प्राथमिक-माध्यमिक स्कूलों में रखनी होगी जरूरी दवाएं
Prayagraj News - उत्तर प्रदेश के 1.15 लाख से अधिक परिषदीय और माध्यमिक विद्यालयों में चिकित्सा किट रखी जाएंगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक की सलाह पर बच्चों को आवश्यक दवाएं देने के निर्देश दिए गए हैं।...
प्रयागराज। प्रदेश के 1.15 लाख से अधिक परिषदीय प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों के साथ ही तकरीबन सात हजार राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में चिकित्सा किट (उपयोगी दवाएं) रखी जाएंगी। महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. रतनपाल सिंह सुमन के सुझाव पर महानिदेशक स्कूली शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों और जिला विद्यालय निरीक्षकों को स्कूलों में दवाएं रखने और आवश्यकता पड़ने पर किसी एमबीबीएस डॉक्टर की सलाह पर बच्चों को देने के निर्देश दिए हैं। महानिदेशक के अनुसार समग्र शिक्षा अभियान के तहत सभी जिलों को हर साल भेजी जाने वाली कंपोजिट स्कूल ग्रांट की धनराशि से विद्यालयों में फर्स्ट ऐड बॉक्स और आवश्यक दवाओं के क्रय किए जाने के निर्देश दिए जाते हैं, जिसके फलस्वरूप सभी विद्यालयों में आवश्यकत दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाती है। महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं की सलाह के क्रम में आवश्यक दवाएं फर्स्ट ऐड किट में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
प्राथमिक स्कूलों के लिए दवाएं
ओआरएस पाउडर, ओफ्लॉक्सासिन 100 एमजी टैबलेट, पैरासिटामॉल सिरप, आंडेम सिरप, मेट्रोजिल सिरप, डिक्लोमाइन सिरप, बिटाडीन आंइंटमेंट, कॉटन, गॉज और बैंडेज, बैंडेड और डिक्लोफिनैक जेल आंइंटमेंट।
माध्यमिक स्कूलों के लिए दवाएं
ओआरएस पाउडर, पैरासिटामॉल टैबलेट 500 एमजी, डिक्लोमाइन टैबलेट 20 एमजी, ओफ्लॉक्सासिन 200 एमजी टैबलेट, आंडेम टैबलेट 4 एमजी, मेट्रोजिल टैबलेट 200 एमजी, डिक्लोफिनैक, बिटाडीन आंइंटमेंट, कॉटन, गॉज और बैंडेज, बैंडेड और डाइजीन टैबलेट।
इनका कहना है
स्कूलों में रेड क्रॉस और भारत स्काउट एवं गाइड दल गठित हैं। उसके प्रशिक्षित शिक्षक हैं और प्राथमिक उपचार किट भी रहती है। फर्स्ट ऐड किट में जो दवाएं कम होगी पीएचसी की सलाह से उसे उपलब्ध कराएंगे।
पीएन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।