मेरा शुभम तो चला गया...मदर्स डे पर बोलीं पहलगाम हमले में बेटा गंवाने वाली कानपुर की मां
मेरे बेटे की शहादत का बदला लेने के लिए सरहद पर जाने कितनी मांओं के बेटे डटे हैं। भगवान उन जांबाजों की रक्षा करें, यही मेरी प्रार्थना है। ज्यादातर सवालों के खामोशी से जवाब देने वाली सीमा द्विवेदी बहुत कम बोलीं और न्यूनतम शब्दों में जवाब दिए। उन्होंने कहा-बेटे को खोने का दर्द वही मां जान सकती है।

मेरा शुभम तो चला गया.. भगवान उन जवानों की रक्षा करना जो सरहद पर दुश्मनों से लड़ रहे हैं। मदर्स डे की पूर्व संध्या पर बेटे की यादों से भावुक सीमा द्विवेदी ने यह प्रार्थना की। उनका बेटा शुभम पहलगाम में आतंकी हमले का शिकार हो गया था। 22 अप्रैल को हुई उस वारदात के सदमे से अभी तक वह उबर नहीं सकी हैं।
आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरे बेटे की शहादत का बदला लेने के लिए सरहद पर जाने कितनी मांओं के बेटे डटे हैं। भगवान उन जांबाजों की रक्षा करें, यही प्रार्थना है। ज्यादातर सवालों के खामोशी से जवाब देने वाली सीमा द्विवेदी बहुत कम बोलीं और न्यूनतम शब्दों में जवाब दिए। उन्होंने कहा-बेटे को खोने का दर्द वही मां जान सकती है, जिसने बेटा खोया हो। कोई और इसे समझ नहीं सकता। मैं अब ताउम्र यह दर्द झेलने के लिए मजबूर हूं। मेरी बदनसीबी यह भी कि बेटे की मौत की खबर मिलने के बाद बेटे का चेहरा तक नहीं देख सकी।
दुर्भाग्य ने हमें वहां पर रुकने नहीं दिया
वहीं, शुभम की पत्नी एशान्या ने कहा कि जब वे पहलगाम से घोड़े पर बैठकर ऊपर पहाड़ों पर जा रहे थे तो शुभम की बहन आरती को घबराहट हो रही थी। उन्होंने पिता संजय से इसका जिक्र भी किया था लेकिन भाई शुभम घोड़े की सवारी के लिए उत्साहित थे। शुभम के पिता संजय नेे बताया कि अब भी सपने में शुभम के आने पर लगता है कि वह लौट आया है। आंख खुलते ही दुखदायी हकीकत सामने आ जाती है। एशान्या ने कहा कि वे सरकार की आतंक की सफाई की कार्रवाई से संतुष्ट हैं। सरकार ने आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। मुझे लगता है जैसे शुभम का जन्म ही आतंकवादियों के सफाये का जरिया बनने के लिए हुआ था।
सिंदूर को हमेशा याद रखेगा पाकिस्तान : एशान्या
भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा के तुरंत बाद एशान्या ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा सिंदूर को याद रखेगा। हर दुस्साहस से पहले पाकिस्तान को सिंदूर की याद जरूर आएगी। एशान्या ने कहा, जिस ढंग से सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में नौ आतंकी ठिकानों को नष्ट किया है, इसके लिए पूरी भारतीय सेना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है। हाथीपुर गांव में रहने वाले संजय द्विवेदी अपने पूरे परिवार के साथ पहलगाम घूमने गए थे। आतंकी हमले में उनके बेटे शुभम की एशान्या के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एशान्या ने कहा कि भारतीय सेना और पीएम मोदी के हर फैसले के साथ हैं। सरकार जो भी फैसला लेगी, वह उचित होगा। यह लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है। हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि दोबारा भारत में किसी भी जगह आतंकी हमला न हो, जिससे मेरी तरह कोई और बहन अपना सुहाग न खोए।