शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में फार्मलीन गैस लीक, अस्पताल में मची भगदड़; एक की मौत
यूपी के शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में अचानक से पाइप लाइन से फर्मलीन गैस लीक हो गई। गैस लीक होने के बाद इसकी दुर्गंध आने से अस्पताल में हड़कंप मच गया। गैस लेने के बाद अस्पताल में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई तो भगदड़ मच गई।

यूपी के शाहजहांपुर के पंडित रामप्रसाद बिस्मिल चिकित्सालय (राजकीय मेडिकल कॉलेज) के ट्रामा सेंटर में रविवार शाम साढ़े चार बजे गैस लीक होने से भगदड़ मच गई। ट्रामा सेंटर में मौजूद सभी 20 मरीजों को तत्काल बाहर निकाल लिया गया। इस दौरान एक मरीज की मौत हो गई। हालांकि जिला प्रशासन और मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इसे खारिज कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट में भी मरीज के भगदड़ के दौरान या किसी भी तरह की गैस से मौत होने बात सामने नहीं आई है। फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया। राजकीय मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में रविवार शाम साढ़े चार बजे तक सब कुछ सामान्य था। अचानक कुछ लोगों ने वहां गैस की बदबू आने की बात कही। इसके बाद यह बात आग की तरह फैल गई। शुरुआती मिनटों में ही ट्रामा सेंटर में भर्ती करीब 20 मरीज और उनके परिजन बाहर की ओर भागने लगे। देखते ही देखते मेडिकल कॉलेज के अन्य वार्डों में भी अफरातफरी मच गई। करीब 200 से ज्यादा मरीज और उनके तीमारदार अस्पताल परिसर से बाहर निकलने लगे। गैस रिसाव की सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंच गई और उन्होंने मोर्चा संभाल लिया।
मामले की जानकारी मिलते ही डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह और एसपी राजेश द्विवेदी भी मौके पर पहुंच गए। डीएम ने बताया कि शल्य उपकरणों को साफ करने के लिए फार्मलीन का इस्तेमाल होता है। हो सकता है कि इसकी मात्रा ज्यादा ले ली गई जो हवा के साथ बाहर तक दुर्गंध के रूप में आ गई। किसी भी तरह की गैस लीक नहीं हुई है और स्थितियां सामान्य हैं। वहीं, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने प्रेस नोट जारी करते हुए किसी भी गैस रिसाव की बात से इनकार किया है। उन्होंने बताया कि यह महज एक अफवाह थी जिससे लोगों में घबराहट फैल गई। फिलहाल, ट्रामा सेंटर की गतिविधियों को कुछ समय के लिए सीमित कर दिया गया है और अन्य मरीजों को दूसरी यूनिट में शिफ्ट किया गया है।
Watch: Shahjahanpur Hospital Gas Leak: शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज में गैस लीक से अफरा-तफरी, एक मरीज की मौत
डीएम ने दिए मरीज की मौत की जांच के आदेश
राजकीय मेडिकल कॉलेज में रविवार की शाम भगदड़ के दौरान सिंधौली के चक्कंदू निवासी 71 वर्षीय रामनरेश की मौत का आरोप लगाए जाने पर डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने निष्पक्ष जांच कराने के तत्काल आदेश कॉलेज प्रशासन को दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, लेकिन फिर भी अगर परिजन आरोप लगा रहे हैं तो उसकी जांच अवश्य कराई जाएगी। इसके बाद कॉलेज प्रशासन ने जांच कर तत्काल रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। हालांकि रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसमें भी टीबी से और लंग्स फेल होने से मरीज की मौत की बात कही गई है। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि गंभीर हालत में मरीज को भर्ती कराया गया था। उसकी इलाज में न तो कोई लापरवाही बरती गई है और न ही भगदड़ के दौरान किसी भी तरीके की मरने जैसी स्थितियां पैदा हुईं। महज अफवाह था।
किसी भी तरह की गैस की लीकेज नहीं: प्राचार्य
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजेश कुमार ने भी कहा कि किसी भी तरह की गैस की लीकेज नहीं है, क्योंकि हमारे पास गैस के नाम पर केवल ऑक्सीजन होती है। जो दुर्गंध आ रही थी वह फर्मलीन की थी। इससे इचिंग हो रही थी। इसका इस्तेमाल ओटी को सैनिटाइज करने के लिए करते हैं। जब दरवाजे खोले गए तो स्थितियां सामान्य हो गईं। इससे किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई है। जिस मरीज की मौत की बात कही जा रही है वह पहले से टीबी का मरीज था। दोनों लंग्स फेल थे।