हल्दीघाटी का युद्ध महाराणा प्रताप के संघर्ष की सबसे बड़ी कहानी
Orai News - उरई। महाराणा प्रताप की जयंती स्कूलों में धूमधाम से मनाई गई। बच्चों को महाराणा हल्दीघाटी का युद्ध महाराणा प्रताप के संघर्ष की सबसे बड़ी कहानी

उरई। महाराणा प्रताप की जयंती स्कूलों में धूमधाम से मनाई गई। बच्चों को महाराणा प्रताप के शौर्य और साहस की जीवनी सुना उनके बताए वीरता और सच्चाई के मार्ग पर चलने का संकल्प दिलाया। शुक्रवार को शहर के झांसी रोड स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में वीरता, साहस और देशभक्ति के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। विद्यालय के छात्र मनीष तिवारी और चैतन्य सोनी ने कहा कि महाराणा प्रताप के अंदर बचपन से ही वीरता और आत्म गौरव की भावना कूट-कूट कर भरी थी। युवावस्था में ही उन्होंने तलवारबाजी, घुड़सवारी और युद्ध नीति में महारत हासिल कर ली थी।
1576 में हुआ हल्दीघाटी का युद्ध महाराणा प्रताप के संघर्ष का सबसे बड़ा उदाहरण है। मुगल सम्राट अकबर की विशाल सेना के सामने भी उन्होंने घुटने नहीं टेके। इस युद्ध में उनका घोड़ा चेतक भी वीरगति को प्राप्त हुआ, लेकिन महाराणा प्रताप ने हार नहीं मानी और संघर्ष जारी रखा। वहीं विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता कामता प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि सच्चे योद्धा वही होते हैं जो कभी हार नहीं मानते हैं। अन्याय, अधर्म का विनाश करना संपूर्ण मानव जाति का कर्तव्य होना चाहिए।
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