गेहूं किसानों को दिया जाए बोनस
Prayagraj News - अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने यूपी में गेहूं किसानों को 300 रुपये बोनस देने की मांग की है। वर्तमान में गेहूं की कीमत 2600 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि यूपी सरकार केवल 2425 रुपये पर खरीद रही है। बीज...

अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की उत्तर प्रदेश राज्य समिति ने गेहूं किसानों को 300 से अधिक बोनस की घोषणा और भुगतान करने की मांग की है। सभा के अध्यक्ष धर्मपाल सिंह और महासचिव हीरालाल ने कहा है कि वर्तमान में बाजार में गेहूं की कीमत 2600 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि यूपी सरकार केवल 2425 रुपये प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीद रही है। इस पर कोई बोनस भी नहीं दिया जा रहा। जबकि मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार 175 और राजस्थान की सरकार 150 रुपये बोनस दे रही है। कहा कि बीज और खाद की कीमतों में भारी वृद्धि के कारण खेती की लागत में बढ़ोतरी हुई है। गेहूं की उत्पादन लागत लगभग 2000 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के अनुसार 3000 से अधिक होनी चाहिए।
यूपी के कई इलाकों में किसानों पर व्यापारियों को गेहूं न बेचने का दबाव डाला जा रहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य को ‘अधिकतम समर्थन मूल्य बना दिया है, जो किसानों के खिलाफ है। सभा का कहना है कि वर्ष 2023-24 में कुल गेहूं उत्पादन 1132.92 लाख मीट्रिक टन रहा, जिसमें से उत्तर प्रदेश ने 353.4 लाख मीट्रिक टन उत्पादन किया। इस बार भी जब मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकारें बोनस दे रही हैं, उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है।
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