Prayagraj-Ayodhya Highway Drainage Issues Affect Local Businesses बोले बेल्हा: नाला निर्माण बना मुसीबत, जिम्मेदार गंदा पानी निकालें तो मिले राहत, Pratapgarh-kunda Hindi News - Hindustan
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बोले बेल्हा: नाला निर्माण बना मुसीबत, जिम्मेदार गंदा पानी निकालें तो मिले राहत

Pratapgarh-kunda News - प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर बनाए जा रहे नाले के कारण दुकानदारों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। नाले के निर्माण से जलभराव हो रहा है, जिससे ग्राहक दुकानों के सामने जमा पानी देखकर लौट जा रहे हैं।...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रतापगढ़ - कुंडाWed, 7 May 2025 04:45 PM
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बोले बेल्हा: नाला निर्माण बना मुसीबत, जिम्मेदार गंदा पानी निकालें तो मिले राहत

शहरवालों की सुविधा के लिए प्रयागराज-अयोध्या हाईवे के दोनो ओर एनएचएआई की ओर से बनाया जा रहा नाला शहर के दुकानदारों और व्यापारियों के लिए मुसीबत बन गया है। शहर के मुख्य नाले को बांधने से दुकानों और मकानों के सामने लबालब पानी भर गया है। कई व्यापारियों के मकान के अंदर तक नाले का पानी घुस गया है। दुकानों के सामने पानी भरने से ग्राहक दूर से देखकर लौट जा रहे हैं तो जिन व्यापारियों के मकान में पानी घुस गया है उसमें से कुछ दूसरे तल पर शिफ्ट हो गए हैं तो कुछ मकान से पानी निकालते नजर आते हैं।

बिन बारिश आई इस मुसीबत से निपटने के लिए व्यापारी पहले से तैयार नहीं थे। व्यापारी नगरपालिका प्रशासन से पानी निकालने की गुहार लगा रहे हैं। कई दिनों से दुकानों के सामने पानी भरा होने के कारण व्यापार भी प्रभावित हो रहा है। जिन दुकानों के सामने और मकानों के अंदर नाले का पानी भरा है ऐसे परिवारों की समस्या जानने का प्रयास आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने किया तो उनका दर्द छलक पड़ा। व्यापारियों ने कहा कि नाला निर्माण होने से हमें जलभराव से निजात मिल जाएगी लेकिन वर्तमान में नाले का पानी निकालने के लिए नगरपालिका प्रशासन को सक्रियता दिखानी चाहिए।'' शहर के बीच से गुजरे प्रयागराज-अयोध्या हाईवे को चौड़ाकर फोर लेन बनाने का काम प्रस्तावित है। इसके लिए सई नदी पुल के बगल एक दूसरे पुल का निर्माण कराया जा रहा है। इसी क्रम में हाईवे के दोनों ओर सोनावां से सैंया बांध तक नाले का निर्माण भी कराया जा रहा है। हाईवे के दोनों ओर से एनएचएआई की ओर से बनाए जा रहे नाले का निर्माण पूरा होने से बरसात में होने वाले जलभराव से व्यापारियों को निजात मिल जाएगी लेकिन निर्माणाधीन नाला वर्तमान में हाईवे किनारे के दुकानदारों और व्यापारियों के परिवार के लिए मुसीबत बन गया है। इससे व्यापार के साथ लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है। कारण पुराने नाले को बांधकर उसे चौड़ा किया जा रहा है। नाला बांध दिए जाने से उसका पानी ओवरफ्लो होकर हाईवे किनारे की दुकानों के सामने जमा हो रहा है और जिनके मकान पुराने हैं और हाईवे से नीचे हैं उन मकानों के अंदर भी नाले का पानी प्रवेश कर रहा है। इससे हाईवे किनारे के दुकानदार और व्यापारियों के परिवार परेशान हैं। कारण दुकानों के सामने पानी जमा हो जाने से ग्राहक दूर से देखकर लौट जा रहे हैं। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है और शहर के भंगवा चुंगी चौराहे के आसपास वाले मकानों के अंदर गंदा पानी घुस जाने से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। हाईवे किनारे के दुकानदार और व्यापारी चाहते हैं कि हाईवे पर जमा हो रहे नाले का गंदा पानी निकालने के लिए एनएचएआई और नगरपालिका प्रशासन के जिम्मेदारों को प्रयास करना चाहिए। जिससे व्यापारियों का कारोबार प्रभावित न हो और घरों के अंदर गंदा पानी न घुसे। व्यापारियों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या उनके लिए है जिनके घरों