मथुरापुर प्रकरण : तीसरी बार बदली जांच, नतीजा सिफर
Rampur News - पटवाई के मथुरापुर में डीजे को लेकर बवाल के बाद पुलिस की जांच को बार-बार बदला जा रहा है। अब यह जांच मुरादाबाद की क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया, लेकिन अन्य आरोपियों...

पटवाई के मथुरापुर में दो पक्षों के बीच डीजे को लेकर हुए बवाल में पुलिस नाकामी को छुपाने के लिए बार-बार जांच को बदल रही है। अब तीसरी बार जांच को बदला गया है। जांच मुरादाबाद जिले की क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित की गई है। इसको लेकर भी माना जा रहा है कि थाना पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई जा रही थी, जिस कारण जांच को दूसरे जिले से कराया जा रहा है। वहीं, पुलिस इस मामले में 12 आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद थाना पुलिस एक भी अन्य आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। जबकि, जेल भेजे गए आरोपियों को जमानत मिल गई है। पटवाई थाना क्षेत्र के गांव मथुरापुर खुर्द में मौजूदा और पूर्व प्रधान के बीच चुनावी रंजिश चल रही है। पूर्व प्रधान पक्ष ने होली पर डीजे लगवाया था, इसे शिकायत पर पुलिस ने बंद करा दिया था। इसको लेकर रंजिश उखड़ गईं थी। जिसके बाद पथराव और फायरिंग की घटना हुई थी। इस दौरान आरोपियों ने पुलिस पर भी पथराव कर दिया था। इसमें एसआई समेत सिपाही घायल हो गए थे। इस मामले में बाद में तीन केस दर्ज कर 12 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद पुलिस ने साठ से अधिक लोगों पर एक-एक लाख रुपये मुचलके से पाबंद किया था। लेकिन, इसके बाद भी पुलिस अन्य आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है। जबकि, रंजिश को देखते हुए गांव में पुलिस बल को तैनात कर रखा है। उधर, पुलिस अधीक्षक विद्या सागर मिश्र ने बताया कि अब इस प्रकरण की जांच क्राइम ब्रांच मुरादाबाद को सौंपी गई है।
दो विधायकों ने भी की थी शिकायत
रामपुर। मथुरापुर प्रकरण के बाद पटवाई पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगा था। जिसमें जनप्रतिनिधियों के अलावा ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि पुलिस की लापरवाही के कारण बवाल हुआ था। इसके साथ ही थाना प्रभारी को हटाने को लेकर भी सवाल खड़े हुए थे। इस प्रकरण में ग्रामीणों और शाहबाद विधायक राजबाला और शहर विधायक आकाश सक्सेना ने थाना प्रभारी के व्यवहार की पुलिस अधीक्षक से शिकायत की थीं। विधायकों ने पत्र लिखकर तीन दिन के अंदर हटाने की मांग की थी। लेकिन, जनप्रतिनिधियों के पत्र के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई थी।
प्रधान बनबाने तक की धमकी का लगा था आरोप
रामपुर। विधानसभा क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने शिकायत पत्र देकर आरोप लगाया था कि थाना पटवाई में थाना इंचार्ज संदीप मिश्रा क्षेत्र के सम्मानित प्रधान एवं ग्रामीण अपने किसी भी काम को लेकर जाते है तो वह सभी के साथ दुव्र्यवहार करते हैं। छोटी-छोटी बातों को लेकर भी अवैध वसूली करते हैं। गांव में छोटी-छोटी घटना होने पर सम्भ्रान्त लोगों में बैठकर समझौता करवाने पर भी समझौता नहीं मानते और मोटी रिश्वत मांगते हैं। रूपये न मिलने पर उनका चालन कर देते है। इसके बाद सभी ने शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। लेकिन,एक दिन बाद ही प्रधान संगठन अपने आरोपों से मुकर गए थे।
लगातार उठ रहे पटवाई पुलिस पर सवाल
रामपुर। पटवाई पुलिस की कार्यशैली को लेकर लगातार सवाल उठते रहते है। बीते दिनों मथुरापुर प्रकरण को लेकर भी सवाल उठे थे। इसके बाद एक महिला ने भी एसपी से शिकायत कर पटवाई पुलिस के कुछ पुलिस कर्मियों के ऊपर मारपीट, तोड़फोड़, छेड़छाड़ तक का आरोप लगाया था। लेकिन, कार्रवाई न होने से परेशान होकर महिला ने पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के लिए कोर्ट का सहारा लिया है।
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