दिखाई देना शुरू हो जाता है। अगर व्यवहार में परिवर्तनों को देख महसूस किया जाए और पीड़ित का इलाज शुरू कर दिया जाए, तो वह ठीक होने लगता है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति कई बार अपने आप में ही बुदबुदाने लगता है छोटी-छोटी और बेवजह की बातों पर मारपीट पर उतारू होने लगता है। दूसरों पर शक करता है उसे काल्पनिक आवाज सुनाई देती है और दैनिक जीवन से जुड़ी उसकी रूटीन बदल जाती है।
शिजोफ्रेनिया से पीड़ित लड़के ने किया था दादी का मर्डर
मुरादाबाद। करीब 15 साल पहले मुरादाबाद में ठीक इसी तरीके का मामला सामने आया था, जिसमें लगभग 18 साल के लड़के ने अपनी दादी को पीट कर मार डाला था। काफी लंबे समय तक मामले की जांच चली थी। अपनी दादी का हत्यारा यह लड़का जांच में मानसिक बीमारी शिजोफ्रेनिया से पीड़ित पाया गया था। कोर्ट के आदेश पर आगरा स्थित मानसिक अस्पताल में उसकी जांच की गई थी। मानसिक अस्पताल की तरफ से उसे स्थानीय स्तर पर इलाज शुरू करने के लिए मुरादाबाद भेजा गया था। मुरादाबाद में मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर नीरज गुप्ता ने उसका इलाज शुरू किया था। डॉ नीरज गुप्ता ने बताया कि इलाज के बाद उसकी मानसिक बीमारी की स्थिति में सुधार आना शुरू हुआ था।
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