के अंदर नाले का गंदा पानी घुस रहा है। ऐसे परिवार के लोग सुबह से शाम तक पानी निकालते रहते हैं, इसके बाद भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। पालिका की ओर से चल रहा नाला सफाई अभियान शहर में हाईवे किनारे के दुकानदार और व्यापारियों का कहना है कि वर्तमान में नगरपालिका प्रशासन की ओर से शहर के नाले-नालियों की सफाई का विशेष अभियान चल रहा है। पालिका प्रशासन बरसात में होने वाले जलभराव से शहर वालों को निजात दिलाने के लिए अभियान के तहत नाले नालियों की सफाई करा रहा है। ऐसे में यह बात भी अहम है कि हाईवे किनारे रहने वाले दुकानदार निर्माणाधीन नाला ओवरफ्लो होने से गंदे पानी की मुसीबत झेल रहे हैं। पालिका प्रशासन को शहरियों की सहूलियत के लिए आगे आकर हाईवे पर जमा हो रहा गंदा पानी निकालने की व्यवस्था करानी चाहिए। फिर तो निर्माण पूरा होने तक बनी रहेगी मुसीबत चिलबिला से सैंया बांध तक प्रयागराज-अयोध्या हाईवे के दोनों ओर प्रतिष्ठान संचालित करने वाले और मकान बनाकर रहने वाले व्यापारियों का कहना है कि यदि प्रशासन अथवा एनएचएआई के जिम्मेदारों की ओर से हमारी समस्या का समाधान करने का प्रयास नहीं किया गया तो हमारे लिए यह समस्या लंबे समय तक बनी रहेगी। नाला निर्माण एक दिन में पूरा होने वाला नहीं है, ऐसे में यह समस्या भी तब तक बनी रहेगी जब तक इसका निर्माण पूरा नहीं हो जाता। सोनावां से सैंयाबांध तक नाला निर्माण कराने में एनएचएआई के अफसरों को काफी समय लगेगा। ऐसे में प्रशासनिक जिम्मेदारों को हमारी समस्या का समाधान करने के लिए आगे आना चाहिए। अन्यथा हमारा व्यापार भी चौपट हो जाएगा और पूरे परिवार की दिनचर्या प्रभावित रहेगी। मकानों के सामने भरा पानी, कैसे स्कूल जाएं बच्चे प्रयागराज-अयोध्या हाईवे पर वर्तमान में नाले का निर्माण भंगवा चुंगी से जोगापुर की ओर से कराया जा रहा है। यह इलाका पहले भी मामूली बरसात होते ही जलभराव से जूझने लगता था। ऐसे में पुराने नाले को बांध देने से गंदा पानी ओवरफ्लो होकर मकानों के अंदर घुस रहा है। दरअसल इस इलाके के मकान काफी पहले के बने हैं ऐसे में इनकी नींव हाईवे से काफी नीचे है। यही कारण है कि हाईवे पर थोड़ा भी पानी इकट्ठा होता है तो उनके घरों के अंदर जाने लगता है। इससे बचाव के लिए लोगों ने मकान के सामने दीवारें बना रखी हैं लेकिन पानी अधिक होने पर वह घर के अंदर प्रवेश कर ही जाता है। यही हालात वर्तमान में भी बन गए हैं। नाले का पानी घर के अंदर जाने से उसकी दुर्गंध से लोग परेशान हैं। व्यापारियों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए हो गई है। घर के सामने पानी भरा होने के कारण उनके लिए बाहर निकल पाना मुश्किल हो गया है। शिकायतें 0 नाला निर्माण कराने के लिए पुराने नाले को बांध दिया गया है, जिससे उसका पानी दुकानों और घरों के सामने जमा हो गया है। 0 प्रतिष्ठानों के सामने नाले का गंदा पनी जमा होने से ग्राहक दूर से ही देखकर लौट रहे हैं। इससे कारोबार प्रभावित हो रहा है। 0 दुकानों और मकानों के सामने नाले का गंदा पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप और संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। 0 हाईवे किनारे एनएचएआई की ओर से बनाए जा रहे नाले का काम बहुत धीमा चल रहा है। इससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। सुझाव 0 हाईवे किनारे बनाए जा रहे नाले का काम तेज किया जाना चाहिए। जिससे सड़क किनारे वाले दुकानदारों का कारोबार कम प्रभावित हो। 0 नाला निर्माण से दुकानों और मकानों के सामने गंदा पानी जमा हो गया है। पालिका को फॉगिंग कराने के साथ दवा का छिड़काव कराना चाहिए। 0 बांधे गए पुराने नाले का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर मकानों के अंदर न जाए, इससे बचाव के लिए जिम्मेदारों को गंदा पानी रोकना चाहिए। 