बदलते मौसम में रेल पटरी में दरार का खतरा, लगा रहे कट
Prayagraj News - प्रयागराज में तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण रेलवे ट्रैक पर बकलिंग और रेल फ्रेक्चर का खतरा बढ़ गया है। रेलवे ने ट्रैक की आधुनिक जांच और कट लगाने की प्रक्रिया शुरू की है। इस साल अब तक 16 रेल फ्रेक्चर की...

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। तेज धूप और गर्म हवाओं ने न केवल प्रयागराज के लोगों को परेशान किया है, बल्कि रेलवे ट्रैक पर भी खतरे की घंटी बजा दी है। मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण रेलवे ट्रैक पर बकलिंग (पटरियों के मुड़ने) और रेल फ्रेक्चर (दरार) का खतरा बढ़ गया है। हादसों से बचाव के लिए रेलवे ने अब आधुनिक तरीके से ट्रैक की जांच कर, जरूरत पड़ने पर पटरियों में कट लगाना शुरू कर दिया है। इससे ट्रैक पर बकलिंग की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी। गौरतलब है कि इस मौसम में तापमान दिन में बहुत अधिक और रात में काफी कम हो जा रहा है, जिससे रेल फ्रेक्चर का खतरा बढ़ गया है।
प्रयागराज में ऐसा ही मौसम बना हुआ है। एनसीआर के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि मौजूदा मौसम में रेलवे अतिरिक्त सतर्कता बरत रहा है। ट्रैक की नियमित निगरानी के लिए विशेष मेंटीनेंस टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि संभावित खतरे को भांपते हुए रेलवे ट्रैक पर कट लगाए जा रहे हैं। इससे ट्रैक के फैलने या सिकुड़ने से होने वाली दरारों और बकलिंग की समस्या को काफी हद तक रोका जा सकेगा। इस वर्ष अब तक 16 रेल फ्रेक्चर के मामले सामने आए हैं। जबकि पिछले वर्ष 25 घटनाएं हुई थीं। हालांकि रेलकर्मियों की सतर्कता से अब तक कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। एनसीआर क्षेत्र में पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है। कई बार लोको पायलट भी अनुभव से दूर से ही अंदाजा लगा लेते हैं कि आगे ट्रैक में दरार है और समय रहते सतर्क होकर हादसे को टाल देते हैं।
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