0 नाले का गंदा पानी दुकानों के सामने जमा होने से व्यापार प्रभावित न हो, इसके लिए गंदा पानी निकालने की व्यवस्था एनएचएआई को करना चाहिए। जरा हमारी भी सुनिए... शहर वालों को जाम से निजात दिलाने के लिए हाईवे किनारे बनाया जा रहा नाला फिलहाल तो दुकानदारों के लिए मुसीबत बन गया है। दुकानों के सामने नाले का गंदा पानी जमा होने के कारण कारोबार प्रभावित हो रहा है। ग्राहक जमा हुआ पानी देखकर लौट रहे हैं। विपिन अग्रवाल हाईवे किनारे बनाया जा रहा नाला वैसे तो शहर वालों को जलभराव से निजात दिलाएगा लेकिन वर्तमान में यह दुकानदारों के लिए मुसीबत बन गया है। दुकानों के सामने गंदा पानी जमा होने से व्यापार ठप हो गया है। इससे टर्नओवर की समस्या हो गई है। गौरव जायसवाल हाईवे किनारे का नाला निर्माण कराने से पहले एनएचएआई के जिम्मेदारों को पहले पुराने नाले का पानी निकालने की व्यवस्था कराना था। इससे गंदा पानी न दुकानों के सामने इकट्ठा होता और न घरों में घुसता। जिम्मेदारों को गंदा पानी निकालने की व्यवस्था करना चाहिए। आलोक दीप त्रिपाठी हाईवे किनारे बनाए जा रहे नाले के लिए पुराने नाले का बांध दिया गया है, इससे दुकानों और मकानों के सामने गंदा पानी भर गया है। इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है लेकिन जिम्मेदार इससे बेखबर हैं। इस समस्या का समाधान जिम्मेदारों को करना चाहिए। धर्मपाल हाईवे के दोनों ओर बनाए जा रहे नाले का निर्माण लंबे समय तक चलेग, ऐसे में दुकानों और मकानों के सामने गंदा पानी इकट्ठा न होने पाए इसकी व्यवस्था जिम्मेदारों को कराना चाहिए। जिम्मेदारों की अनदेखी से घरों के अंदर गंदा पानी घुस रहा है। विजय जायसवाल हाईवे किनारे नाले का निर्माण शहर वालों की सुविधा के लिए कराया जा रहा है लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी और लापरवाही का खामियाजा भी भुगतना पड़ रहा है। गंदा पानी निकालने की अतिरिक्त व्यवस्था एनएचएआई के जिम्मेदारों को कराना चाहिए। नौरंग सिंह हाईवे किनारे बनाए जा रहे नाले का निर्माण धीमी गति से चल रहा है जबकि इससे दुकानदारों का नुकसान हो रहा है। एनएचएआई के अफसरों को इसके निर्माण में तेजी लाने का प्रयास करना चाहिए। जिससे दुकानदारों का नुकसान कम हो। राजेश कुमार हाईवे किनारे नाला निर्माण कराने से दुकानों और मकानों के सामने गंदा जमा हो गया है। इसी गंदे पानी से होकर लोगों को आना जाना पड़ रहा है। अहम बात यह कि छोटे बच्चों को गंदे पानी से होकर स्कूल जाना पड़ रहा है। यह संक्रमण को दावत देने जैसा है। बैजनाथ नाला निर्माण कराने के लिए जगह जगह पुराने नाले को बांधा जा रहा है। जिससे दुकानों और मकानों के सामने गंदा पानी जमा हो रहा है। जबकि गंदा पानी निकालने के लिए कार्यदाई संस्था को पहले से व्यवस्था करना चाहिए थे। यह जिम्मेदारों की लापरवाही कही जाएगी। रईस हाईवे किनारे नाल निर्माण कराने में लंबा समय लग सकता है, ऐसे में पुराने नाले का गंदा पानी डायवर्ट करने की व्यवस्था पहले कर लेना था। इससे दुकानों और मकानों के सामने गंदा और दुर्गंध युक्त नाले का पानी इकट्ठा न होता। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। ऊषा देवी हाईवे किनारे बनाए जा रहे नाले में एनएचएआई के अफसरों की ओर से की जा रही लापरवाही का खामियाजा दुकानदारों को भुगतना पड़ रहा है। पुराना नाले बांध दिए जाने से गंदा पानी दुकानों के सामने जमा हो गया है जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। जुलेखा खातून हाईवे किनारे नाला निर्माण के चलते दुकानों और मकानों के सामने इकट्ठा गंदा पानी शहर वालों के लिए मच्छर जनित और संक्रामक बीमारियों को न्योता दे रहा है। जिम्मेदारों ने पानी निकालने की व्यवस्था न कराई तो पूरे मोहल्ले के लोग प्रभावित होंगे। शब्बो बोले जिम्मेदार प्रयागराज-अयोध्या हाईवे किनारे बनाए जा रहे नाले से हो रहे जलभराव के सम्बंध में एनएचएआई के अफसरों और पालिका के अफसरों से बात कर समस्या का समाधान कराया जाएगा। पालिका प्रशासन को नियमित फॉगिंग और दवा छिड़काव कराने के लिए निर्देशित किया जाएगा। शिव सहाय अवस्थी, डीएम

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